राजधानी

सार्वजनिक जगहों पर नमाज न पढ़ें कर्मचारी
Posted Date : 26-Dec-2018 12:17:24 pm

सार्वजनिक जगहों पर नमाज न पढ़ें कर्मचारी

0-नोएडा पुलिस का कंपनियों को नोटिस
नोएडा,25 दिसंबर । नोएडा पुलिस ने यहां स्थित कई कंपनियों को नोटिस भेजकर निर्देश दिया है कि उनके कर्मचारी किसी सार्वजनिक स्थल या पार्क में नमाज न पढ़ें. इसके लिए अनुमति लेनी आवश्यक है. सिटी मजिस्ट्रेट की तरफ से ऐसी कोई अनुमति नहीं दी गई है.
पुलिस द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है कि प्रशाासन सेक्टर-58 अथॉरिटी पार्क में शुक्रवार को नमाज समेत किसी भी धार्मिक गतिविधि करने की इजाजत नहीं देता है. देखा जा रहा है कि आपकी कंपनी के कर्मचरी पार्क में नमाज पढ़ते हैं. क्षेत्र के थाना प्रभारी ने नमाज नहीं पढऩे के निर्देश दिए हैं. इस संबंध में सिटी मजिस्ट्रेट की तरफ से भी कोई अनुमति नहीं दी गई है. अगर कोई कर्मचारी पार्क में नमाज पढ़ता है और कंपनी ने उसे आदेश की जानकारी नहीं दी है तो कंपनी को जिम्मेदार ठहराया जाएगा.
पुलिस के अनुसार, सेक्टर 58 के इस पार्क में पहले कुछ लोग शुक्रवार को पार्क में नमाज पढऩे जाते थे. लेकिन पिछले कुछ हफ्तों से संख्या तेजी से बढ़ी और अब भारी संख्या में शुक्रवार को लोगों ने नमाज पढ़ी. इस पर कई लोगों ने आपत्ति जताई है. वहीं इस आयोजन के लिए सिटी मजिस्ट्रेट की तरफ से कोई परमिशन भी नहीं ली गई है. सेक्टर 58 के एसएचओ पंकज के अनुसार ये निर्देश सभी के लिए हैं.
इस नोटिस के संबंध में एसएसपी अजय पाल शर्मा कहते हैं कि सेक्टर 58 में अथॉरिटी का पार्क है. इस पार्क में धार्मिक आयोजन के लिए कुछ लोगों द्वारा परमीशन मांगी गई थी. इसकी परमीशन अभी तक सिटी मजिस्ट्रेट द्वारा जारी नहीं की गई है. इसके बावजूद वहां भारी संख्या में लोग इक_ा हुए, उन्हें बताया गया कि परमीशन अभी भी नहीं हुई है. यही सूचना सभी कंपनियों को भी दी गई है. उन्होंने कहा कि ये सूचना किसी धर्म विशेष के लिए न होकर सभी व्यक्तियों के लिए है. सभी से उम्मीद की जाती है कि गौतमबुद्धनगर पुलिस का सौहार्द और शांति व्ययवस्था बनाए रखने में सहयोग करेंगे.

देश भर में क्रिसमस की धूम, गिरजाघरों में उमड़े लोग
Posted Date : 26-Dec-2018 12:16:23 pm

देश भर में क्रिसमस की धूम, गिरजाघरों में उमड़े लोग

नईदिल्ली ,26 दिसंबर । देश भर में धूमधाम मे क्रिममस का त्योहार मनाया गया। देश के अलग-अलग हिस्सों में लोग कल शाम से ही मध्यरात्रि प्रार्थना के लिए चर्च में एकत्रित होने लगे थे। सांता के कपड़े पहने तमाम बच्चे अपने-अपने पैरेंट्स के साथ भगवान यीशु की कहानियां सुनने के लिए अलग-अलग शहरों के चर्च में दिखाई दिए। आधी रात को देश के सभी हिस्सों में यीशु के जन्मदिवस पर प्रार्थनाएं आयोजित की गईं।
देशभर में क्रिसमस की धूम
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के सेंट फ्रांसिस जेवियर्स कैथेड्रल चर्च में लोग इक_ा हुए और आधी रात की प्रार्थना में हिस्सा लिया। वहीं राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सैक्रेड हार्ट कैथेड्रल में चर्च में भी काफी मात्रा में ईसाई समुदाय के लोग मिडनाईट प्रेयर के लिए जुटे थे। गुजरात के अहमदाबाद में क्रिसमस के मौके पर एक मॉल में 750 द्मद्द का केक काटा गया। वहीं तमिलनाडु में मंगलवार को क्रिसमस का जश्न जोर-शोर से मनाया गया और गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना आयोजित की गई।
चेन्नै में बिशप और पुजारियों ने आधी रात को विशेष प्राथनाओं का आयोजन किया और क्रिसमस के संदेश पढ़े। देश भर से श्रद्धालु नागपट्टिनम जिले के वैलंकन्नी स्थित ‘बेसिलिका ऑफ अवर लेडी ऑफ हेल्थ’ पहुंचे और प्रार्थना की। तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित, मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी और द्रमुक प्रमुख एम के स्टालिन सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी लोगों को क्रिसमस की शुभकामनाएं दीं।
गोवा में घरों और गिरजाघरों के रंग 
क्रिसमस के मौके पर गोवा भी जश्न में डूबा नजर आया। जहां घर और चर्च क्रिसमस-ट्री और लाइटों से सजे नजर आए वहीं क्रिसमस की पूर्व संध्या पर भी लोग बड़ी संख्या में गिरजाघरों में पहुंचे और क्रिसमस के गीत गाए तथा उपहारों का आदान-प्रदान किया। गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर और राज्यपाल मृदुला सिन्हा ने लोगों को क्रिसमस की शुभकामनाएं भी दीं। पर्रिकर ने कहा, ‘‘इस क्रिसमस पर आइए हम एकता को बढ़ावा देने और राज्य में शांति और विकास के संदेश का प्रसार करने का संकल्प लें। 
हम सभी एकजुट होकर अपने राज्य की प्रगति सुनिश्चित करने के लिए अपने सभी प्रयासों और ऊर्जा के साथ कल्याण के लिए काम करें।" राज्यपाल मृदुला सिन्हा ने कहा, ‘‘यह हमारे लिए क्रिसमस की भावना को उन मूल्यों को बढ़ावा देने का उचित अवसर है, जो यीशु मसीह मानवहित के लिए लाए और उसका प्रसार किया।’’ 
यीशु के जन्मस्थल पर मना क्रिसमस का जश्न 
पोप फ्रांसिस ने मंगलवार को क्रिसमस के जश्न की शुरुआत के मौके पर वेटिकन में एकत्रित लोगों को शुभकामनाएं देने के साथ ही मौजूदा समय में बढ़ रहे अतृप्त लोभ की निंदा की। वहीं, यीशु के जन्म के पारंपरिक स्थल बेथलहम में क्रिसमस की पूर्व संध्या पर श्रद्धालुओं ने क्रिसमस का जश्न मनाया। वेटिकन के ‘सेंट पीटर बैसिलिका’ गिरजाघर में क्रिसमस की पूर्व संध्या पर हजारों लोग एकत्रित हुए जहां पोप फ्रांसिस ने क्रिसमस की शुभकामनाएं दीं।
पोप ने दिया संदेश 
पोप फ्रांसिस विश्व के 1.3 अरब कैथलिक लोगों के प्रमुख हैं। पोप (82) ने कहा, ‘अतृप्त लोभ इतिहास का हिस्सा रहा है, यहां तक कि आज भी कुछ लोग पूरी लग्जरी में खाना खाते हैं और बहुत से लोगों के पास खाने को रोज एक रोटी भी नहीं होती।’ पोप मंगलवार को क्रिसमस पर ‘सेंट पीटर स्क्वायर’ में एकत्रित श्रद्धालुओं के समक्ष अपना छठा ‘उर्बी एट ओर्बी’ संबोधन देंगे। इस बीच, विश्वभर से लोग जश्न मनाने के लिए क्रिसमस की पूर्व संध्या पर बेथलहम पहुंचे और ग्रोटो (प्राकृतिक गुफा) के दर्शन के लिए पंक्तियों में लगे। ऐसा माना जाता है कि यीशु का जन्म यहां हुआ था।

जनवरी से हिंदी में भी उपलब्ध होगा इलाहाबाद हाई कोर्ट का फैसला
Posted Date : 26-Dec-2018 12:15:12 pm

जनवरी से हिंदी में भी उपलब्ध होगा इलाहाबाद हाई कोर्ट का फैसला

लखनऊ,25 दिसंबर । हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के फैसलों को समझ पाना आम लोगों के लिए आसान नहीं होता है। खासकर हिंदी भाषी राज्यों में इस समस्या से अधिक लोग प्रभावित हैं। लेकिन अब उत्तर प्रदेश के लोगों को नए साल के पहले दिन से ही इस समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा, क्योंकि 1 जनवरी 2009 से याचिकाकर्ताओं को इलाहाबाद हाई कोर्ट का फैसला हिंदी भाषा में भी उपलब्ध होगा। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
जानकारी के अनुसार, याचिकाकर्ताओं को फैसले का हिंदी वर्जन बहुत कम शुल्क में मांग पर उपलब्ध होगा। इस सुविधा को सुनिश्चित करने के लिए अदालत की प्रशासनिक इकाई अनुवादकों की नियुक्ति करेगी। अधिकारी ने कहा कि यह निर्णय उन लोगों के लिए काफी मददगार साबित होगा जो भाषा की बाध्यताओं की वजह से फैसले को समझ नहीं पाते।
यह निर्णय हाई कोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीशों की प्रशासनिक समिति ने लिया है। इस फैसले के बाद उन लोगों को आसानी होगी जो अंग्रेजी भाषा समझने में परेशानी होती है। बता दें कि इलाहाबाद हाई कोर्ट के फैसलों को हिंदी भाषा में लोगों को उपलब्ध कराने के लिए कोशिश पिछले साल ही शुरू हो गई थी। इसके लिए प्रशासनिक समिति की दो बार बैठक भी आयोजित की गई थी।

देश के सबसे लंबे रेल-सडक़ पुल का पीएम मोदी ने किया उद्घाटन
Posted Date : 26-Dec-2018 12:12:59 pm

देश के सबसे लंबे रेल-सडक़ पुल का पीएम मोदी ने किया उद्घाटन

0-लड़ाकू विमान भी उतर सकेंगे
गुवाहाटी ,25 दिसंबर । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को असम के डिब्रूगढ़ में भारत के सबसे लंबे रेल-सडक़ पुल का उद्धाटन किया। इस दौरान पीएम मोदी ने खुली जीप में सवार होकर पुल का दीदार भी किया। ब्रह्मपुत्र नदी पर बोगीबील में बनी 4.94 किलोमीटर लंबी और रणनीतिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण यह परियोजना न केवल आम लोगों के लिए बल्कि देश की सुरक्षा के लिए बल्कि अग्रिम मोर्चे पर सैन्य साजो सामान भेजने में अहम भूमिका निभाएगी। इस पुल पर आपात स्थिति में लड़ाकू विमान भी उतर सकेंगे।
यह बोगीबील पुल, असम समझौते का हिस्सा रहा है और 1997-98 में इसकी सिफारिश की गई थी। आपको बता दें कि यह पुल अरुणाचल प्रदेश में भारत-चीन सीमा पर रक्षा सेवाओं के लिए भी संकट के समय में खास भूमिका निभा सकता है। प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा ने 22 जनवरी, 1997 को इस पुल की आधारशिला रखी थी लेकिन इस पर काम 21 अप्रैल, 2002 को तत्कालीन अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के समय में शुरू हो सका। पुल का शुभारंभ आज 25 दिसंबर को वाजपेयी की वर्षगांठ पर किया गया है।
प्रॉजेक्ट में देरी के चलते 85 पर्सेंट बढ़ी लागत 
परियोजना में अत्यधिक देरी के कारण इसकी लागत में 85 फीसदी की बढ़ोत्तरी हो गई। शुरुआत में इसकी लागत 3230.02 करोड़ रुपये थी, जो बढक़र 5,960 करोड़ रुपये हो गई। इस बीच पुल की लंबाई भी पहले की निर्धारित 4.31 किलोमीटर से बढ़ाकर 4.94 किलोमीटर कर दी गई। परियोजना के रणनीतिक महत्व को देखते हुए केंद्र सरकार ने इस पुल के निर्माण को 2007 में राष्ट्रीय परियोजना घोषित किया था। इस कदम के बाद से धन की उपलब्धता बढ़ गई और काम की गति में तेजी आ गई।
अधिकारियों ने इस पुल के बारे में कहा, यह ब्रह्मपुत्र नदी के उत्तरी किनारे पर रहने वाले लोगों को होने वाली असुविधाओं को काफी हद तक कम कर देगा पर इसकी संरचना और इसकी डिजाइन को मंजूरी देते समय रक्षा आवश्यकताओं ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। एक रक्षा सूत्र ने कहा, यह पुल सुरक्षा बलों और उनके उपकरणों के तेजी से आवागमन की सुविधा प्रदान करके पूर्वी क्षेत्र की राष्ट्रीय सुरक्षा को बढ़ाएगा। इसका निर्माण इस तरह से किया गया था कि आपात स्थिति में एक लड़ाकू विमान भी इस पर उतर सके।
आर्मी के साथ-साथ आम लोगों को भी फायदा 
उन्होंने कहा, पुल का सबसे बड़ा लाभ दक्षिणी से उत्तरी तट तक सैनिकों की आसान आवाजाही में होगा। इसका मतलब यह हुआ कि चीन की तरफ, भारत की सीमा में कई सौ किलोमीटर की दूरी कम हो जाएगी। सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, पहले ढोला-सदिया पुल और अब बोगीबील- ये दोनों भारत की रक्षा क्षमता को बढ़ाने जा रहे हैं।
पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी प्रणव ज्योति शर्मा ने कहा, चीन के साथ भारत की 4,000 किलोमीटर लंबी सीमा का लगभग 75 प्रतिशत हिस्सा अरुणाचल प्रदेश में है और यह पुल भारतीय सेना के लिए सीमा तक आवागमन में मदद करेगा। ब्रह्मपुत्र नदी पर बोगीबील पुल असम में डिब्रूगढ़ शहर से 17 किमी दूर स्थित है और इसका निर्माण तीन लेन की सडक़ों और दोहरे ब्रॉड गेज ट्रैक के साथ किया गया है। यह पुल देश के पूर्वोत्तर इलाके की जीवन रेखा होगा और असम और अरुणाचल प्रदेश के पूर्वी क्षेत्र में ब्रह्मपुत्र नदी के उत्तर और दक्षिण तट के बीच संपर्क की सुविधा प्रदान करेगा। इससे अरुणाचल प्रदेश के अंजाव, चंगलांग, लोहित, निचली दिबांग घाटी, दिबांग घाटी और तिरप के दूरस्थ जिलों को बहुत लाभ होगा।

ज़रूरत पड़ी तो दिल्ली में लागू हो सकता है ऑड-ईवन: केजरीवाल
Posted Date : 26-Dec-2018 12:11:50 pm

ज़रूरत पड़ी तो दिल्ली में लागू हो सकता है ऑड-ईवन: केजरीवाल

नईदिल्ली ,25 दिसंबर । दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार को जि़म्मेदार ठहराया है. साथ ही उन्होंने इस बात के संकेत भी दिए कि दिल्ली में जल्द ही ऑड ईवन फार्मूला लागू कर सकती है. बता दें कि दिल्ली में हवा की गुणवत्ता इन दिनों बेहद खराब हो गई है.
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण की रोकथाम पर केजरीवाल ने कहा, प्रदूषण को कम करने के लिए हम पिछले एक साल से केंद्र सरकार से बात कर रहे हैं. अगर सच में प्रदूषण पर काबू पाना है तो हमें पड़ोसी राज्यों से बातचीत करनी होगी. केंद्र को ये काम करना चाहिए. जब भी जरूरत पड़ेगी हम ऑड ईवन फार्मूला लागू करेंगे.
दिल्ली में केजरीवाल सरकार अब तक तीन बार ऑड ईवन फार्मूला लागू कर चुकी है. आखिरी बार इसे 13 से 17 नवंबर के बीच साल 2017 में लागू किया गया था.
आपको बता दें कि दिल्ली में हवा की गुणवत्ता फिर खराब हो गई है. वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में जाने के बाद केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड नीत कार्य बल ने लोगों को सलाह दी है कि वे अगले तीन से पांच दिन तक घर से बाहर निकलने से बचे और निजी गाडिय़ों का इस्तेमाल कम से कम करें.
दिल्ली में रविवार को साल में दूसरी बार प्रदूषण का स्तर सबसे ज्यादा रहा. मौसम संबंधी स्थितियों की वजह से आगामी कुछ दिनों तक दिल्ली की वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में बनी रह सकती है.

अटल आयुष्मान भारत स्वास्थ्य योजना प्रदेश में की गयी लांच
Posted Date : 26-Dec-2018 12:11:16 pm

अटल आयुष्मान भारत स्वास्थ्य योजना प्रदेश में की गयी लांच

देहरादून ,25 दिसंबर । प्रदेश सरकार की ओर से सभी राज्यवासियों के लिए लागू की जा रही अटल आयुष्मान भारत स्वास्थ्य योजना मंगलवार को लांच हो गई। इस योजना के तहत प्रदेश के सभी परिवारों को पांच लाख रुपये तक की चिकित्सा सुविधा प्राप्त हो सकेगी। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस योजना को लांच करने के साथ ही इसके लिए मोबाइल एप और वेबसाइट भी लांच किया। केंद्र सरकार की ओर से लागू आयुष्मान भारत योजना की तर्ज पर प्रदेश सरकार ने अटल आयुष्मान स्वास्थ्य योजना लागू की है। उत्तराखंड ऐसा पहला प्रदेश होगा जहां सभी परिवारों को इसमें शामिल किया गया है।
देहरादून के रेसकोर्स स्थित बन्नू स्कूल में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अटलजी की जयंती पर अटल आयुष्मान योजना का शुभारंभ किया। सीएम समेत तमाम मंत्री विधायकों ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर योजना को जनता के लिए समर्पित किया।
इस योजना के तहत लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड दिया जाएगा। इस गोल्डन कार्ड को अस्पताल में दिखाने पर उन्हें कैशलैस इलाज की सुविधा मिल सकेगी। अपरिहार्य स्थिति में कार्डधारक सीधे निजी अस्पतालों में इलाज करा सकते हैं। गोल्डन कार्ड के लिए आवेदन वही कर सकते हैं, जिनका नाम 2012 की मतदाता सूची में होगा। इसके अलावा 2012 के परिवार रजिस्टर को भी इसका आधार बनाया गया है। जिनका नाम इस सूची में नहीं होगा, उन्हें जिलाधिकारी कार्यालय में इसके लिए आवेदन करना होगा। हालांकि, कार्ड उन्हीं को मिलेगा जो 2012 से ही उत्तराखंड में निवास कर रहे होंगे।
प्रदेश में सरकारी कर्मचारियों के लिए आयुष्मान भारत योजना 26 जनवरी से लागू होगी। हालांकि, राज्य कर्मचारियों को इसका लाभ लेने के लिए एक निश्चित धनराशि देनी होगी। इस योजना का लाभ सरकारी अस्पताल के डॉक्टर व कर्मचारियों को भी मिलेगा। दरअसल, सरकार निजी चिकित्सालयों के समान ही सरकारी अस्पतालों में मरीजों के इलाज का पैसा देगी। इनमें से एक निश्चित प्रतिशत चिकित्सकों व स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को भी दिया जाएगा।