छत्तीसगढ़

कम वर्षा से फ सल प्रभावित किसानों को हर संभव मदद दी जाएगी : कलेटर
Posted Date : 16-Aug-2017 11:45:02 am

कम वर्षा से फ सल प्रभावित किसानों को हर संभव मदद दी जाएगी : कलेटर

राजनांदगांव,(आरएनएस)। कलेटर भीम सिंह ने कहा कि इस वर्ष की मानसून की अनियमितता एवं अल्प वर्षा की स्थिति को देखते हुए जिले के सभी सूखा प्रभावित कृषकों को हर संभव मदद उपलध कराई जाएगी। कलेटर भीम सिंह आज 12 अगस्त को कलेटोरेट सभाकक्ष राजनांदगांव में आयोजित राजस्व विभाग की मासिक समीक्षा बैठक में राजस्व अधिकारियों को जिले में सूखे की संभावना को देखते हुए उससे निपटने हेतु पुता इंतिजाम सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए है। कलेटर ने कहा कि राज्य शासन द्वारा सभी सूखा प्रभावित कृषकों को फसल बीमा की राशि प्रदान करने के साथ ही आरबीसी 6(4) जैसे अन्य शासकीय योजनाओं के माध्यम से राहत पहुंचाने की कार्रवाई की जाएगी। बैठक में आज कलेटर ने जिले के राजस्व विभाग के कार्यों की अनुविभाग एवं तहसीलवार विस्तृत समीक्षा की। इस दौरान कलेटर ने तहसीलदार खैरागढ़ अरूण सोनकर एवं नायब तहसील कार्यालय में पदस्थ रीडर मंगलेश नामदेव के विरूद्ध राजस्व स्टेटमेन गलत बनाए जाने तथा कार्यों में गंभीर लापरवाही एवं उदासीनता बरते जाने के कारण कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए है। राजस्व विभा" की समीक्षा बैठक में आज अपर कलेटर जेके धु्रव सहित सहायक कलेटर डॉ. रवि मिाल, संयुक्त कलेटर रेणुका श्रीवास्तव एवं एमडी तिगाला एवं जिले के सभी अनुविभागीय राजस्व अधिकारी तथा राजस्व अधिकारीगण उपस्थित थे। कलेटर ने जिले के सभी राजस्व अधिकारियों को इस वर्ष की अल्प वर्षा की स्थिति को ध्यान में रखते हुए जलाशयों, नहरों एवं तालाबों से फसलों की सिंचाई हेतु पानी उपलध कराने की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होनें किसानों को सिंचाई हेतु नदी-नालों एवं जलाशयों से सिंचाई पंपों के माध्यम से सिंचाई करने की अनुमति प्रदान करने के निर्देश भी दिए। इसके अलावा उन्होनें ट्यूबवेल एवं अन्य सिंचाई पंपों के माध्यम से फसलों की सिंचाई सुनिश्चित कराने हेतु आवश्यकता अनुसार विद्युत आपूर्ति की भी व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश राजस्व अधिकारियों को दिए। इसके लिए उन्होनें विद्युत विभाग के अधिकारियों एवं मैदानी अमले में पदस्थ कर्मचारियों के साथ समन्वय बनाकर सिंचाई हेतु विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित कराने को कहा। सिंह ने जिले के सभी राजस्व अधिकारियों को सूखा प्रभावित क्षेत्रों को सूखा घोषित करने हेतु तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए है। बैठक में कलेटर ने राजस्व विभा" के कार्यों की विस्तृत समीक्षा करते हुए पुराने राजस्व प्रकरणों का निराकरण समय-सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होनें िव व ा िद त - अ िव व ा िद त नामांतरण, बटवारा, सीमांकन आदि प्रकरणों की विस्तृत समीक्षा की। उन्होनें राजस्व अधिकारियों को एक वर्ष एवं उससे उपर के सभी राजस्व प्रकरणों का निराकरण प्राथमिकता के साथ सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। सिंह ने समय सीमा में राजस्व प्रकरणों के निराकरण हेतु तहसीलदार मोहला चंद्रवंशी के कार्यों की प्रशंसा भी की। कलेटर ने बुधवार 9 अगस्त को तहसील कार्यालय खैरागढ़ के आकस्मिक निरीक्षण के दौरान नायब तहसीलदार कार्यालय के रीडर मंगलेश नामदेव द्वारा गलत स्टेटमेन बनाए जाने पर गहरी नाराजगी जतायी। उन्होनें गलत स्टेटमेट बनाए जाने पर संबंधित तहसीलदार नायब तहसीलदार एवं रीडरों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। कलेटर ने कहा कि स्टेटमेन गलत पाए जाने पर संबंधित अधिकारी एवं रीडर के विरूद्ध एक-एक वेतन वृद्धि रोकने की कार्रवाई की जाएगी। सिंह ने राजस्व अधिकारियों को स्टेटमेन भेजने से पहले उसे प्रमाणित कराने के निर्देश भी दिए। कलेटर ने तहसील कार्यालयों में स्थापित लोक सेवा केन्द्रों के कार्यों की भी विस्तृत समीक्षा की। उन्होनें लोक सेवा केन्द्रों के सामने विभिन्न सेवाओं के लिए लगने वाली निर्धारित शुल्क एवं दस्तावेजों की जानकारी भी प्रदर्शित कराने को कहा। इसके साथ ही उन्होनें लोक सेवा केन्द्रों के माध्यम से आम लोगों को प्रदान की जाने वाली सेवाओं का भी उल्लेख करने को कहा। उन्होनें लोक सेवा केन्द्र में आवेदन करने वाले आवेदकों को अनिवार्य रूप से पावती प्रदान करने तथा लोक सेवा केन्द्रों में आपरेटरों के अलावा अन्य किसी व्यक्ति के प्रवेश वर्जित करने के निर्देश भी दिए। इसके साथ ही उन्होनें आपरेटरों को प्रशिक्षण प्रदान कराने एवं लोक सेवा केन्द्र के सामने उनका नाम एवं मोबाईल नंबर को भी प्रदर्शित कराने को कहा। कलेटर ने जिले के सभी तहसील कार्यालयों को सुसज्जित एवं सर्वसुविधा युक्त बनाने हेतु प्राक्कलन बनाकर कार्यपालन अभियंता लोक निर्माण विभाग को प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए। उन्होनें कहा कि जिले के सभी तहसील कार्यालयों में सभी सुविधाएं उपलध कराकर उन्हें मॉडल स्वरूप देने का प्रयास किया जाएगा। कलेटर ने कहा कि जिले के सभी तहसील कार्यालयों में समुचित साफ- सफाई के अलावा शौचालय पेयजल व्यवस्था एवं आ"न्तुकों के लिए बैठने के लिए खुर्सी आदि की व्यवस्थाएं होनी चाहिए। कलेटर ने मलेरिया आदि बीमारियों की शिकायत मिलने पर तत्काल उस क्षेत्र का दौरा कर स्वास्थ्य विभाग से समन्वय बनाकर बचाव आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। बैठक में जिले के सभी तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार तथा राजस्व अधिकारीगण उपस्थित थे। 

मुख्यमंत्री ने किया चिरायु छत्तीसगढ़ योजना का शुभारंभ
Posted Date : 12-Aug-2017 11:19:56 am

मुख्यमंत्री ने किया चिरायु छत्तीसगढ़ योजना का शुभारंभ

र ा य प ु र ,(आरएनएस)। मुयमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज नया रायपुर स्थित सत्य सांई सौभाग्य्म में आयोजित कार्यक्रम में हृदय रोग से पीडि़त बच्चों के नि:शुल्क इलाज के लिए 'चिरायु छाीसगढ मुयमंत्री बाल हृदय योजना़Ó शुभारंभ किया। इस योजना में स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण में हृदय के आपरेशन के लिए चिन्हित बच्चों का सत्य सांई संजीवनी अस्पताल में नि:शुल्क आपरेशन किया जाएगा। यह योजना राज्य सरकार द्वारा संजीवनी अस्पताल के माध्यम से क्रियान्यवित की जाएगी। मुयमंत्री ने कहा कि इस योजना के संचालन और सत्य सांई संजीवनी अस्पताल के विस्तार की योजना के लिए राच्य सरकार की ओर से हरसंभव सहयोग दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल में बच्चों के इलाज के लिए आने वाले परिवारों की सुविधा के लिए नया रायपुर में राज्य सरकार और नया रायपुर विकास प्राधिकरण द्वारा एक सर्वसुविधायुक्त धर्मशाला का निर्माण भी किया जाएगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता सत्य सांई हेल्थ एवं एज्युकेशन ट्रस्ट के चेयरमेन सी. श्रीनिवास ने की। स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर, सत्य सांई ट्रस्ट के प्रमुख बी.एल. नरसिहन मूर्ति, आइजेक और सत्य सांई बाबा के शिष्य मधुसूदन नायडू विशेष अतिथि के रुप में कार्यक्रम में उपस्थित थे। मुयमंत्री ने इस अवसर पर संजीवनी अस्पताल में हृदय के आपरेशन के बाद स्वस्थ हो चुके तीन सौ बच्चों को 'नये जीवन के उपहारÓ के रुप में ट्रस्ट की ओर से प्रमाण पत्र और उज्जवल भविष्य के लिए आशीर्वाद प्रदान किया। कार्यक्रम में बच्चों के परिजन भी उपस्थित थे। मुयमंत्री और अतिथियों ने इसके कार्यक्रम के प्रारंभ में सत्य सांई बाबा की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। मुयमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि संजीवनी अस्पताल के रुप में छाीसगढ़ को सत्य सांई बाबा का वरदान मिला है। इस अस्पताल में हृदय रोग से पीडि़त छाीसगढ़ के नौ सौ से अधिक बच्चों के दिल का सफल आपरेशन हो चुका है। इन्हें मिला कर देश के 28 राज्यों और 8 देशों के अब तक तीन हजार 563 बच्चों के दिल का सफल ऑपरेशन हो चुका है। आज कार्यक्रम में शामिल बच्चों के चेहरे पर खुशी और प्रसन्नता दिख रही है। मुयमंत्री ने कहा कि इस अस्पताल के डॉटर और पैरामेडिकल स्टॉफ के लोग पूरे समर्पण के साथ मानवता की सेवा कर रहे हैं। मुयमंत्री ने सत्य सांई ट्रस्ट द्वारा छाीसगढ़ में दी जा रही सेवाओं की सराहना की। मुयमंत्री ने राज्य सरकार द्वारा संचालित मुयमंत्री बाल हृदय योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि इस योजना के अंतर्गत प्रदेश में अब तक साढ़े चार हजार बच्चों के हृदय के सफल ऑपरेशन किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि आज यह अस्पताल अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपना स्थान बना चुका है। इस अवसर पर बच्चों ने सांस्कृति कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सत्य सांई ट्रस्ट के चेयरमेन सी. श्रीनिवास ने कहा कि एक वर्ष के अंदर नया रायपुर के संजीवनी अस्पताल में हृदय के ऑपरेशन के लिए चार ऑपरेशन थियेटर और कैथ लैब स्थापित किए जाएंगे। इनमें से तीन माह में दो ओ.टी. काम करना प्रारंभ कर देंगे। स्वास्थ्य मंत्री अजय चन्द्राकर ने कहा कि मनुष्य की सेवा ही भगवान की सेवा है। सत्य सांई ट्रस्ट द्वारा सेवा का अनुकरणीय कार्य किया जा रहा है। चन्द्राकर ने राज्य सरकार द्वारा संचालित मुयमंत्री बाल हृदय सुरक्षा योजना और चिरायु योजना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि चिरायु योजना के अंतर्गत प्रदेश के लगभग ढाई लाख स्कूली बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कर गंभीर बीमारियों से पीडि़त बच्चों का नि:शुल्क उपचार कराया जा रहा है। संजीवनी अस्पताल के मुय शल्य चिकित्सक आशीष ने भी अपने विचार प्रकट किए। मधुसूदन नायडू ने सत्य सांई बाबा का संदेश सुनाया। इस अवसर पर ट्रस्ट के अनेक पदाधिकारी, प्रबुद्ध नागरिक और बड़ी संया में श्रद्धालु उपस्थित थे। 

अब बी.कॉम पास स्टूडेंट भी कर सकेंगे एमए
Posted Date : 29-Jul-2017 1:07:00 pm

अब बी.कॉम पास स्टूडेंट भी कर सकेंगे एमए

कोरबा,(आरएनएस)। बी.कॉम पास कर आगे की पढ़ाई आट्र्स में करने का मन बना रहे कॉलेज स्टूडेंट्स के लिए एक अच्छी खबर है। कॉमर्स स्नातक अब अपने मनचाहे कला विषय में एमए कर सकेंगे। पूर्व में उनके सामने बी.कॉम के बाद एम.कॉम में एडमिशन के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं था। उच्च शिक्षा विभाग की गाइडलाइन के तहत अब तक यह सुविधा बीएससी व बीए में स्नातक की डिग्री प्राप्त युवाओं को दी जा रही थी। छात्र-छात्राओं की डिमांड पर बिलासपुर विश्वविद्यालय के ऑर्डिनेंस के तहत व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए पुन: यह सुविधा प्रदान की जा रही है। महाविद्यालयों में उच्च शिक्षा विभाग की गाइडलाइन का पालन करते हुए बी.कॉम कर चुके स्नातक विद्यार्थियों को एमए में प्रवेश नहीं दी जाती रही। उच्च शिक्षा विभाग के नोटिफिकेशन में यह लिखा है कि स्नातकोार स्तर पर जो विद्यार्थी बी.कॉम, बीएससी, गृहविज्ञान व बीए से स्नातक उाीर्ण कर चुके हैं, उन्हें क्रमश: एम.कॉम, एमएससी गृहविज्ञान व एमए पूर्व में प्रवेश दिया जाए। एमएससी के अलावा बीएससी उाीर्ण छात्र-छात्राओं को भी एमए में नियमित प्रवेश की पात्रता दी गई है। इसी विषय में बिलासपुर विश्व विद्यालय का नियम कहता है कि किसी भी विषय में स्नातक करने वाले विद्यार्थी किसी भी आट्र्स विषय में स्नातकोार कक्षा में प्रवेश करने के पात्र हैं। इस नोटिफिकेशन का हवाला देते हुए उच्च शिक्षा सचिव से नियम में संशोधन पर पुन: विचार करने की गुजारिश की गई थी, ताकि संबंधित विषय में स्नातकोार की पढ़ाई करने के इच्छुक युवा परेशानी से बच सकें। बिलासपुर विश्वविद्यालय के ऑर्डिनेंस का अनुसरण करते हुए शासकीय पीजी कॉलेज में बी.कॉम स्नातकों को एमए में प्रवेश देने की सुविधा प्रदान कर दी गई है। शैक्षणिक सत्र 2015.16 तक बी.कॉम स्नातकों को विवि के नोटिफिकेशन के मुताबिक कला संकाय के किसी अन्य विषय में एमए की पढ़ाई करने की सुविधा दी जा रही थी, जिसे पिछले साल यानि शैक्षणिक सत्र 2016-17 में ही बंद कर दिया गया। पहले यह सुविधा सभी संकाय के लिए रखी गई थी, जिससे केवल कॉमर्स के लिए हटा दी गई। उच्च शिक्षा विभाग की गाइडलाइन पर यह बदलाव किया गया। स्नातक के बाद की पढ़ाई के नियमों में फेरबदल पहले भी लगातार होते रहे हैंए जिसके तहत कॉमर्स स्नातकों के लिए आगे की स्नातकोार शिक्षा एमए से पूरी करने का रास्ता बंद कर दिया गया था। इसकी वजह से बड़ी में संया में छात्र-छात्राएं प्रभावित हुए। अब बी.कॉम पास स्टूडेंट भी कर सकेंगे एमए ० 

खुले में किया शौच तो बजेगी सिटी
Posted Date : 22-Jul-2017 11:34:17 am

खुले में किया शौच तो बजेगी सिटी

जगदलपुर,(आरएनएस)। स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत शहर के 48 वार्डों में खुले में शौच करना अब महंगा पड़ सकता है। शहर को ओडीएफ बनाने के लिए आयुक्त एके हलदार ने शासन के आदेश पर निगम कार्यालय के सभी महिला एवं पुरूष कर्मचारी एवं अधिकारियों की ड्यूटी सुबह पांच से सात लगाई है। इन्हें निर्देशित किया गया है कि शहर के प्रत्येक चिन्हित स्थान जहां खुले में शौच होता है वहां तैनात रहें और यदि कोई खुले में शौच करते दिखता है तो सिटी बजाकर उसे सजग करें और बताएं कि खुले में शौच न करे। कर्मचारी अधिकारी अब खुले में शौच के नफा नुकसान भी बताएंगे। ऐसी स्थिति में सुबह पांच से सात के बीच यदि आपके घर के आसपास जोर-जोर से सिटी बजे तो यह मत समझना कि कोई चोरी का मामला है या फिर चौकीदार सजगता दिखा रहा है। बस इतना समझ लेना कि यदि सुबह-सुबह सिटी बजती है तो आप के घर के आसपास कुछ गंदगी होने वाली थी। इसे निगम के जागरूक अमले ने बचा दिया है। इस मिशन में सौ से अधिक कर्मचारियों की तैनाती होगी जो पहले तो खुले में शौच करने वालों को सिटी बजाकर सजग करेंगे और इसके बाद शौचालय के उपयोग और फायदे की जानकारी देंगे। 

छत्तीसगढ़ राज्य ओपन स्कूल परीक्षा हेतु आवेदन 15 तक
Posted Date : 07-Jul-2017 11:31:04 am

छत्तीसगढ़ राज्य ओपन स्कूल परीक्षा हेतु आवेदन 15 तक

रायपुर (आरएनएस)। कक्षा दसवीं-बारहवीं ओपन स्कूल परीक्षा के लिए आवेदन की प्रक्रिया चल रही है। इसके लिए आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 15 जुलाई तक निर्धारित है। ओपन स्कूल या अन्य बोर्ड अनुतीर्ण होने वाले विद्यार्थी इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। ओपन स्कूल की यह परीक्षा सितबर में होगी। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि मुय परीक्षा का फार्म जिस अध्ययन केन्द्र से भरा गया है, वहीं से अवसर परीक्षा का फार्म भी भरा जाए। अन्यथा फार्म निरस्त कर दिया जाएगा। यदि कोई भी छात्र विषय परिवर्तन चाहता है, तो अवसर परीक्षा फार्म के साथ विषय परिवर्तन फार्म भी जमा करना होगा। विषय परिवर्तन का आवेदन नेट पर उपलध है। यह परीक्षा मुय परीक्षा दिसबर 2013 के छात्रों के लिए अंतिम नवम अवसर परीक्षा होगी। 

बाल्को संयंत्र में किया चक्काजाम
Posted Date : 28-Jun-2017 12:13:52 pm

बाल्को संयंत्र में किया चक्काजाम

कोरबा। बीसीपीपी बंद होने से निकाल गए ठेका मजदूरों ने बाल्को के मटेरियल व दो कोयला गेट में चक्काजाम कर दिया। इस दौरान कोई भी वाहन न तो संयंत्र के अंदर जा सका और न ही बाहर निकल सका। दिन भरे चले आंदोलन के बाद प्रशासन के हस्तक्षेप बाद प्रबंधन ने वार्ता की। प्रबंधन ने आश्वस्त किया कि निलंबित किए गए तीन कामगारों को वापस रखा जाएगा। बीसीपीपी कर्मियों को सोमवार तक उच्च प्रबंधन से वार्ता कर काम पर रखा जाएगा। बाल्को प्रबंधन ने दिसंबर माह में बीसीपीपी प्लांट बंद कर कर्मियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया था। आंदोलन के बाद बाल्को में नौकरी देने का आश्वासन दिया, पर कुछ ही कर्मियों को कार्य पर रखा। शेष कर्मी अब तक नौकरी के लिए भटक रहे हैं। काम में रखे गए कर्मियों को भी निलंबित किए जाने से सभी कर्मियों में आक्रोश व्याप्त हो गया। बीएमएस संविदा मजदूर संघ के बैनर तले कर्मी लगातार धरना दे रहे हैं। प्रबंधन के ध्यान नहीं दिए जाने पर नाराज आंदोलनकारियों ने शनिवार को बाल्को संयंत्र के मटेरियल गेट तथा दो कोयला गेट में चक्काजाम कर दिया। इससे संयंत्र के कोयला अनलोड करने न तो ट्रक प्रवेश कर सका और न ही हॉट मेटल लेकर ट्रक बाहर निकल सके। सुबह 9 बजे से शुरू हुआ आंदोलन दिन भर चलने पर प्रबंधन ने प्रशासन व पुलिस बुला लिया। शाम पांच बजे प्रशासन की उपस्थिति में प्रबंधन ने वार्ता की। इस दौरान प्रबंधन ने निलंबित किए गए तीन कर्मी सुलेमान तांडी, गौरीशंकर तथा राजेंद्र को एक सप्ताह के भीतर वापस काम पर रखने का आश्वासन दिया। इसी तरह बीसीपीपी से निकाले गए 65 कर्मियों को काम पर रखने के लिए उच्च प्रबंधन से चर्चा की जाएगी। सोमवार तक सभी कर्मियों को काम पर रखे जाने के संदर्भ में वास्तविकता से अवगत करा दिया जाएगा। शेष मांग भी जल्द पूरा करने प्रबंधन गंभीर है। वार्ता उपरांत आंदोलन कारियों ने चक्काजाम स्थगित करते हुए कहा कि यदि समस्या का जल्द निराकरण नहीं किया जाता है तो पुन: उग्र आंदोलन किया जाएगा। इस मौके पर प्रशासन की ओर से सिटी मजिस्ट्रेट गजेंद्रसिंह ठाकुर, तहसीलदार तुलाराम भारद्वाज, सीएसपी सुखनंदन राठौर, बाल्को टीआई यदुमणी सिदार, संविदा मजदूर संघ की ओर से हेतराम कर्ष, कंचन दास, सुलेमान तांडी समेत काफ ी संया में बीसीपीपी कर्मी उपस्थित रहे। इसी कड़ी में बाल्को प्रबंधन ने बीसीपीपी कर्मियों को काम पर रखने का आश्वासन दिया था, पर काम में नहीं रखने पर पीएमओ व सीएम के समक्ष शिकायत की गई। दोनों स्थान से निर्देश मिलने पर प्रबंधन ने पहले नौकरी देने पर सहमति जताई, पर बाद में वायदे से मुकर गया। इससे मजदूरों में काफी नाराजगी है।