छत्तीसगढ़

नोटबंदी के दौरान करोड़ों नोटो की बदली का सनसनीखेज खुलासा, छत्तीसगढ़ जोगी कांग्रेस व कांग्रेस सरकार पर जोरदार हमला
Posted Date : 23-Jun-2018 5:57:00 pm

नोटबंदी के दौरान करोड़ों नोटो की बदली का सनसनीखेज खुलासा, छत्तीसगढ़ जोगी कांग्रेस व कांग्रेस सरकार पर जोरदार हमला

रायपुर । नोटबंदी के दौरान छत्तीसगढ़ के सहकारी बैंकों में लगभग 280 करोड़ रुपयों की राशि जमा हुई है। सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त हुई जानकारी से यह बात सामने आयी है। नोटबन्दी के दौरान सहकारी बैंकों में 280 करोड़ रुपये जमा किया गया।  उल्लेखनीय है कि 10 नवंबर 2016 से 31 दिसंबर 2016 के बीच छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी बैंक मर्यादित में 32 करोड़ 52 लाख रूपए मूल्य के पुराने नोट जमा हुए। साथ ही 10 नवंबर 2016 से 14 नवंबर 2016 के बीच अर्थात सिर्फ पांच दिनों में बिलासपुर, दुर्ग, अंबिकापुर, जगदलपुर, रायपुर और राजनांदगाव के जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित में क्रमशः 50 करोड़ 29 लाख, 56 करोड़ 96 लाख, 10 करोड़ 88 लाख, 29 करोड़ 33 लाख, 60 करोड़ 64 लाख और 38 करोड़ 77 लाख रूपए जमा किये गए हैं। इस प्रकार नोटबंदी के बाद प्रदेश के जिला सहकारी बैंकों में 5 दिनों में ही लगभग 247 करोड़ रूपए जमा किये गए। अब इस मामले में कांग्रेस और जोगी कांग्रेस दोनों ने भाजपा सरकार को जमकर घेरा है। विधायक अमित जोगी ने कहा कि साफ है कि यह धन सफेद नही बल्कि काला है और भाजपाई नेताओं ने सहकारी बैंकों का दुरुपयोग कर अपना काला धन इन बैंकों में फ़र्ज़ी नामों से जमा रखा है। जहां प्रदेश में एक ओर सहकारी बैंक किसानों को ऋण पटाने के लिए तंग कर रहे हैं वहीं इन बैंकों में सरकारी संरक्षण प्राप्त भ्रष्टाचारी अपना पैसा सुरक्षित रख ऐश कर रहे हैं। विपक्ष की भूमिका पर भी सवाल उठाते हुए अमित जोगी ने कहा कि प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को नोटबंदी के बाद गुजरात की बैंकों में जमा हुई राशि की याद तो आती है लेकिन छत्तीसगढ़ के विषय में वे मौन धारण किये हुए हैं। अमित जोगी ने कहा कि जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) प्रदेश के किसानों के संग मिलकर 25 जून को आरटीआई में उल्लेखित सहकारी बैंकों का घेराव करेगी और सरकार पर किसानों का ऋण माफ करने, सुख राहत और मुआवजा देने का दबाव बनाएगी।

वहीं कांग्रेस ने भी को आपरेटिव बैंक में नोटबंदी के दौरान नोट अदला-बदली के मुद्दे पर प्रदर्शन का ऐलान किया है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि नोटबंदी को नोट बदली बनाकर जिस प्रकार से देश में सबसे बड़ा कांड अमित शाह के डायरेक्टर होने वाले बैंक में किया गया, उस के खुलासे से पूरा देश स्तब्ध रह गया है आज पूरे देश के साथ-साथ छत्तीसगढ़ में सभी जिला मुख्यालयों में नोटबंदी में किए गए इतने बड़े गड़बड़झाले के खिलाफ कल भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का पुतला जलाया जाएगा

ससुराल वालों के काले रंग का ताना सुनकर बहू ने पांच रिश्तेदारों को मौत की नींद सुला दिया
Posted Date : 23-Jun-2018 5:55:21 pm

ससुराल वालों के काले रंग का ताना सुनकर बहू ने पांच रिश्तेदारों को मौत की नींद सुला दिया

ससुराल वालों के काले रंग का ताना सुनकर बहू इतनी खफा हुई कि पांच रिश्तेदारों को मौत की नींद ही सुला लिया। मामला महाराष्ट्र के रायगड़ का है, जहां ससुराल वालों द्वारा काले रंग को लेकर ताना मारने से इतनी नाराज हुई कि उसने भोज के खाने में ही जहर मिला दिया, जिसे खाकर 5 रिश्तेदारों की मौत हो गई, जबकि 120 लोग बीमार पड़ गए. पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर लिया है और महिला ने भी अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है. पुलिस ने बताया कि महिला ने सांप को मारने वाला जहर दाल में डाल दिया था. पुलिस ने बताया कि 23 वर्षीय महिला अपने पति की हत्या करना चाहती थी. आरोपी महिला ने पुलिस को बताया कि उसका पति और ससुराल वाले उसके काले रंग का हमेशा मजाक उड़ाते रहते थे और उसकी बनाए खाने की भी बुराइयां करते रहते थे. पुलिस ने बताया कि महिला मुंबई से 70 किलोमीटर दूर रायगड जिले के खलापुर की रहने वाली है और सोमवार को अपने एक रिश्तेदार सुभाष माने के यहां आयोजित भोज में हिस्सा लेने के लिए महाड आई हुई थी. हालांकि महिला को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया. पुलिस का कहना है कि महिला की दो साल पहले शादी हुई थी और शुरू से ही ससुराल वाले उसके काले रंग के लिए उसे ताना मारते थे. साथ ही ससुराल वाले स्वादिष्ट खाना न बना पाने को लेकर भी उसे लगतार प्रताड़ित करते रहते थे.प्रादन्या सुर्वासे के रिश्तेदार सुभाष माने ने सोमवार को गृह प्रवेश के अवसर पर भोज का आयोजन किया था. गृह प्रवेश की पूजा-पाठ के बाद दोपहर 2:30 बजे के करीब भोज शुरू हुआ. खाना गांव के ही एक महाराज ने बनाया था. खाना खाने के कुछ ही घंटे बाद लोग मिचली, उल्टी आने और पेट दर्द की शिकायत करने लगे. तबीयत बिगड़ने के चलते करीब 88 लोगों को हॉस्पिटल में भर्ती करना पड़ा. जहरीला खाना खाने से मरने वालों में तीन बच्चे शामिल हैं. उल्का शिंदे के बेटे ऋषिकेश की भी मौत हो गई. पुलिस ने एक-एक कर खाना परोसने वालों से पूछताछ शुरू की तो प्रादन्या सुर्वासे ने अपने जुर्म स्वीकार कर लिया.

पत्रकारिता आज कठिन दौर से गुजर रही – बृजमोहन
Posted Date : 22-Jun-2018 4:12:42 pm

पत्रकारिता आज कठिन दौर से गुजर रही – बृजमोहन

रायपुर। कृषि एवं सिंचाई मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि जीवन में संबंधों का बड़ा महत्व होता है। आज के इस आपाधापी के दौर में सिर्फ कामकाजी संबंध ही बन रहे हैं । व्यक्तिगत संबंध या मित्रता कहीं पीछे छूटती नजर आ रही है। दिनभर खबरों के पीछे भागने वाला पत्रकार भी आज अपने भीतर से कहीं न कहीं अकेलापन महसूस कर रहा है। हाल ही में हमने प्रदेश के दो युवा पत्रकारों को खोया है। इन दोनों हृदय विदारक घटनाओं को देखकर लगता है कि लोगों की पीड़ा को उजागर करने वाला पत्रकार अपनी पीड़ा बता सकने में असमर्थ हो रहा है। श्री अग्रवाल ने कहा कि आज की पत्रकारिता कठिन दौर से गुजर रही है। सबसे आगे दौडऩे की होड़ में न तो खबरों के साथ न्याय नहीं हो पा रहा है और न ही संबंधों के साथ। तनावयुक्त हो गई है आज की पत्रकारिता। ऐसे में जरूरी है कि थोड़ा संबंधों में जिया जाए और अपनी बातें, अपनी परेशानियां साथियों के साथ साझा करते रहे।

छत्तीसगढ़ श्रमजीवी पत्रकार संघ द्वारा ग्रामीण पत्रकारिता पर एक दिवसीय परिचर्चा का आयोजन रविवि प्रेक्षागृह में किया गया था जिसमें पूरे प्रदेश भर से लगभग एक हजार पत्रकार शामिल हुए। दो सत्र में संचालित कार्यशाला के प्रथम सत्र में अतिथि वक्ता के रूप में बोलते हुए वरिष्ठ पत्रकार हिमांशु द्विवेदी ने कहा कि आज भी ग्रामीण पत्रकारों की रिपोर्टिंग पर अखबारों की सफलता टिकी हुई है। जहां तक छत्तीसगढ़ का सवाल है आज भी आंचलिक पत्रकारिता बेहद विश्वसनीय है। वरिष्ठ पत्रकार प्रकाशचंद्र होता, रामअवतार तिवारी, बृजेश चौबे ने भी अपने विचार रखे। दूसरे सत्र में विश्व संवाद केन्द्र के मीडिया प्रभारी सुरेन्द्रजी ने पत्रकारों को अपनी ड्यूटी के साथ स्वस्थ रहने के कुछ गुर भी बताये। वरिष्ठ महिला पत्रकार प्रियंका कौशल ने कहा कि ग्रामीण अंचल में पत्रकारिता करने वाले पत्रकार बहुत ही सुविधा के अभाव में काम करते हैं । लेकिन उनका जज्बा ये दिखाती है कि ग्रामीण पत्रकारों को कितने जोखिम भरा काम करना पड़ता है। आज का दौर ग्रामीण पत्रकारों का दौर है, आने वाला दिन ग्रामीण पत्रकारों का ही होगा। वरिष्ठ पत्रकार प्रकाश शर्मा, आर. कृष्णादास ने भी संबोधित किया। संसदीय सचिव श्रीमती रुपकुमारी चौधरी भी कार्यक्रम में शामिल हुई। कार्यक्रम समापन को खुशनुमा बनाने पहुंचे पद्मश्री कवि डा. सुरेन्द्र दुबे ने जमकर हंसाया। सभी अतिथियों के साथ ग्रामीण अंचल से पहुंचे पत्रकारों का सम्मान भी किया गया।

अरविंद अवस्थी चौथी बार निर्विरोध अध्यक्ष निर्वाचित-छत्तीसगढ़ श्रमजीवी पत्रकार संघ का चुनाव गुरुवार 21 जून को हुआ। जिसमें प्रदेश अध्यक्ष पद पर चौथी बार अरविंद अवस्थी निर्विरोध निर्वाचित हुए,चुनाव की प्रक्रिया में किसी अन्य का नाम नहीं आने से चुनाव अधिकारी ने अवस्थी के निर्विरोध निर्वाचन की घोषणा की। साथ ही अन्य पदों पर भी निर्विरोध निर्वाचन हुआ जिसमें उपाध्यक्ष अमित गौतम, हरबंश अरोरा, महासचिव विश्वदीपक राई, सचिव मनोज मिश्रा, राजेश शुक्ला, अब्बास अली, सहसचिव रेणु मिश्र, दिनेश मिश्र कोषाध्यक्ष पद पर अनिल पवार निर्वाचित घोषित किये गये।

यात्रियों की बढ़ेगी मुश्किलें,25 जून से छत्तीसगढ़ में बसों की हड़ताल
Posted Date : 22-Jun-2018 3:55:39 pm

यात्रियों की बढ़ेगी मुश्किलें,25 जून से छत्तीसगढ़ में बसों की हड़ताल

25 जून से बस यात्रियों की मुश्किलें बढ़ने वाली है। प्रदेश के बस आपरेटर हड़ताल पर जा रहे हैं। पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों के बाद यात्री किराया में बढ़ोत्तरी की मांग को ये हड़ताल की जा रही है।छत्तीसगढ़ यातायात महासंघ और छत्तीसगढ़ बस आॅपरेटर फेडरेशन ने संयुक्त रूप से हड़ताल का ऐलान किया है। इस फैसले के बाद बस्तर से करीब 200 से अधिक बसों का संचालन बंद हो जाएगा। बस संचालकों की मुख्य मांगे यात्री किराया में 40 फीसदी बढ़ोतरी, यात्री वाहनों के संचालन की आयुसीमा 15 वर्ष करने, 2013 के यात्री वाहनों के रजिस्ट्रेशन में टैक्स मुक्त करने, परमिट का समय अंतराल 10 मिनट करना, किराया बढ़ाने के साथ टोल टैक्स भी किराये में जोड़ने की मांग है।

बस संचालकों के मुताबिक कई बार शासन को समस्याएं बताई गईं हैं, लेकिन सकारात्मक पहल नहीं की गई है। 25 जून से प्रदेश में बसों का संचालन बंद हो जाएगा। हड़ताल तब तक जारी रहेगी, जब तक सरकार उनकी मांगों पर गंभीर होकर विचार न करे। यात्री किराया में वृद्धि साल 2016 में की गई थी। उस समय डीजल की कीमत 45 रुपए लीटर थी और वर्तमान में डीजल के दामों में 30 रुपए की बढ़ोतरी हुई और उन्हें 75 रुपए लीटर की दर से मिल रहा है।

अब मार्कशीट गुम जाने के बाद भी चिंता नहीं, नैड लॉगइन कर पुन: निकाल पाएंगे, रिकार्ड होंगे ऑन लाइन
Posted Date : 20-Jun-2018 6:46:05 am

अब मार्कशीट गुम जाने के बाद भी चिंता नहीं, नैड लॉगइन कर पुन: निकाल पाएंगे, रिकार्ड होंगे ऑन लाइन

भिलाई। छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय भी अब हाइटेक होने जा रहा है। विवि ने सभी एकेडमिक रिकॉर्ड डिजिटल करने की योजना तैयार की है। नेशनल एकेडमिक डिपॉजिटरी (नैड) इसमें विवि प्रशासन को मदद करेगा। हाल ही में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की बैठक हुई, जिसमें सीएसवीटीयू के कुलपति डॉ. एमके वर्मा भी शामिल हुए। बीई और एमटेक छात्रों की मार्कशीट 15 जुलाई तक नैड में अपलोड कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि पिछले साल पास आउट हुए बीई और एमटेक छात्रों की मार्कशीट 15 जुलाई तक नैड में अपलोड कर दी जाएगी। इसके लिए विवि स्तर पर एक विशेष टीम का गठन होगा। इसका सबसे बड़ा फायदा विद्यार्थियों को होगा। वे कहीं से भी अपने दस्तावेज देख सकेंगे। यही नहीं नौकरियों के लिए अभी मैनुअल वेरिफिकेशन का सहारा लिया जाता है, जबकि नैड के दायरे में आने के बाद सरकारी विभाग ऑनलाइन ही वेरिफिकेशन कर पाएंगे। लिहाजा, विद्यार्थियों को भी परेशान नहीं होना पड़ेगा। इस प्रक्रिया में लगने वाला समय बेहद कम हो जाएगा। मैनुअल रिकॉर्ड होने के कारण विद्यार्थियों को हो रही परेशानी के मद्देनजर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने नैड शुरू किया। इसे बैंक का स्वरूप दिया गया है। जैसे बैंक में पैसे जमा होते हैं उसी तरह राष्ट्रीय स्तर पर विश्वविद्यालयों के एकेडमिक रिकॉर्ड का बैंक बना है। जल्द ही इसमें सीएसवीटीयू भी शामिल हो जाएगा। सीएसवीटीयू के नैड से जुडऩे के बाद छात्रों को प्रमाणपत्र, अंकपत्र, रजिस्ट्रेशन नंबर, माइग्रेशन आदि सभी जरूरी कागजात ऑनलाइन उपलब्ध हो जाएंगे। छात्रों को ऑनलाइन डिजिटल रिकॉर्ड प्राप्त करने के लिए पासवर्ड दिया जाएगा।
अंकसूची गुम हो जाने या कोई और दिक्कत में भी छात्रों को घबराने की दिक्कत नहीं होगी। वे नैड लॉगइन कर अपने दस्तावेज पुन: निकाल पाएंगे।

‘आजीवन याद रहता है स्कूल का पहला दिन’
Posted Date : 20-Jun-2018 6:42:27 am

‘आजीवन याद रहता है स्कूल का पहला दिन’

मुख्यमंत्री ने किया राज्य स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव का शुभारंभ
रायपुर। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने राजधानी रायपुर के भाठागांव स्थित नगर माता बिन्नी बाई सोनकर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय परिसर में आयोजित समारोह में राज्य स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव का शुभारंभ किया। उन्होंने प्राथमिक से लेकर हाईस्कूल  कक्षाओं तक नये प्रवेश लेने वाले बच्चों का तिलक लगाकर और मिठाई खिलाकर स्वागत करते हुए उन्हें आशीर्वाद दिया।
मुख्यमंत्री ने स्कूली बच्चों को नि:शुल्क बैग और पाठ्य पुस्तकों का भी वितरण किया। डॉ. सिंह ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि हर व्यक्ति के जीवन में स्कूल का पहला दिन, वहां की पहली कक्षा और पहले शिक्षक आजीवन याद रहते हैं। उन्होंने कहा – मुझे आज भी याद है कि उस जमाने में माता-पिता जब बच्चों को स्कूल में दाखिले के लिए ले जाते थे, तो बच्चे भय और संकोच की वजह से रोते थे। माता-पिता को उनका हाथ पकड़कर स्कूल ले जाना पड़ता था, लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा प्रत्येक शिक्षा सत्र के लिए शुरू की गई शाला प्रवेश उत्सवों की परम्परा से बच्चों में स्कूल के प्रति उत्साह और आकर्षण बढ़ा है। अब अधिकांश बच्चे पहले ही दिन से हसते हुए स्कूल जाते हैं। डॉ. रमन सिंह ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा शुरू किए गए डॉ. ए.पी.जे. अब्दुलकलाम शिक्षा गुणवत्ता अभियान सहित स्कूल में दिये जा रहे संसाधनों के फलस्वरूप अब हमारे सरकारी स्कूलों का स्तर काफी बढ़ा है और पढ़ाई के मामले में सरकारी और निजी स्कूलों में कोई अंतर नहीं रह गया है। डॉ. सिंह ने कहा कि – मैंने स्वयं और हमारे साथियों ने भी सरकारी स्कूलों में पढ़ाई की है।  मेरे बच्चों ने भी सरकारी शिक्षा संस्थाओं में पढ़ाई की है और डॉक्टर तथा इंजीनियर बने हैं।  मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर नगर माता बिन्नी बाई सोनकर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में नये शिक्षा सत्र से कृषि संकाय शुरू करने की घोषणा की। उन्होंने इस विद्यालय परिसर में स्कूल शिक्षा विभाग के माध्यम से एक आउटडोर स्टेडियम भी बनवाने का ऐलान किया।
जल्द शुरू होगी विषय शिक्षकों की भर्ती
मुख्य अतिथि की आसंदी से समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा – राज्य के स्कूलों में भौतिक शास्त्र, गणित, रसायन शास्त्र, अंग्रेजी आदि विभिन्न विषयों के शिक्षक पर्याप्त संख्या में हों, इसके लिए भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी।  उन्होंने पंचायत एवं नगरीय निकाय संवर्ग के शिक्षकों (शिक्षाकर्मियों) के संविलियन के राज्य शासन के ऐतिहासिक निर्णय का उल्लेख करते हुए उनसे और भी अधिक समर्पित होकर कर्तव्य निर्वहन का आव्हान किया। डॉ. सिंह ने कहा कि हम सब मिलकर प्रदेश के बच्चों के व्यापक हित में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए काम करेंगे।
समारोह की अध्यक्षता लोकसभा सांसद रमेश बैस ने की। कृषि और जल संसाधन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, स्कूल शिक्षा और आदिम जाति विकास मंत्री केदार कश्यप, पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष देवजी भाई पटेल, रायपुर नगर (उत्तर) के विधायक श्रीचंद सुंदरानी और अध्यक्ष जिला पंचायत रायपुर श्रीमती शारदा वर्मा सहित अनेक वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों ने भी इस अवसर पर नये प्रवेश ले रहे बच्चों का तिलक लगाकर और मिठाई खिलाकर स्वागत और अभिंनदन किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 15 नवप्रवेशी बच्चों को तिलक लगाकर और मिठाई खिलाकर शाला में प्रवेश कराया। उन्होंने इस अवसर पर बच्चों को स्कूल बैग और किताबें भी प्रदान की। मुख्यमंत्री ने नन्ही बालिका दुर्गा धु्रव, खुशी बघेल और जान्हवी साहू को कक्षा पहली में तथा कु.अमन निर्मलकर, पायल निर्मलकर और मोनू साहू को कक्षा छठवी में तथा कु.कलश सोनकर, कु. श्रद्धा सोनकर और वीरेन्द्र सोनकर को कक्षा नवमी में तिलकलगाकर प्रवेश दिलाया।
मुख्यमंत्री ने की कवर्धा कलेक्टर की तारीफ
डॉ. रमन सिंह ने शाला प्रवेश उत्सव में कबीरधाम कलेक्टर अवनीश शरण की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने इस वर्ष भी अपनी बिटिया को सरकारी स्कूल में पढ़ाई के लिए प्रवेश दिलाया है, जो समाज के लिए प्रेरणादायक है।
बच्चों के लिए अभ्यास पुस्तिकाओं का विमोचन
मुख्यमंत्री और उपस्थित अतिथियों ने इस अवसर पर स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से कक्षा दूसरी, तीसरी और चैथी के बच्चों के लिए अभ्यास पुस्तिकाओं का, मुस्कान पुस्तकालय योजना के लिए प्राप्त पुस्तकों का और सम्पर्क शिक्षक पुस्तिका का विमोचन किया। उन्होंने डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम शिक्षा गुणवत्ता अभियान की तीसरे वर्ष की मॉनिटरिंग रिपोर्ट का भी विमोचन किया।