छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ में हो रहे हर दिन 11 लोगो की मौत …सबसे ज्यादा खुद खुसी के मामले सामने आये….
Posted Date : 04-Jul-2018 5:38:19 pm

छत्तीसगढ़ में हो रहे हर दिन 11 लोगो की मौत …सबसे ज्यादा खुद खुसी के मामले सामने आये….

प्रदेश में 14 माह में हत्या, दुर्घटना, आत्महत्या से मरने वालों के बेहद ही चैकाने वाले आकड़े सामने आये हैै। आकड़ों की बात की जाये तो छत्तीसगढ़ 14 माह में 4770 महिला पुरुष की मौत हुई है. वहीँ अगर प्रति दिन की बात की जाये तो रोजाना 11 लोगों की मौत हो रही हैं, जिनमें महिला, पुरूष दोनों शामिल है। विधानसभा में कांग्रेस विधायक धनेेंद्र साहू ने गृहमंत्री से पूछे गये सवाल में जानकारी दी है.

सर्वाधिक मौतों की बात करे तो राजधानी  रायपुर टाॅप पर है। रायपुर में प्रतिदिन 3 लोगों की मृत्यु हो रही है। वहीं दूसरे पर बिलासपुर है यहां पर भी लगभग 3 लोगों की मृत्यु हर रोज हो रही है। दुर्ग की बात करे तो यहां पर हर रोज 2 लोगों की मृत्यु हो रही है। वहीं रायगढ़, राजनांदगांव में प्रति दिन 1 व्यक्ति की मृत्यु किसी न किसी कारण से हो रही है।
आइये जानते है कि 2017-2018 से 30 मई तक हत्या, दुर्घटना, आत्महत्या से अब तक कितने लोगों की मौते हुई है…..
राजधानी में हत्या से इन 14 महीनों में 25 महिला की मौत हुई है, तो वहीं 48 पुरूष की हत्या हुई है। दुर्घटना से 107 महिलाएं, 512 पुरूषो की मौत हुई है, तो वहीं आत्महत्या से 492 पुरूष और 187 महिलाओं ने जान गंवायी है।

दुर्ग में 17 महिलाओं की हत्या हुई है, तो वहीं 30 पुरूष की हत्या हुई है। दुर्घटना से 64 महिलाएं, 223 पुरूषों की जान गयी है, जबकि आत्महत्या 209 महिलाएं और 332 पुरूष, ने की है।

रायगढ़ में 34 महिला की हत्या तो वहीं 38 पुरूषों का मर्डर हुआ है। दुर्घटना से 41 महिलाएं, 274 पुरूषो की जान गयी, जबकि 112 महिलाएं और 291 पुरूष ने आत्महत्या कर अपनी जान दी।

अब अगर राजनांदगांव की बात की जाये तो 14 माह में हत्या से 9 महिला की मौत हुई है, तो वहीं 31 पुरूष की हत्या से मौत हुई है। दुर्घटना से 26 महिलाएं, 242 पुरूषों की मौत हुई है। तो वहीं आत्महत्या की बात की जाये तो 116 महिलाएं और 259 पुरूष ने आत्महत्या की है।

बीमा कंपनी ने बनाया था केवल 50 करोड़ का क्लेम, आपत्ति के बाद 466 करोड़ रुपए का बना
Posted Date : 04-Jul-2018 5:36:51 pm

बीमा कंपनी ने बनाया था केवल 50 करोड़ का क्लेम, आपत्ति के बाद 466 करोड़ रुपए का बना

राजनांदगांव। बीमा कंपनी ने खरीफ फसल के दौरान सेटेलाइट इमेज ली थी और इस आधार पर 50 करोड़ रुपए का क्लेम तैयार किया था। हमने तुरंत विरोध जताया और इस मामले को बीमा से संबंधित टेक्निकल एडवाइजरी कमेटी के समक्ष रखा। एडवाइजरी कमेटी को तर्क दिया कि बीमा कंपनी को फसल कटाई प्रयोग का शेड्यूल दिया गया था और वे मौके पर उपस्थित रहकर सत्यापन के लिए स्वतंत्र थे। कमेटी ने तर्क को सही माना और फैसला हमारे पक्ष में आया, इसके बाद एसल कटाई प्रयोग के आधार पर बीमा मिला और 466 करोड़ रुपए का क्लेम तैयार हुआ। यह बात सांसद अभिषेक सिंह ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में बैठक में किसानों से कही।
उन्होंने कहा कि किसानों को शासकीय योजनाओं का पूरा लाभ मिले, इसके लिए हम प्रतिबद्ध है। राजनांदगांव के किसान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का पूरा लाभ उठायें, इसके लिए ही व्यापक तौर पर ग्रामसभा का आयोजन किया गया और किसानों को फसल बीमा के लिए तैयार किया गया। इसका अच्छा परिणाम हुआ और डेढ़ लाख किसानों को फसल बीमा का भुगतान हुआ है और 466 करोड़ रुपए का आबंटन जिले को हुआ है। बैठक में अपर कलेक्टर जे.के. ध्रुव, ओंकार यदु और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। साथ ही पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष दिनेश गांधी, भरत वर्मा एवं सांसद प्रतिनिधि रवींद्र सिंह भी उपस्थित थे।
00 दस दिनों में पूरी होगी जांच :
सांसद ने कहा कि कुछ गांवों में किसान भाइयों ने बीमा का लाभ नहीं मिलने की बात कही है। ऐसा किस परिस्थिति में हुआ, इसके संबंध में इन गांवों में जांचदल भेजा जाएगा, जांच में त्रुटि पाई गई तो इसे निराकरण के लिए बीमा कंपनी के पास भेजा जाएगा। कलेक्टर भीम सिंह ने कहा कि दस दिनों के भीतर यह जांच पूरी हो जाएगी। जांच में मुख्य रूप से यह देखा जाएगा कि किसान को सिंचित या असिचिंत श्रेणी में रखने का क्या आधार माना गया। फसल कटाई चिन्हांकित खसरा नंबर पर ही की गई या नहीं। फसल कटाई प्रयोग के पश्चात मिंजाई या तौल की गई या नहीं।
00 हर ग्राम पंचायत में रखी जाएगी फसल बीमा की गाइडलाइन :
कलेक्टर भीम सिंह ने बताया कि फसल बीमा के संबंध में किसानों की जागरूकता बढ़ाने एवं इसकी पूरी प्रक्रिया की जानकारी देने के लिए हर ग्राम पंचायत में ग्रामसभा का आयोजन किया जाएगा। साथ ही हर ग्राम पंचायत में इसकी गाइडलाइन भी रखी जाएगी, इसमें सरल भाषा में बीमा के नियमों की संक्षिप्त जानकारी दी जाएगी ताकि किसान बीमा की प्रक्रिया पूरी समझकर इससे अधिकतम लाभ उठा सकें। इसके साथ ही कलेक्ट्रेट में भी फसल बीमा एवं खेती-किसानी से संबंधित अन्य जानकारी देने एक स्थायी सेल का निर्माण भी किया जाएगा ताकि किसान भाइयों को अपनी दुविधा का समाधान करने स्थायी रूप से एक विशेषज्ञ की सहायता मिल जाए।
बैठक के बीच सांसद ने बताया सरकार ने बढ़ाया
चर्चा के दौरान सांसद सिंह ने किसानों को बताया कि शासन ने धान का समर्थन मूल्य 200 रुपए बढ़ा दिया है। आज ही कैबिनेट समिति (आर्थिक मामले) ने आज धान का समर्थन मूल्य 200 रूपए बढ़ाने का निर्णय लिया है।

मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह पहली बार अपने किसी मंत्री के कमरे मे पहुंचे, राजनीतिक मुद्दों पर भी चर्चा हुई
Posted Date : 03-Jul-2018 5:46:07 pm

मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह पहली बार अपने किसी मंत्री के कमरे मे पहुंचे, राजनीतिक मुद्दों पर भी चर्चा हुई

रायपुर- बीते 15 सालों में जो विधानसभा ने नहीं देखा, वह आज देखने को मिला. छत्तीसगढ़ विधानसभा ने ऐसी तस्वीर पहले कभी नहीं देखी थी. दरअसल मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह पहली बार अपने किसी मंत्री के कमरे में जा पहुंचे. हुआ कुछ यूं कि सेंट्रल हाॅल में मीडिया प्रतिनिधियों के साथ ग्रुप फोटो में शामिल होने के बाद विधानसभा परिसर स्थित अपने कमरे में लौट रहे थे, अचानक वे संसदीय कार्यमंत्री अजय चंद्राकर के कमरे में जा पहुंचे.संसदीय कार्यमंत्री के कमरे में मुख्यमंत्री के पहुंचने की खबर सुनकर करीब के कमरे में बैठे मंत्री बृजमोहन अग्रवाल और प्रेमप्रकाश पांडेय भी वहां पहुंच गए. कमरे में सिर्फ मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह और तीनों मंत्रियों के अलावा कोई और नहीं था. अधिकारियों के साथ-साथ सुरक्षा में लगे जवाब भी कमरे के बाहर ही खड़े रहे. मुख्यमंत्री आधा घंटे से ज्यादा समय तक अपने कद्दावर मंत्रियों के साथ रायशुमारी करते रहे. इस पल की सामने आई तस्वीरें बताती हैं कि इस बैठक के दौरान अट्टाहास का दौर भी चला, तो गंभीर राजनीतिक मुद्दों पर भी गहन चर्चा की गई. मंत्रीगणों से चर्चा के बाद बाहर निकले मुख्यमंत्री से पूछा कि तीन बार की सरकार में यह पहला मौका देखने को मिला, जब सत्र की कार्यवाही के दिनों में आप मंत्री लाॅबी की ओर आए. संसदीय कार्यमंत्री के कमरे में लंबे समय तक बैठे? इस सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने हंसते हुए कहा कि-चाय पीने की इच्छा हो रही थी. इसलिए संसदीय कार्यमंत्री के कमरे में आ गया.चाय पीने की इच्छा हो रही थी. इसलिए संसदीय कार्यमंत्री के कमरे में आ गया.मुख्यमंत्री का मंत्री लाॅबी स्थित संसदीय कार्यमंत्री अजय चंद्राकर के कमरे में आना भले ही यूं ही हो गया हो, लेकिन इस दौरान कई अहम मुद्दों पर भी चर्चा की खबर है. संसदीय कार्यमंत्री अजय चंद्राकर ने बातचीत में कहा कि-मुख्यमंत्री जी के साथ सामान्य चर्चा हुई है. उनके आने की खबर सुनकर बृजमोहन अग्रवाल और प्रेमप्रकाश पांडेय जी भी कमरे में आए. राजनीतिक मुद्दों पर भी चर्चा हुई. सदन में कांग्रेस ने अविश्वास प्रस्ताव लाया है, लिहाजा इसे लेकर भी हमारे बीच कुछ चर्चाएं हुई है.मुख्यमंत्री जी के साथ सामान्य चर्चा हुई है. उनके आने की खबर सुनकर बृजमोहन अग्रवाल और प्रेमप्रकाश पांडेय जी भी कमरे में आए. राजनीतिक मुद्दों पर भी चर्चा हुई. सदन में कांग्रेस ने अविश्वास प्रस्ताव लाया है, लिहाजा इसे लेकर भी हमारे बीच कुछ चर्चाएं हुई है.

छत्तीसगढ़: हाईकोर्ट के नए चीफ जस्टिस अजय कुमार त्रिपाठी 7 जुलाई को राजभवन में लेंगे शपथ
Posted Date : 03-Jul-2018 5:44:52 pm

छत्तीसगढ़: हाईकोर्ट के नए चीफ जस्टिस अजय कुमार त्रिपाठी 7 जुलाई को राजभवन में लेंगे शपथ

बिलासपुर. हाईकोर्ट के नए चीफ जस्टिस अजय कुमार त्रिपाठी 7 जुलाई को राजभवन में शपथ लेंगे. राज्यपाल बलरामजी दास टंडन नए चीफ जस्टिस को उनके पद की शपथ दिलाएंगे. अजय कुमार त्रिपाठी अब चीफ जस्टिस टीबी राधाकृष्णन का स्थान लेंगे. सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम ने छत्तीसगढ़ का चीफ जस्टिस बनाने के लिए त्रिपाठी के नाम की अनुशंसा की थी.बता दें कि चीफ जस्टिस त्रिपाठी इससे पूर्व पटना हाई कोर्ट में न्यायाधीश रह चुके हैं. बोकारो इस्पात नगर से इनका गहरा नाता है. इन्होंने स्कूली शिक्षा संत जेवियर्स स्कूल बोकारो में ग्रहण की. यहां से प्लस टू स्तर की शिक्षा हासिल किए. इसके बाद उन्होंने दिल्ली के मशहूर श्रीराम कॉलेज से उच्च शिक्षा ग्रहण की. दिल्ली विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई पूरी किए.उन्होंने 1981 से हाई कोर्ट में प्रैक्टिस शुरू की. नौ अक्टूबर, 2006 से ही उन्होंने पटना हाई कोर्ट में जज के रूप में कार्य शुरू किया. वे 21 नवंबर, 2007 को हाई कोर्ट के नियमित जज बने. गोल्फ में उनकी गहरी रुचि है. वे अंतर राज्यस्तरीय गोल्फ टूर्नामेंट में भी हिस्सा ले चुके हैं.वे 2007 से 2009 तक पटना गोल्फ क्लब के अध्यक्ष रहे. इनके पिता पंडित हरि नारायण त्रिपाठी समाजसेवी हैं. इनके छोटे भाई विजय कुमार त्रिपाठी एवं अभय त्रिपाठी आईएएस अधिकारी हैं. इनके दादा पं. परमानंद त्रिपाठी मजदूर नेता एवं बिहार इंटक के अध्यक्ष थे.

कोरबा कुसमुंडा रेलवे फाटक पार कर एक युवक के बारे में, जिसे देखकर लोगों की रुह तक कांप गई
Posted Date : 03-Jul-2018 5:43:54 pm

कोरबा कुसमुंडा रेलवे फाटक पार कर एक युवक के बारे में, जिसे देखकर लोगों की रुह तक कांप गई

कोरबा। कई लोगों को रेलवे फाटक बंद होने के बाद भी ट्रैक पार करने की इतनी जल्दबाजी होती है कि वो कुछ भी कर गुजरने को तैयार हो जाते हैं। बंद फाटक से ट्रैक पार करते हुए कई लोगों को अपनी जिंदगी से भी हाथ धोना पड़ा है। लेकिन हम यहां बताने जा रहे हैं कोरबा कुसमुंडा रेलवे फाटक पार कर रहे एक युवक के बारे में, जिसे देखकर लोगों की रुह तक कांप गई। दरअसल, मंगलवार को कोरबा कुसमुंडा रेलवे फाटक बंद होने के बावजूद एक युवक बाइक सहित पटरियां पार कर रहा था। युवक शॉर्टकट के चक्कर में फाटक के बजाए दूसरी जगह से बाइक निकलने की कोशिश कर रहा था। लेकिन उस शख्स को पटरी पार करना तब महंगा पड़ा जब उस ट्रैक में एकाएक छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस आ गई। ट्रेन को करीब आता देख युवक ने पटरी पर ही अपनी बाइक छोड़ दी और मौके से भाग निकला। युवक की किस्मत अच्छी थी की वो बच गया और मौके से भाग गया। ट्रेन के ड्राइवर ने जैसे ही देखा उसने तत्काल ट्रेन रोकी। वहीं ट्रेन की चपेट में आने से युवक की बाइक पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गयी है। हादसा आज सुबह करीब 11.00 बजे का है जब फाटक के बजाये कुसमुंडा पेट्रोल पम्प के पीछे से एक बाइक चालक पटरिया पार करने की कोशिश कर रहा था। वह शख्स कौन था यह तो पता नहीं चल सका है। लेकिन लोगो के मुताबिक वह नगरपालिका में पदस्थ लेखापाल है। घटना की सूचना लोको पायलट ने तत्काल कंट्रोल रूम को दिया जहां से आरपीएफ और दूसरे कर्मियों की टीम मौके के लिए रवाना हो गयी है। इस हादसे में युवक की जान बाल-बाल बच गया।

ऑनलाइन काउंसिलिंग 15 तक, बगैर पंजीयन अभ्यर्थी प्रवेश के पात्र नहीं
Posted Date : 02-Jul-2018 5:01:14 pm

ऑनलाइन काउंसिलिंग 15 तक, बगैर पंजीयन अभ्यर्थी प्रवेश के पात्र नहीं

रायपुर। पीएटी-2018 प्रवेश परीक्षा में शामिल सभी छात्र-छात्राओं को इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय की ऑनलाइन काउंसिलिंग में 15 जुलाई के पूर्व पंजीयन कराना अनिवार्य है। पीएटी परीक्षा में शामिल अभ्यर्थी जिनका कोई भी रैंक हो ऑनलाइन पंजीयन करा सकते हैं। महाविद्यालयों में सीटों की उपलब्धता के आधार पर वे प्रवेश के पात्र होंगे। 15 जुलाई तक ऑनलाइन काउंसिलिंग के लिए पंजीयन न करने वाले अभ्यर्थी महाविद्यालयों में प्रवेश के पात्र नहीं होंगे अर्थात उक्त तिथि तक ऑनलाइन पंजीयन न करने वाले अभ्यर्थियों को महाविद्यालयों में दाखिला नहीं मिल सकेगा। ऑनलाइन काउंसिलिंग के प्रथम चरण के तहत 1 जुलाई से 15 जुलाई तक आवेदन फार्म भरने के लिए ऑनलाइन पंजीयन, फीस जमा कर दस्तावेज अपलोड किए जा सकेंगे। 18 जुलाई को सीट और महाविद्यालय का आबंटन किया जाएगा।

19 जुलाई से 21 जुलाई तक अभ्यर्थी आबंटित प्रोविजनल सीट को सुरक्षित करने हेतु ऑनलाइन फीस जमा कर सकेंगे। दस्तावेज परीक्षण के लिए अभ्यर्थियों को 19 जुलाई से 22 जुलाई के मध्य कृषि महाविद्यालय रायपुर में उपस्थित होना होगा और 19 जुलाई से 25 जुलाई के मध्य आबंटित महाविद्यालय में अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी। महाविद्यालयों में रिक्त सीटों के लिए द्वितीय चरण की काउंसलिंग 27 जुलाई, तृतीय चरण की चरण की काउंसिलिंग 2 अगस्त और अंतिम चरण की काउंसिलिंग 8 अगस्त को होगी। निजी महाविद्यालयों में प्रबंधन कोटे की सीटों पर प्रवेश के लिए सीधे संबंधित निजी महाविद्यालय में संपर्क कर सकते हैं। प्रबंधन कोटे में प्रवेश 13 से 16 अगस्त के मध्य होगा।