छत्तीसगढ़

सोनिया गांधी का जन्मदिन मनाया कांग्रेसियों ने
Posted Date : 10-Dec-2018 11:30:06 am

सोनिया गांधी का जन्मदिन मनाया कांग्रेसियों ने

जगदलपुर, 10 दिसंबर । सोनिया गांधी  के जन्मदिवस पर आज शहर जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा संगोष्ठी सहित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गए। संगोष्ठी कार्यक्रम में सर्वप्रथम श्रीमती गांधी के कांग्रेस के प्रति योगदान के बारे में कांग्रेस जनों ने अपने अपने विचार व्यक्त किये इस गरिमामय कार्यक्रम में कांग्रेस पार्टी के सभी प्रकोष्ठों के पदाधिकारी बढ़ी संख्या में उपस्थित थे।
ततपश्चात कार्यक्रम में उपस्थित जिलाध्यक्ष राजीव शर्मा के नेतृत्व में कांग्रेस भवन में केक काटकर कांग्रेसियों ने खुशी का इजहार किया। कांग्रेस भवन में आयोजित कार्यक्रम के बाद आस्था निकुंज वृद्धा आश्रम पहुंचकर वृद्धजनों से भेंट कर शहर जिला कांग्रेस कमेटी ने सोनिया गांधी के दीर्घायु की कामना करते हुए फल वितरण किया।
इसके पश्चात महात्मा गांधी बाल कल्याण संस्थान पहुंच कर कांग्रेसियों ने बच्चों के साथ सोनिया गांधी  का जन्मदिन हर्षोल्लास के साथ मनाते हुए उन के बच्चों के बीच समय गुजारा एवं बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना कर इस शुभ अवसर पर फल वितरण किया। आज के इस कार्यक्रम में जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजीव शर्मा ने श्रीमती सोनिया गाँधी  के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनके त्याग तपस्या और बलिदानों को बताया और विगत दिनों हुए राज्य में विधानसभा चुनाव में कांग्रेसियों ने जो एकजुटता का परिचय देकर अपने प्रत्याशी के लिए जीतो? मेहनत की उसके लिए भी सभी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं व सदस्यों को धन्यवाद ज्ञापित करते उन्हें बधाई दी।

14 हजार लीटर शराब को बुलडोजर तले रौंदवा किया गया नष्ट
Posted Date : 10-Dec-2018 11:29:02 am

14 हजार लीटर शराब को बुलडोजर तले रौंदवा किया गया नष्ट

बिलासपुर , 10 दिसंबर ।  जिले के अलग-अलग 11 थानों से कार्रवाई के दौरान जब्त किए गए शराब को नष्ट किया गया है। इस दौरान पुलिस के अधिकारी भी वहां मौजूद रहे. सभी शराब के प्रकरणों का निराकरण कोर्ट से हो चुका था। पुलिस कप्तान आरिफ शेख से मिले निर्देश के बाद करीब 14 हजार लीटर देसी-विदेशी शराब को जिले के चकरभाठा क्षेत्र में नष्ट किया गया है।
करीब 33 सालों तक अलग-अलग थानों में अलग-अलग प्रकरणों से थानों के मालगोदामों में हजारों लीटर शराब जब्त कर रखी गयी थी। सालों से हो रही जब्ती की वजह से थानों का मालगोदाम खचाखच भर गया था, वहीं साफ सफाई भी नहीं हो रही थी। जिसके बाद एसपी आरिफ ने सभी थानों से रिकार्ड मंगवाया था। इन शराब की बोतलों को नष्ट करने के लिए सभी नियमों का पालन किया गया। साथ ही इसके लिए प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड की मंजूरी भी ली। सुप्रीम कोर्ट से मिले आदेश के बाद इन शराबों पर बुलडोजर चला दिया गया।

रुपए नहीं देने पर चालकों को पीटा
Posted Date : 10-Dec-2018 11:24:20 am

रुपए नहीं देने पर चालकों को पीटा

कोरबा 10 दिसम्बर । शराब के नशे में तीन युवकों द्वारा दो ट्रेलर चालकों को पैसे नहीं देने पर गाली-गलौज कर मारपीट की गई एवं वाहन में तोड़-फोड़ भी की। रिपोर्ट के 24 घंटे के भीतर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल दाखिल कराने की कार्रवाई की गई। 
बालको थाना प्रभारी निरीक्षक प्रमोद कुमार सिंह ने बताया कि मूलत: झारखण्ड राज्य के गढ़वा जिला अंतर्गत ग्राम सनपुरवा निवासी ट्रेलर चालक अब्दुल्ला अंसारी एवं असीर अंसारी के साथ घटना को अंजाम दिया गया था। ये दोनों बिलासपुर निवासी अनिरुद्ध अग्रवाल की ट्रेलर क्रमांक-सीजी 10 एपी 5100 एवं सीजी 10 एपी 4900 में 8 दिसंबर को गेवरा से कोयला लोड कर बालको प्लांट लेकर आ रहे थे। रात्रि 11:30 बजे परसाभांठा बाजार के पहले मुख्य सडक़ पर अविनाश त्रिपाठी, विरेन्द्र सिंह कंवर तथा अविनाश मौर्य नाम के सडक़ों के द्वारा वाहन को रोककर दोनों वाहन के चालकों से 5-5 हजार रूपये मांगे। चालकों के द्वारा पैसा नहीं कहे जाने पर तीनों ने जो कि शराब के नशे में थे, गाली-गलौज कर जान से मारने की धमकी देकर हाथ-मुक्का से मारपीट कर वाहनों के सामने व साईड ग्लास को पत्थर मारकर तोड़ दिये। दोनों चालकों की पृथक-पृथक रिपोर्ट पर क्रमश: अपराध क्रमांक 539, 540/2018 धारा 341, 294, 323, 327, 427, 506, 34 भादवि कायम कर विवेचना कर आरोपियों की पतासाजी कर अविनाश त्रिपाठी, विरेन्द्र सिंह कंवर तथा अविनाश मौर्य को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर न्यायालय पेश किया जाकर जेल दाखिल किया गया।

 प्रदेश के छह बड़े औद्योगिक शहरों में 31 जनवरी तक पटाखों पर प्रतिबंध
Posted Date : 10-Dec-2018 11:18:48 am

प्रदेश के छह बड़े औद्योगिक शहरों में 31 जनवरी तक पटाखों पर प्रतिबंध

० ठण्ड के मौसम में वायु प्रदूषण कम करने और जन स्वास्थ्य की दृष्टि से उठाया गया कदम
रायपुर, 10 दिसंबर । राज्य शासन के पर्यावरण विभाग की अधिसूचना के अनुसार राजधानी रायपुर सहित छत्तीसगढ़ के छह बड़े शहरों में पटाखों पर प्रतिबंध पिछले साल की तरह इस वर्ष भी एक दिसम्बर से 31 जनवरी 2019 तक अर्थात दो महीने तक जारी रहेगा। छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल के अधिकारियो ने आज यहां बताया कि पर्यावरण विभाग ने पिछले वर्ष यहां मंत्रालय (महानदी भवन) से अधिसूचना जारी कर यह प्रतिबंध लगाया था। उन्होंने बताया कि वायु प्रदूषण (निवारण और नियंत्रण) अधिनियम 1981 की धारा 19 (5) के तहत प्राप्त अधिकारों का प्रयोग करते हुए यह कदम उठाया है। 
उन्होंने बताया कि ठण्ड के मौसम में इन प्रमुख औद्योगिक शहरों में वायु प्रदूषण को कम करने, नियंत्रित रखने और पर्यावरण को स्वच्छ तथा स्वास्थ्य वर्धक बनाए रखने के लिए पटाखों पर यह प्रतिबंध लगाया गया है। राजधानी रायपुर के अलावा जिन बड़े शहरों में यह पाबंदी लगाई गई है, उनमें बिलासपुर, भिलाई, दुर्ग, रायगढ़ और कोरबा भी शामिल हैं। छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल के अधिकारियों के अनुसार पर्यावरण विभाग द्वारा सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ राज्य वायु प्रदूषण (निवारण और नियंत्रण) अधिनियम 1981 के तहत वायु प्रदूषण नियंत्रण क्षेत्र घोषित है। 
अधिकारियों ने बताया कि क्रिसमस और नव वर्ष को ध्यान में रखकर रात्रि 11.55 से 12.30 बजे तक पटाखें फोडे जाने की अनुमति जारी रखने का निर्णय लिया है। सर्वोच्च न्यायालय ने रिट पिटीशन (सिविल) क्रमांक 728/2015 श्री अर्जुन गोपाल विरूद्ध यूनियन ऑफ इंडिया पर आदेश पारित करते हुए पटाखों के उपयोग के संबंध में राज्यों को महत्वपूर्ण दिशा निर्देश जारी किए हैं, जिनमें क्रिसमस और नव वर्ष के अवसर पर रात्रि 11.55 से 12.30 बजे तक पटाखे फोड़े जाने की अनुमति दी गई है। पर्यावरण संरक्षण मंडल के अधिकारियों के अनुसार ठण्ड के मौसम में वायु प्रदूषण का स्तर बढता है, इसे निर्धारित मापदण्डों के अनुरूप बनाये रखने के लिये यह निर्णय लिया गया है। छत्तीसगढ पर्यावरण संक्षण मण्डल द्वारा प्रदूषण की जीरो टॉलरेंस की नीति है और इसलिये प्रदूषण को कम करने के लिये समन्वित प्रयास की आवश्यकता है। मण्डल द्वारा प्रतिबंध के संबंध में लिया गया यह निर्णय उसी कडी का एक हिस्सा है। पिछले 02 वर्षों से किये जा रहे लगातार प्रयासों के फलस्वरूप रायपुर की प्रदूषण स्तर में काफी सुधार हुआ है और वायु की गुणवत्ता बेहतर हुई है। रायपुर को ग्रीड में बांट कर मॉनिटरिंग की जा रही है जिसके फलस्वरूप रायपुर का प्रदूषण घट कर गुड की श्रेणी में आ गया है। दिपावली में भी प्रदूषण के स्तर में कमी आई है, और यह उद्योगों के साथ आम जनता के सहयोग से ही संभव हो पाया है। 

 युगों-युगों तक याद रहेगा वीर नारायण सिंह का बलिदान : डॉ. रमन सिंह
Posted Date : 10-Dec-2018 11:17:38 am

युगों-युगों तक याद रहेगा वीर नारायण सिंह का बलिदान : डॉ. रमन सिंह

० मुख्यमंत्री ने शहादत दिवस पर अमर शहीद को दी विनम्र श्रद्धांजलि
रायपुर, 10 दिसंबर । छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कल 10 दिसम्बर को छत्तीसगढ़ के अमर शहीद वीरनारायण सिंह के शहादत दिवस पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि दी है। मुख्यमंत्री ने उनके शहादत दिवस की पूर्व संध्या पर आज यहां जारी संदेश में कहा है कि देश की आजादी और मातृभूमि के प्रति उनका समर्पण और बलिदान युगों-युगों तक याद रहेगा। डॉ. रमन सिंह ने कहा-सोनाखान के वीर नारायण सिंह छत्तीसगढ़ महतारी और भारत माता के सच्चे सपूत थे, जिन्होंने सन 1857 के प्रथम भारतीय स्वंतत्रता संग्राम के दौरान छत्तीसगढ़ की जनता में देशभक्ति की भावना का संचार किया और आम जनता के क्रांतिकारी नायक बनकर उभरे। उनके मन में गरीबों और वंचितों के प्रति करूणा और परोपकार की भावना प्रबल थी, जिसके चलते उन्होंने सन 1856 के भयानक अकाल के दौरान गरीबों को भूख से बचाने के लिए अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ कठिन संघर्ष किया और अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। मुख्यमंत्री ने कहा है कि भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के गौरवशाली इतिहास में वीर नारायण सिंह के बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा।

 नगर का दलपतसागर तालाब पुन: अतिक्रमण की चपेट में
Posted Date : 09-Dec-2018 9:26:42 am

नगर का दलपतसागर तालाब पुन: अतिक्रमण की चपेट में

जगदलपुर, 09 दिसंबर । पहले से ही अतिक्रमण का शिकार हो रहे नगर का प्रमुख तालाब दलपतसागर इन दिनों फिर से अतिक्रमण की चपेट में हैं और अभी अतिक्रमण तालाब के जलकुंभियों और कमल की जड़ों का है। जानकारी के अनुसार लगभग 25 से 30 एकड़ क्षेत्र में लगातार जलकुंभियां फैल रही हैं और तालाब में गंदगी बढ़ती जा रही है। अब पानी का रंग भी ऐसा मटमैला और काले रंग का हो गया है कि यहां पर पानी छुने में भी डर लगता है। इसके साथ ही कीचड़ व गंदगी के मात्रा अधिक होने से जोंक भी अधिक हो गई हैं। 
उल्लेखनीय है कि तालाब में पहले जो सौंदर्यकरण का कार्य किया गया था और इसे संवारा गया था वह भी देखरेख के अभाव में मिटता जा रहा है। यहां पर एक आईलेंड बनाकर लोगों के बैठने के लिए जो व्यवस्था की गई थीं और थोड़ी देर राहत की सांस लेने के लिए व बस्तर की पहचान बनाने के लिए जो मूर्तियां लगाई गई थीं वे टूट-फूट की शिकार हो गई हैं। इसी प्रकार तालाब का पानी तो कम दिखता है लेकिन जलकुंभियों के बड़े क्षेत्र का दर्शन अधिक हो रहा है। यहां पर सारी व्यवस्थायें खस्ताहाल होकर रह गई हैं और ऐसा लोगों को लग रहा है कि निगम ने पर्यावरण के लिए आवश्यक इस तालाब को यूहीं मरने के लिए छोड़ दिया है।