छत्तीसगढ़

 मुख्यमंत्री ने सीमावर्ती राज्यों से आ रहे धान को पकडऩे वाले अधिकारियों की दी बधाई
Posted Date : 20-Dec-2018 12:21:54 pm

मुख्यमंत्री ने सीमावर्ती राज्यों से आ रहे धान को पकडऩे वाले अधिकारियों की दी बधाई

० मुख्यमंत्री ने धान का अवैध परिवहन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई के दिए निर्देश
रायपुर, 20 दिसंबर । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के सीमावर्ती राज्यों से आ रहे धान को पकडऩे वाले अधिकारियों को प्रोत्साहित करते हुए उन्हें बधाई दी है, वहीं उन्होंने धान की तस्करी करने वालों और परिवहन कर रहे वाहनों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल, मंत्रीद्वय श्री टी.एस. सिंहदेव और श्री ताम्रध्वज साहू के साथ आज मंत्रालय राजधानी रायपुर से राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए राज्य के सभी संभागायुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक की बैठक लेकर प्रदेश में समर्थन मूल्य पर की जा रही धान की खरीदी, बीते दिनों प्रदेश में हुई आकस्मिक वर्षा से प्रभावित धान व फसलों की स्थिति, वनाधिकार पट्टों का वितरण, कानून व यातायात व्यवस्था सहित अन्य विषयों की समीक्षा की।
रायपुर जिला कलेक्टोरेट के एनआईसी कक्ष में उपस्थित रायपुर संभाग के आयुक्त श्री जी.आर. चुरेन्द्र ने मुख्यमंत्री को संभाग में समर्थन मूल्य पर की जा रही धान की खरीदी के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि गरियाबंद जिले में पिछले सप्ताह राजस्व व पुलिस विभाग की संयुक्त टीम द्वारा गरियाबंद जिले के देवभाग इलाके में सीमावर्ती राज्य से आ रहे धान के वाहन को जप्त किया गया है। इस कार्यवाही के लिए मुख्यमंत्री श्री बघेल ने राजस्व व पुलिस विभाग की टीम को बधाई दी और कहा कि इसी तरह लगातार कार्रवाई जारी रहे और धान का अवैध परिवहन करने वाले वाहनों पर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। संभागायुक्त श्री चुरेन्द्र ने बताया कि लंबित राजस्व प्रकरणों के निराकरण के लिए संभाग के सभी जिलों में विशेष अभियान चलाने की कार्ययोजना बनायी गई है। जिस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अभियान के जरिए राजस्व न्यायालयों में नामांकन, सीमांकन, बटावारा और फौती आदि के लंबित प्रकरणों का शीघ्र निराकरण सुनिश्चित हो और इसके लिए लोगों को भटकना न पड़े। कलेक्टर डॉ. बसवराजु एस. ने बताया कि जिले में अभी तक 2 लाख 22 हजार टन धान की खरीदी की जा चुकी है, हाल मे हुई वर्षा से जिले के 47 किसानों की फसल प्रभावित हुई जिनका सर्वे कर प्रकरण तैयार किए जा रहे है और क्षति के आधार पर उन्हें राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के तहत आर्थिक सहायता राशि प्रदान की जाएगी। वीडियो कॉफ्रेसिंग में रायपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक श्री दीपांशु काबरा, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री अमरेश मिश्रा, नगर निगम रायपुर के आयुक्त श्री रजत बंसल भी उपस्थित थे।

 फिजूल खर्चो पर रोक की मुहिम : सीएम कॉरकेड में 13 के बजाए चलेगी अब 9 वाहने
Posted Date : 19-Dec-2018 1:07:49 pm

फिजूल खर्चो पर रोक की मुहिम : सीएम कॉरकेड में 13 के बजाए चलेगी अब 9 वाहने

रायपुर, 19 दिसंबर । फिजूल खर्चों में रोक लगाने के अपने वायदे के अनुसार मुख्यमंत्री ने इसकी शुरूआत अपने साथ चलने वाले काफिले से करते हुए वाहनों की संख्या कम करवा दी है। मुख्यमंत्री के काफिले में अब तक 13 वाहनें चलती थी, जिसे कम करके 9 वाहन कर दिया गया है। 
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राज्य की वित्तीय स्थिति सुधारने के लिए राज्य की कांग्रेस सरकार ने फिजूल खर्चों पर रोक लगाने का ऐलान कर दिया है। मुख्यमंत्री बनते ही भूपेश बघेल ने सबसे पहले फिजूल खर्चों पर रोक लगाने का ऐलान किया था। इसकी शुरूआत भी उन्होंने अपने ही काफिले से की है। बताया जाता है कि मुख्यमंत्री और राज्यपाल के काफिले में कम से कम 13 से 15 वाहनें चलती हैं। मुख्यमंत्री के काफिले में 13 वाहनें अब तक चलती आ रही है। भूपेश बघेल ने इस पर रोक लगाने का निर्देश दिया है। सूत्रों की माने तो मुख्यमंत्री श्री बघेल के निर्देश पर अति आवश्यक वाहनों को ही कॉरकेड में शामिल किया जाएगा। बताया जाता है कि सीएम श्री बघेल के निर्देश के बाद मुख्यमंत्री के कॉरकेड में शामिल 4 वाहनों को हटा दिया गया है, अब सीएम के कॉरकेड में केवल 9 वाहनें चलेगी। 
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने एक और बेहतर निर्णय लेते हुए अधिकारियों को निर्देश दिया है कि अति आवश्यक होने पर ही उनके काफिले के लिए टै्रफिक रोकी जाए, अन्यथा आम नागरिकों की सुविधा को देखते हुए उनके काफिले के लिए 15-20 मिनट पूर्व से टै्रफिक न रोकी जाए। इसके अलावा उनके काफिले के रास्ते में यदि एंबुलेंस आती है तो सबसे पहले एंबुलेंस को निकाला जाए और इसके बाद उनके काफिले को गुजरने दिया जाए। मुख्यंत्री श्री बघेल के इस निर्णय का अब चौतरफा स्वागत हो रहा है। आम नागरिकों में भी इस बात का हर्ष और उत्साह देखा जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने सबसे पहले आमजनों की सुविधा का ध्यान रखा है। बहरहाल मुख्यमंत्री श्री बघेल के इस निर्णय से विरोधियों की भी बोलती बंद हो गई है। 

बगदेवा खदान हादसा : दो अधिकारियों पर गिरी गाज
Posted Date : 19-Dec-2018 12:47:40 pm

बगदेवा खदान हादसा : दो अधिकारियों पर गिरी गाज

० प्रारंभिक जांच के बाद हुई कार्रवाई
कोरबा 19 दिसम्बर । बगदेवा भूमिगत खदान में हुए हादसे में माइनिंग सरदार सहित तीन श्रमिकों की मौत मामले में प्रबंधन ने दो अधिकारियों के खिलाफ  सस्पेंशन की कार्रवाई की है। प्रारंभिक जांच के बाद अधिकारियों पर यह कार्रवाई सुनश्चित की गई है। दूसरी ओर कटघोरा पुलिस ने भी खदान में हुए हादसे की जांच तेज कर दी है।
बताया जाता है कि एसईसीएल के मैनेजिंग डायरेक्टर एपी पाण्डेय द्वारा बगदेवा खदान के सीनियर मैनेजर राधेलाल सिन्हा एवं डिप्टी मैनेजर माइनिंग ओमप्रकाश सिंह के खिलाफ आरंभिक जांच के बाद सस्पेंशन की कार्रवाई की गई है। दोनों अधिकारियों को बिना अनुमति के मुख्यालय न छोडऩे निर्देशित किया गया है। दूसरी ओर कटघोरा पुलिस ने भी इस मामले में जांच तेज कर दी है।
हादसे के बाद से ही अधिकारियों की लापरवाही की खबरें सामने आ रही थी। प्रबंधन ने हादसे की जांच तेजी से शुरू करते हुए इसका जिम्मा डीजीएमएस की टीम को दिया था। प्रारंभिक जांच में दोनों अधिकारियों की भूमिका लापरवाही के दायरे में मिली है। जिसके बाद उन पर कार्रवाई की गाज गिरी है। माना जा रहा है कि जांच के बाद अन्य अधिकारियों पर भी कार्रवाई हो सकती है। वहीं उक्त अधिकरियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई आदेश जारी किया जा सकता है। पुलिस ने भी हादसे को लेकर कड़ी दर कड़ी जांच शुरू की है। जांच के बाद लापरवाह अफसरों के खिलाफ एफआईआर की कार्रवाई होने की भी संभावना बन गई है।

बेमौसम बारिश से प्रभावित किसानों को मुआवजा देने अमित जोगी ने की सरकार से मांग
Posted Date : 19-Dec-2018 12:47:05 pm

बेमौसम बारिश से प्रभावित किसानों को मुआवजा देने अमित जोगी ने की सरकार से मांग

रायपुर, 19 दिसंबर । जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के नेता अमित जोगी ने प्रदेश में बेमौसम बारिश से किसानों की फसल को हुए नुकसान का मुआवजा देने की मांग राज्य सरकार से किया है। 
श्री जोगी ने अपने बयान में नयी सरकार द्वारा पहले दिन ही किसानों की कर्जमाफी और धान का 2500 रूपए प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य दिए जाने के निर्णय का स्वागत किया है, साथ ही यह भी कहा है कि पूर्ववती सरकार की गलत भंडार नीतियों की वजह से किसानों द्वारा उत्पादित फसल को धान के रूप में सूखने  के लिए खुले में रख दिया गया था। पिछले दो दिनों से प्रदेश में हुई बेमौसम बारिश की वजह से संग्रहण केंद्रों में खुले में रखा धान भीग कर पूरी तरह खराब हो गया है। इस वजह से प्रदेश के किसानों को भारी नुकसान हुआ है। अमित जोगी ने शासन से मांग की है कि किसानों को हुए आर्थिक नुकसान को देखते हुए नयी सरकार किसानों को खराब हुई फसल का भी उचित मुआवजा प्रदान करें।

गुरू बाबा घासीदास ने गरीबों और दबे-कुचले लोगों में स्वाभिमान जगाया : भूपेश बघेल
Posted Date : 19-Dec-2018 12:45:22 pm

गुरू बाबा घासीदास ने गरीबों और दबे-कुचले लोगों में स्वाभिमान जगाया : भूपेश बघेल

० मुख्यमंत्री राजधानी में शामिल हुए जयंती समारोहों में
रायपुर, 19 दिसम्बर ।  मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि गुरू बाबा घासीदास ने ‘मनखे-मनखे एक समान’ के अपने प्रेरक संदेश के जरिए गरीबों और दबे-कुचले लोगों में स्वाभिमान जगाया। श्री बघेल आज रात राजधानी रायपुर के पेंशन बाड़ा कॉलोनी स्थित आदर्श शासकीय अनुसूचित जाति बालक छात्रावास परिसर में आयोजित गुरू घासीदास जयंती समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने गुरू बाबा घासीदास के चित्र पर माल्यार्पण कर पूजा-अर्चना की। मुख्यमंत्री इस कार्यक्रम के बाद राजेन्द्र नगर में गुरू घासीदास साहित्य एवं सांस्कृतिक अकादमी द्वारा आयोजित जयंती समारोह में भी शामिल हुए। उन्होंने दोनों आयोजनों में लोगों को गुरू घासीदास जयंती की बधाई और शुभकामनाएं दी। 
मुख्य अतिथि की आसंदी से पेंशन बाड़ा छात्रावास परिसर में समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि गुरू बाबा घासीदास ने देश और दुनिया को मानवता का संदेश दिया। श्री बघेल ने यह भी कहा कि गुरू बाबा घासीदास ने तत्कालीन समाज में सहज-सरल छत्तीसगढ़ी भाषा में पंथी गीतों के जरिए अपने विचारों को जन-जन तक पहुंचाया। मुख्यमंत्री ने कहा - गुरू बाबा के उपदेशों में समतामूलक समाज निर्माण की परिकल्पना की गई है, जिसे साकार करने के लिए हम सबको मिलकर काम करना होगा। श्री बघेल ने कहा - गुरू बाबा अहिंसा पर आस्था रखते थे। यही कारण है कि उन्होंने किसानों को दोपहर में बैलों से नांगर नहीं जोतने की भी प्रेरणा दी। श्री बघेल ने छात्रावास परिसर में आयोजित समारोह में कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य प्रदेश के बच्चों के विकास के लिए बहुत जरूरी है और यह हमारी सरकार की पहली प्राथमिकता है। 
उन्होंने कहा - सरकार का यह प्रयास रहेगा कि अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़े वर्गों के बच्चों को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढऩे के भरपूर अवसर मिले। उनमें काफी प्रतिभा है और अवसर मिलने पर वे अपनी प्रतिभा को और भी अधिक निखार सकते हैं। श्री बघेल ने कहा - ज्ञान और शिक्षा ऐसा धन है जिसे कोई चोरी नहीं कर सकता, बल्कि इस धन को जितना बांटा जाए। मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों का आव्हान किया कि वे खूब मन लगाकर पढ़ें और अपने घर-परिवार, समाज, राज्य तथा देश की उन्नति में सहभागी बनें। मुख्यमंत्री ने कहा - प्रदेश की नवनिर्वाचित सरकार ने कल अपना कार्यभार संभाल लिया है। हमारी सरकार ने जनता से किए गए सभी वादों को पूर्ण करने की दिशा में कदम बढ़ाना भी शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में कल मंत्रिपरिषद की पहली बैठक में निर्णय लेकर हमने प्रदेश के 16 लाख से ज्यादा किसानों के 6100 करोड़ रूपए के ऋणों को माफ करने के लिए भी जरूरी प्रक्रिया शुरू कर दी है। समारोह की अध्यक्षता नगर निगम रायपुर के महापौर श्री प्रमोद दुबे ने की। इस अवसर पर विधायक सर्वश्री देवेन्द्र यादव, रामकुमार यादव, डॉ. शिव डहरिया, रायपुर जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती शारदा देवी वर्मा, नगर निगम रायपुर के अनेक पार्षद और बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक तथा विद्यार्थी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री बघेल के मुख्य आतिथ्य में राजेन्द्र नगर में आयोजित गुरू घासीदास जयंती समारोह की अध्यक्षता विधायक डॉ. शिव डहरिया ने की। समारोह में विधायक सर्वश्री सत्यनारायण शर्मा, देवेन्द्र यादव, रामकुमार यादव, नगर निगम रायपुर के महापौर श्री प्रमोद दुबे, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शारदा देवी वर्मा सहित अनेक प्रबुद्धजन उपस्थित थे। अकादमी के अध्यक्ष श्री के.पी. खाण्डे ने मुख्यमंत्री सहित सभी अतिथियों का स्वागत किया। 

सरकारी अभिलेखों को आनन-फ ानन में नष्ट नहीं करने की सख्त हिदायत
Posted Date : 19-Dec-2018 12:44:51 pm

सरकारी अभिलेखों को आनन-फ ानन में नष्ट नहीं करने की सख्त हिदायत

० निर्देशों के उल्लंघन पर होगी कड़ी कार्रवाई
रायपुर, 19 दिसंबर ।  राज्य सरकार ने सभी विभागों को शासकीय कार्यालयों में अभिलेखों के सुरक्षित रख-रखाव के निर्देश दिए हैं। सामान्य प्रशासन विभाग ने इस सिलसिले में यहां मंत्रालय (महानदी भवन) से कल देर रात सभी विभागों के अपर मुख्य सचिवों, प्रमुख सचिवों, सचिवों और स्वतंत्र प्रभार वाले विशेष सचिवों को परिपत्र जारी किया है। परिपत्र में सरकारी अभिलेखों को आनन-फानन में नष्ट नहीं किए जाने की सख्त हिदायत दी गई है और कहा गया है कि इस संबंध में शासकीय मार्गदर्शिका और निर्देशों का उल्लंघन पाए जाने पर संबंधितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। 
सामान्य प्रशासन विभाग के परिपत्र में कहा गया है कि विभिन्न समाचार पत्रों और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से इस आशय के समाचार मिल रहे हैं कि कतिपय विभागों में तथा कतिपय पूर्व मंत्रियों के बंगलों में फाइलों/अभिलेखों को आनन-फानन में नष्ट किया जा रहा है। परिपत्र में आगे कहा गया है - यहां यह उल्लेखनीय है कि अभिलेखों को सुरक्षित संधारित करने के लिए शासन के स्पष्ट दिशा-निर्देश हैं। परिपत्र में यह भी कहा गया है कि अभिलेखों का विनष्टीकरण एक निश्चित समय अवधि के बाद निर्धारित प्रक्रिया अपनाकर किया जाता है। आनन-फानन में अभिलेखों का विनष्टीकरण संदेहों को जन्म देता है। 
परिपत्र में अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि सभी विभाग अभिलेखों का विनष्टीकरण समय अवधि पूर्ण होने पर शासन की मार्गदर्शिका के अनुसार निर्धारित प्रक्रिया अपनाकर ही करें। इन निर्देशों के पालन के लिए अभिलेखों के प्रभारियों को तत्काल अवगत कराया जाए। निर्देशों के उल्लंघन पर संबंधितों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।