छत्तीसगढ़

कुटुंब पालु और समरसता की सब्जी मानी जाती है बस्तर में कुम्हड़ा
Posted Date : 01-Jan-2019 10:25:21 am

कुटुंब पालु और समरसता की सब्जी मानी जाती है बस्तर में कुम्हड़ा

जगदलपुर, 01 जनवरी । कुम्हड़ा की सब्जी हर किसी को नहीं भाती है, लेकिन यह भी एक सच्चाई है कि यही कुम्हड़ा कुटुंब पालु सब्जी भी मानी जाती है और बस्तर में तो यहां के लोग इस सब्जी को इस कारण लगाते हंै ताकि इसे अपने परिजन या समाज को भेंट कर सकें और समाज की व्यवस्था चलती रहे तथा समरसता बनी रहे। सामाजिक सब्जी के रूप में यहां समाज के सभी लोगों को सब्जी का स्वाद भी प्रदान करती है और गरीब और अमीर सभी के लिए एक समान उपलब्ध रहती है। बस्तर में इस सब्जी को सर्वाधिक महत्व दिया जाता है। इसी कारण  आज भी ग्रामीण समुदायों में यदि कोई कुम्हड़ा की चोरी कर ले तो उसे 500 रूपए तक का अर्थदण्ड भी पटाना पड़ता है।
समाज की इस व्यवस्था से कुम्हड़ा का महत्व समझा जा सकता है और एक ओर जहां यह पूरे परिवार के  सदस्यों के लिए एक ही कुम्हड़ा पर्याप्त होता है वहीं यह गरीब परिवारों को राहत भी प्रदान करता है। इसके साथ ही बस्तर में इसे औषधीय फल मान कर महत्व दिया जाता है। यही कारण है कि बस्तर के गांवों में कुम्हड़ा की बेल हर घर के छप्पर में फैली हुई दिख जायेगी। इस संबंध में वरिष्ठ अधिवक्ता और हल्बा समाज के संभागीय अध्यक्ष अर्जुन नाग बताते हैं कि बस्तर का आदिवासी समाज कुम्हड़ा को सामाजिक सब्जी मानता है। एक कुम्हड़ा को दो-चार लोगों के लिए कभी नहीं काटा जाता। आदिवासी समाज में परंपरा है कि जब किसी रिस्तेदार के घर या प्रियजन के घर सुख या दुख का कार्य होता है। लोग उनके घर आमतौर पर कुम्हड़ा भेंट करते है। बताया गया कि एक कुम्हड़ा से कम से कम 25 लोगों के लिए सब्जी तैयार हो जाती है। इसलिए कुम्हड़ा को सुलभ और लंबे समय तक सुरिक्षत रहने वाली सब्जी माना जाता है, इसलिए इसे यहां आमतौर पर दूसरों के लिए ही उपजाया जाता है। 

जिले के किसानों के खातों में 99.42 प्रतिशत ऋ ण की राशि वापस हुई
Posted Date : 01-Jan-2019 10:23:26 am

जिले के किसानों के खातों में 99.42 प्रतिशत ऋ ण की राशि वापस हुई

धमतरी, 01 जनवरी । प्रदेश शासन की घोषणा के अनुरूप एक नवम्बर 2018 से 24 दिसम्बर तक लिंकिंग के माध्यम से किसानों की वसूल की गई ऋण की राशि की 30 दिसम्बर की स्थिति में 99.42 प्रतिशत हो गई है। कलेक्टर डॉ. सी.आर. प्रसन्ना ने बताया कि जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक की जिले में स्थित 11 शाखाओं और 53 सोसायटियों में अब तक 83 करोड़ 16 लाख 39 हजार रूपए की ऋण राशि की वापसी जिले के 28 हजार 049 किसानों के बचत खातों में हो चुकी है।
इस संबंध में नोडल अधिकारी जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक श्री आर.के. शर्मा ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा कृषि ऋण की माफी की घोषणा उपरांत लिंकिंग के जरिए जिले के किसानों से बैंकों के द्वारा वसूल की गई कृषि ऋण की राशि किसानों के खातों में वापस की जा रही है। उन्होंने बताया कि जिले के 28 हजार 49 किसानों के खाते में अब तक 83 करोड़ 16 लाख 39 हजार रूपए जमा कराए जा चुके हैं, जो कि 99.42 प्रतिशत है। उन्होंने शाखावार जानकारी देते हुए बताया कि 30 दिसम्बर की स्थिति में धमतरी शाखा की 08 सोसायटियों में 3588 किसानों के खाते में नौ करोड़ 72 लाख 14 हजार रूपए, संबलपुर शाखा की 06 सोसायटियों में 2468 किसानों के खाते में आठ करोड़ 58 लाख 08 हजार रूपए, नगरी शाखा की 06 सोसायटियों में 3444 किसानों के खातों में छ: करोड़ 76 लाख 41 हजार रूपए तथा मगरलोड की 07 सोसायटियों के जरिए 4239 किसानों के खाते में 12 करोड़ 07 लाख 94 हजार रूपए जमा हो चुके हैं।
इसी तरह बड़ी करेली की तीन सोसायटियों में 1597 किसानों के खाते में पांच करोड़ 46 लाख 43 हजार रूपए, कुरूद की चार सोसायटियों में 3391 किसानों के खाते में 11 करोड़ 51 लाख 04 हजार रूपए, नारी के तीन सोसायटियों में 1209 किसानों के खाते में तीन करोड़ 88 लाख 62 हजार रूपए, मरौद शाखा की चार सोसायटियों के 1493 किसानों के खाते में चार करोड़ 63 लाख 20 हजार रूपए, दरबा की चार सोसायटियों में 1556 किसानों के खाते में चार करोड़ 74 लाख 64 हजार रूपए, भखारा की चार सोसायटियों में 2490 किसानों के खाते में सात करोड़ 52 लाख 22 हजार रूपए तथा कोर्रा शाखा की चार सोसायटियों में 2575 किसानों के खाते में आठ करोड़ 25 लाख 67 हजार रूपए की कृषि ऋण राशि वापस की जा चुकी है। इनमें बड़ी करेली और कुरूद शाखा की 07 सोसायटियों के ऋणी किसानों के खातों में शत्-प्रतिशत राशि रिवर्ट की जा चुकी है। 

 नववर्ष के पहले दिन राजधानी के समस्त मंदिरों में उमड़ा आस्था का सैलाब
Posted Date : 01-Jan-2019 10:22:51 am

नववर्ष के पहले दिन राजधानी के समस्त मंदिरों में उमड़ा आस्था का सैलाब

0-गुरूद्वारों में बीती देर रात तक चला शब्द-कीर्तन 
रायपुर, 01 जनवरी । नववर्ष 2019 के पहले दिन आज राजधानी के समस्त देवी-देवता के मंदिरों में सुबह से भक्तों का तांता लगा हुआ है जो देर शाम तक लगे रहेगा। मंदिरों के अलावा नववर्ष पर शहर के समस्त गुरूद्वारों में भी बीती रात से शब्द-कीर्तन कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है जो आज भी जारी रहे। 
नववर्ष को देखते हुए शहर के समस्त मंदिरों को विशेष रूप से सजाया गया है। नववर्ष की शुरूआत लोगों ने भक्तिभाव से की। सुबह से शहर के सभी मंदिरों में लोगों का तांता लगा हुआ है। फूलों की माला, श्रीफल, मिष्ठान, जलाभिषेक, दुग्धाभिषेक व अन्य पूजन सामग्री के साथ लोगों ने देवी व देवताओं की पूजा-अर्चना कर उन्हें प्रसन्न करने की कोशिश की और 2019 नववर्ष भर घर में सुख, शांति और समृद्धि बने रहने की कामना की। मंदिरों में लग रही भक्तों की भीड़ आज देर शाम तक रहेगी। 
मंदिरों के अलावा नववर्ष को हर समाज के लोग अपने-अपने तरीके से मना रहे है। इसमें सिख समाज के लोगों द्वारा गुरूद्वारों में नववर्ष पर बीती रात से शब्द-कीर्तन सहित कई धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है जो आज भी जारी रहेंगे। 

 नववर्ष की पहली सुबह : मजदूरों के बीच पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
Posted Date : 01-Jan-2019 10:22:05 am

नववर्ष की पहली सुबह : मजदूरों के बीच पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

0-सीएम ने श्रमवीरों को खिलाई मिठाई, दी नववर्ष की बधाई
0-मजदूरों की मांग पर शेड निर्माण के लिए दिया आश्वासन

रायपुर, 01 जनवरी । शपथ ग्रहण के पहले ही दिन से लगातार दौरा कर रहे मुख्यमंत्री आज बस्तर संभाग के दौरे पर रवाना हो जाएंगे। इसके पूर्व उन्होंने नववर्ष की शुरूआम मजदूरों से प्रत्यक्ष मुलाकात करके की। कोतवाली के पीछे संचालित होने वाले चावड़ी पहुंचकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन्हें मिठाई खिलाकर नववर्ष की बधाई दी और उनकी समस्याएं सुनी। मजदूरों की मांग पर श्री बघेल ने शेड निर्माण, शौचालय और शुद्ध पेयजल की व्यवस्था कराने अधिकारियों को निर्देशित किया। 
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज नववर्ष की शुरूआत मजदूरों के साथ मुलाकात करके की। मजदूरों को श्रमवीर बताते हुए मुख्यमंत्री ने कोतवाली के पीछे स्थित चावड़ी पहुंचकर उनसे बातचीत की। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अपने बीच पाकर मजदूर भी उत्साहित हो गए, मजदूरों को यकीन नहीं हो रहा था कि राज्य के मुखिया उनसे मुलाकात करने पहुंचे हैं। मजदूरों को नववर्ष की शुभकामनाएं देते हुए श्री बघेल ने उनका मुंह मीठा कराया। मजदूरों से बातचीत में उन्हें बताया गया कि यहां मजदूरों के बैठने तक की जगह नहीं है। गर्मी के दिनों में चिलचिलाती धूप में और बरसात के दिनों में उनके सिर पर यहां कोई छत नहीं होती। चावड़ी में महिला मजदूरों की संख्या भी काफी अधिक है, लिहाजा उनके लिए प्रसाधन की व्यवस्था जरूरी है। इसके अलावा उन्हें पीने के पानी के लिए भी इधर-उधर जाना पड़ता है। मजदूरों की मांग पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अधिकारियों को चावड़ी में शेड निर्माण, प्रसाधन और शुद्ध पेयजल की व्यवस्था कराने का निर्देश दिया। कुछ मजदूरों द्वारा न्यूनतम मजदूरी भी न मिल पाने की शिकायत की, इस पर श्री बघेल ने मजदूर कार्ड बनवाने और न्यूनतम मजदूरी उपलब्ध कराने अधिकारियों को निर्देशित किया और इस संबंध में जल्द कार्यवाही करने कहा। 

 2018 में देशी ने दिखाया दम, विदेशी व बियर बेदम
Posted Date : 01-Jan-2019 10:21:11 am

2018 में देशी ने दिखाया दम, विदेशी व बियर बेदम

० 9 महीने में १५७ करोड़ 50 लाख की शराब गटक गए लोग
० सिर्फ नवंबर माह में ही 24 करोड़ की बिकी शराब

महासमुंद, 01 जनवरी । वर्ष २०१८ में शराब के शौकिनों ने देसी शराब का दबदबा कायम रखा। जबकि, विदेशी और बियर की बिक्री में गिरावट आई है। नवंबर महीने में ही २४ करोड़ की शराब लोग गटक गए। शौकिनों ने विदेशी, बीयर से ज्यादा देशी पर ज्यादा भरोसा दिखाया।
जिले के सरकारी दुकानों मेें अप्रैल से दिसंबर तक 9 महीने में शराब की जमकर बिक्री हुई है। अप्रैल से दिसंबर तक १५७५०७१८२० रुपए की शराब बिक्री हुई है। 
बताया जाता है कि चुनावी वर्ष होने के कारण शराब की ज्यादा बिक्री हुई है। अप्रैल से दिसंबर तक देशी मदिरा 1900083 लीटर, विदेशी में 866237 लीटर और बियर 353425 लीटर शराब की बिक्री हुई। शराब की बिक्री को देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि लोग देशी मदिरा पीने में ज्यादा ही रुचि ले रहे हैं। शराबियों को देशी मदिरा में जमकर सुरूर चढ़ा। वहीं अंग्रेजी शराब पीने वाले करोड़ों की शराब गटक गए। शहर में शराबबंदी के लिए प्रयासरत लोगों को आंकड़े देखकर झटका भी लग सकता है। उनके तमाम प्रयासों के बाद भी शराब की बिक्री में कमी नहीं आई है। लगातार यह आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। 
लोगों को आस
कांग्रेस में अपनी जनघोषणापत्र में शराब की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी। कर्जमाफी और धान का बोनस बढऩे के बाद लोगों की आस बढ़ी है। घोषणा पत्र में कहा गया है राज्य में शराब पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाएगा। अनुसूचित क्षेत्रों में ग्राम सभा को शराबबंदी का अधिकार होगा।
213 प्रकरण हुए दर्ज
आबकारी एक्ट के तहत पुलिस ने भी 213 प्रकरण दर्ज किए है। इनसे 1 लाख 83 169 रुपए की शराब जब्त की गई है। इनमें 183.७७ विदेशी मदिरा, 66.३२ लीटर देशी मदिरा, 514 महुआ लाहन भी जब्त किया गया है। शहर में शराब की अवैध बिक्री पर लगाम नहीं लग रही है। सबसे ज्यादा ब्रांड ओडिशा से मिले हैं। सख्ती के बाद भी शराब की अवैध बिक्री हो रही है।

 शराब के नशे में पति ने पत्नी को उतारा मौत के घाट
Posted Date : 01-Jan-2019 10:19:35 am

शराब के नशे में पति ने पत्नी को उतारा मौत के घाट

० हत्या के बाद वह झूल गया स्वयं फांसी 
महासमुंद, 01 जनवरी । बसना के ग्राम ठाकुरपाली में बीती रात एक शराबी पति ने अपनी पत्नी पर हसिए से प्रणाघातक वार कर मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद वह स्वयं फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया। सूचना मिलते ही बसना पुलिस घटना स्थल पहुंची। पुलिस ने हसिए को जब्त किया। मर्ग कायम कर जांच में लिया। 
पूछताछ के दौरान ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि मृतक जयनारायण यादव हमेशा शराब के नशे में पत्नी व माता-पिता से गाली गलौज कर मारपीट करता था। सोमवार की रात दस बजे वह शराब के नशे घर पहुंचा और अपने माता-पिता को जान से मारने की धमकी। धमकी सुनते ही उसके पिता श्रीमुख यादव, माता अपने नाती को लेकर घर से चले गए। रात में जयनारायण ने हसिए से अपनी पत्नी सुभाषिनी यादव पर हमला कर दिया। इससे घटना स्थल पर ही मौत हो गई। आरोपी जयनारायण ने हत्या करने के बाद स्वयं फांसी पर झूल गया। इधर ग्रामीणों की सूचना मिलते ही पुलिस घटना स्थल पहुंची।