नईदिल्ली। भारत और वेस्टइंडीज के बीच 12 जुलाई से 2 मैचों की टेस्ट सीरीज शुरू होने जा रही है। इस सीरीज के पहले मैच में ही अगर टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली रूक कर खेलते है और एक शतक के साथ में 150 रन बना लेते है तो वो दो रिकॉर्ड की बराबरी कर लेंगे। ऐसे में इस टेस्ट में उनके सामने दो रिकॉर्ड है जिनकी वो जरूर बराबरी करना चाहेंगे।
अगर विराट कोहली पहले टेस्ट में शतक लगा देते हैं तो वह टेस्ट में 29 शतक पूरे कर लेंगे। अगर वो 29वां शतक लगा देते है तो वह सबसे ज्यादा शतक लगाने के मामले में संयुक्त रूप से दसवें नंबर पर पहुंच जाएंगे। साथ ही महान डॉन ब्रैडमैन की बराबरी कर लेंगे। बै्रडमैन पहले ही 29 शतक लगा चुके हैं।
इसके साथ ही अगर विराट कोहली पहले टेस्ट में 150 रन बना लेते हैं तो वह सबसे ज्यादा इंटरनेशनल रन बनाने के मामले में जैक कैलिस को पीछे छोडक़र पांचवें स्थान पर पहुंच जाएंगे। आपको बता दे की तीनों फॉर्मेट को मिलाकर कोहली ने फिलहाल 25,385 रन बनाए हैं, जबकि साउथ अफ्रीका के कैलिस के नाम 25,534 रन दर्ज हैं।
लिमरिक (आयरलैंड)। पार्थ सालुंखे युवा विश्व चैंपियनशिप के रिकर्व वर्ग में स्वर्ण पदक जीतने वाले देश के पहले पुरुष तीरंदाज बने, जिससे भारत ने अपने अभियान को 11 पदकों के साथ समाप्त किया।
युवा विश्व चैम्पियनशिप में यह देश का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
महाराष्ट्र के सतारा के 19 वर्षीय खिलाड़ी ने रविवार को यहां अंडर-21 पुरुष रिकर्व व्यक्तिगत फाइनल में कोरिया के तीरंदाज को हराकर सोने का तमगा हासिल किया।
रैंकिंग राउंड में शीर्ष पर रहने वाले सालुंखे ने सातवीं वरीयता प्राप्त सोंग इंजुन को पांच सेट के कड़े मुकाबले में 7-3 (26-26, 25-28, 28-26, 29-26, 28-26) से हराया।
भारत ने अंडर-21 महिला रिकर्व व्यक्तिगत वर्ग में भी कांस्य पदक जीता। कांस्य पदक मुकाबले में भाजा कौर ने चीनी ताइपे की सु सीन-यू को 7-1 (28-25, 27-27, 29-25, 30-26) से हराया।
भारत का अभियान छह स्वर्ण, एक रजत और चार कांस्य पदक के साथ समाप्त हुआ, जो कुल पदकों की संख्या के मामले में सर्वोच्च था। टीम हालांकि रैंकिंग के मामले में कोरिया के बाद दूसरे स्थान पर रही। कोरिया ने छह स्वर्ण और चार रजत पदक के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया।
इंजुन ने पहले छह तीर से दो परफेक्ट 10 और तीन 9 अंक वाले निशाना साधा जिससे सालुंखे 1-3 से पिछड़ गए।
इस पर्व राष्ट्रीय चैंपियन ने दबाव से वापसी करते हुए तीसरा सेट दो अंकों से जीत कर स्कोर 3-3 कर दिया।
संखुले ने इसके बाद अपनी लय बरकरार रखी जबकि इंजुन पर दबाव में बिखर गये। सालुंखे ने 10 अंक के दो और एक 9 अंक का एक निशान साध कर 5-3 की बढ़त हासिल कर ली और फिर दो एक्स ( निशाने के बिलकुल बीच में) के साथ शानदार अंत किया।
शिक्षक के बेटे सालुंखे की प्रतिभा को पहली बार 2021 में कोच प्रवीण सावंत ने पहचाना था। सालुंखे ने इसके बाद सोनीपत में भारतीय खेल प्राधिकरण केंद्र में राम अवदेश से प्रशिक्षण लिया। वह युवा विश्व चैंपियन बनने वाले भारत के पहले पुरुष तीरंदाज है।
मीरपुर। कप्तान हरमनप्रीत कौर ने नये अंतरराष्ट्रीय सत्र की शुरुआत अर्धशतक (नाबाद 54 रन) जडक़र की जिससे भारतीय महिला टीम ने रविवार को यहां पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में बांग्लादेश पर सात विकेट की आसान जीत दर्ज कर तीन मैचों की श्रृंखला में 1-0 से बढ़त बना ली।
भारतीय स्पिनरों ने परिस्थितियों का पूरा फायदा उठाते हुए बांग्लादेश को पांच विकेट पर 114 रन ही बनाने दिये।
इसके बाद हरमनप्रीत (35 गेंद, छह चौके, दो छक्के) और उप कप्तान स्मृति मंधाना (34 गेंद में 38 रन) ने तीसरे विकेट के लिए 70 रन जोडक़र लक्ष्य 16.2 ओवर में ही हासिल कर लिया।
हरमनप्रीत ने दो जीवनदान का पूरा फायदा उठाया जो उन्हें बायें हाथ की स्पिनर नाहिदा अख्तर की गेंदबाजी में मिले।
मंधाना ने भी अपनी पारी के दौरान पांच चौके लगाये।
भारत ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया जिसके बाद उसके गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन से बल्लेबाजों को यह आसान लक्ष्य हासिल करने में जरा भी पसीना नहीं बहाना पड़ा।
सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा हालांकि अपने खराब फुटवर्क के कारण पगबाधा आउट हुई। जेमिमा रोड्रिग्स (11 रन) सुल्ताना खातून की ऑफ ब्रेक गेंद पर बोल्ड हुईं।
जिसके बाद हरमनप्रीत और मंधाना ने टीम को आसान जीत की ओर अग्रसर किया। मंधाना के आउट होने के बाद यास्तिका भाटिया क्रीज पर उतरीं जिन्होंने नाबाद 09 रन बनाये।
इससे पहले अनुभवी दीप्ति शर्मा (चार ओवर में 14 रन) की अगुआई वाले स्पिन आक्रमण ने कप्तान हरमनप्रीत कौर की योजना को बहुत अच्छी तरह मैदान पर उतारा। स्पिन विभाग में अनुषा बारेड्डी (चार ओवर में 24 रन) और मीनू मणी (तीन ओवर में 21 रन देकर एक विकेट) ने उनका बखूबी साथ निभाया।
बांग्लादेश की शीर्ष स्कोरर सोर्ना अख्तर (28 गेंद में 28 रन) द्वारा लगाया गया एक छक्का छोड़ दें तो लेग स्पिनर शेफाली वर्मा (तीन ओवर में 18 रन देकर एक विकेट) ने भी अच्छी गेंदबाजी की। बांग्लादेश की बल्लेबाजों को भारतीय गेंदबाजों की रणनीति से काफी मुश्किल हुई।
पदार्पण कर रही मणी ने अपना पहला विकेट शमीमा सुल्ताना (17 रन) के रूप में लिया जो स्वीप शॉट खेलने के प्रयास में जेमिमा रोड्रिग्स को स्क्वायर लेग पर कैच दे बैठीं।
पूजा वस्त्राकर ने फिर शाथी रानी (22 रन) को शार्ट गेंद से आउट किया। अनुभवी निगार सुल्ताना (02) रन आउट हुई, फिर शेफाली ने शोभना मोस्त्री (33 गेंद में 23 रन) का विकेट झटका।
बांग्लादेश ने 62 डॉट गेंद खेली जो उनकी आधी पारी से भी अधिक हैं। उनकी पारी में आठ चौके और तीन छक्के लगे। इसमें से दो सोर्ना ने लगाये जिससे टीम 100 रन का आंकड़ा पार करने में सफल रही।
नयी दिल्ली। दो बार की स्वर्ण पदक विजेता कोनेरू हम्पी और कांस्य पदक विजेता द्रोणावल्ली हरिका 23 सितंबर को हांगझोउ में शुरू होने वाले एशियाई खेलों में 10 सदस्यीय भारतीय शतरंज टीम की अगुवाई करेंगी।
पुरुष वर्ग में विदित गुजराती और युवा अर्जुन एरिगैसी और महिला वर्ग में हम्पी और हरिका व्यक्तिगत श्रेणियों में प्रतिस्पर्धा करेंगे।
पुरुष टीम में ग्रैंडमास्टर डी गुकेश, गुजराती, एरिगैसी, पी हरिकृष्णा और आर प्रगानानंद शामिल हैं जबकि महिला टीम में हंपी, हरिका, आर वैशाली, वंतिका अग्रवाल और सविता श्री टीम स्पर्धा में चुनौती पेश करेंगी।
सभी खिलाड़ी हाल ही में ग्लोबल शतरंज लीग (जीसीएल) में मुश्किल चुनौती का सामना कर के आ रहे है। इस स्पर्धा में उन्हें दुनिया के कुछ महानतम शतरंज खिलाडिय़ों से शीर्ष स्तर की प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ा, जिसमें नॉर्वे के पांच बार के विश्व चैंपियन मैग्नस कार्लसन भी शामिल थे।
टीम की घोषणा रविवार को कानपुर में अखिल भारतीय शतरंज महासंघ (एआईसीएफ) की आम सभा की बैठक के दौरान की गई, जिसकी अध्यक्षता इसके अध्यक्ष संजय कपूर ने की।
छत्तीस साल की हंपी टीम की सबसे अनुभवी खिलाड़ी है। उन्होंने 2006 के दोहा एशियाई खेलों में महिला व्यक्तिगत और मिश्रित टीम का स्वर्ण पदक जीता था। टीम में अन्य एशियाई खेलों की पदक विजेता हरिका हैं, जिन्होंने ग्वांगझोउ में 2010 सत्र में व्यक्तिगत कांस्य पदक जीता था।
शतरंज 2014 इंचियोन और 2018 जकार्ता खेलों का हिस्सा नहीं था।
भारतीय टीम:
पुरुष: डी गुकेश, विदित गुजराती, अर्जुन एरीगैसी, पी हरिकृष्णा और आर प्रज्ञानानंद।
महिलाएं: कोनेरू हम्पी, डी. हरिका, आर वैशाली, वंतिका अग्रवाल और सविता श्री।
वाराणसी । कानपुर यूनिवर्सिटी में 8-9 जुलाई 2023 को आयोजित इन्विटेशनल उत्तर प्रदेश राज्यस्तरीय कराटे प्रतियोगिता में वाराणसी के आदर्श सोनकर ने स्वर्ण और धैर्य बरनवाल ने रजत पदक जीता।
वाराणसी के आर. बी. मार्शल आर्ट्स एकडेमी के छात्र आदर्श और धैर्य ने जापान शोतोकान कराटे डो कानीनजुकु आर्गेनाईजेशन उत्तर प्रदेश की ओर से प्रतिभाग किया था।
आदर्श ने सीनियर वर्ग में -84 किग्रा भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीता। वहीं,धैर्य ने कैडेट वर्ग के -52 किग्रा भार में रजत पदक जीता।
आदर्श को आयोजकों द्वारा 2100 रुपये की धनराशि और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। वाराणसी आने पर धैर्य और आदर्श दोनों का भव्य स्वागत किया गया व आर. बी. मार्शल आर्ट्स एकडेमी द्वारा सम्मानित किया गया।
कालगैरी । राष्ट्रमंडल खेलों के चैम्पियन लक्ष्य सेन ने यहां जापान के केंटा निशिमोटो पर सीधे गेम में जीत दर्ज कर कनाडा ओपन सुपर 500 बैडमिंटन टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश किया।
सेन ने जापान के 11वीं रैंकिंग के खिलाड़ी को 21-17 21-14 से हराकर अपने दूसरे सुपर 500 फाइनल में जगह बनायी। यह एक साल में उनका पहला बीडब्ल्यूएफ फाइनल भी होगा।
सत्र के शुरु में वह फॉर्म में नहीं थे जिससे रैंकिंग में 19वें नंबर पर खिसक गये। 2021 विश्व चैम्पियनशिप में इस 21 साल के खिलाड़ी ने कांस्य पदक जीता था। अब रविवार को फाइनल में उनका सामना चीन के लि शि फेंग से होगा जिनके खिलाफ उनका जीत का रिकॉर्ड 4-2 का है।
वहीं दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर सकीं और महिला एकल के सेमीफाइनल में जापान की नंबर एक खिलाड़ी अकाने यामागुची से 14-21 15-21 से हार गयीं।
सेन ने पिछला फाइनल पिछले साल अगस्त में राष्ट्रमंडल खेलों में खेला था। वह यहां सेमीफाइनल के शुरु में 0-4 से पिछड़ रहे थे लेकिन जल्द ही उन्होंने 8-8 से बराबरी हासिल की। ब्रेक तक निशिमोटो 11-10 से बढ़त बनाये थे लेकिन जल्द ही भारतीय खिलाड़ी ने अपने पसंदीदा स्मैश और तेज रिटर्न से वापसी की और अपने प्रतिद्वंद्वी के लांग शॉट से गेम अपने नाम किया।
दूसरे गेम में दोनों ने एक दूसरे को बराबरी की टक्कर दी लेकिन सेन की सतर्कता निशिमोटो पर भारी पड़ी। एक समय 2-2 के समान स्कोर के बाद दोनों 9-9 की बराबरी पर थे। ब्रेक तक सेन ने दो अंक की बढ़त बना ली।
ब्रेक के बाद सेन 19-11 से आगे थे और निशिमोटो के फिर से नेट पर शॉट लगाने से भारतीय खिलाड़ी ने मुकाबला जीत लिया।