व्यापार

विदेशी निवेशकों ने शेयर बाजार से 400 करोड़ रुपये निकाले
Posted Date : 09-Dec-2018 9:39:26 am

विदेशी निवेशकों ने शेयर बाजार से 400 करोड़ रुपये निकाले

नई दिल्ली ,09 दिसंबर । विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने पिछले पांच कारोबारी सत्रों में भारतीय शेयर बाजारों से करीब 400 करोड़ रुपये की निकासी की है। हुवावेई की सीएफओ की गिरफ्तारी के बाद वैश्विक शेयर बाजारों में उतार-चढ़ाव इसकी वजह रही। इससे पहले कच्चे तेल की कीमतों में नरमी और रुपये में मजबूती से विदेशी निवेशकों ने शेयर बाजार में 6,900 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया था।
डिपॉजिटरी के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, 3 से 7 दिसंबर के दौरान विदेशी निवेशकों ने शेयर बाजार से शुद्ध रूप से 383 करोड़ रुपये निकाले। हालांकि, उन्होंने इस दौरान ऋण बाजार में 2,744 करोड़ रुपये का निवेश किया। नवंबर में सुधार के बाद दिसंबर में एक बार फिर से विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक शुद्ध रूप से बिकवाल रहे। मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट एडवाइजर इंडिया के वरिष्ठ विश्लेषक प्रबंधक (शोध) हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा, वास्तव में बिकवाली का दौर छह दिसंबर को शुरू हुआ जब एफपीआई ने एक दिन में 361 करोड़ रुपये की निकासी की।
चीन की नामी-गिरामी कंपनी की शीर्ष अधिकारी की गिरफ्तारी के बाद वैश्विक शेयर बाजार में गिरावट इसकी वजह रही। इसका असर घरेलू शेयर बाजार में भी दिखा। उन्होंने कहा, निवेशकों को डर सता रहा है कि इस गिरफ्तारी के बाद चीन और अमेरिका के संबंधों में और कड़ुवाहट आ सकती है और यह आर्थिक वृद्धि को प्रभावित करेगा। 
विदेशी निवेशकों ने इस साल अब तक पूंजी बाजार से 85,600 करोड़ रुपये निकाले। जिसमें शेयर बाजार से 35,600 करोड़ से अधिक और ऋण बाजार से करीब 50,000 करोड़ रुपये की निकासी शामिल है।

जीएसटी वार्षिक रिटर्न जमा कराने की अंतिम तिथि बढक़र 31 मार्च हुई
Posted Date : 09-Dec-2018 9:38:19 am

जीएसटी वार्षिक रिटर्न जमा कराने की अंतिम तिथि बढक़र 31 मार्च हुई

नई दिल्ली,09 दिसंबर । वित्त मंत्रालय ने गुड्स ऐंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) वार्षिक रिटर्न जमा कराने की अंतिम तिथि तीन महीने बढ़ाकर 31 मार्च 2019 कर दी है। अब कारोबारी 31 मार्च तक वार्षिक रिटर्न जमा कर सकते हैं। इससे पहले जीएसटी वार्षिक रिटर्न फार्म जमा कराने की अंतिम तिथि 31 दिसंबर 2018 रखी गई थी।
वार्षिक रिटर्न फॉर्म में जीएसटी के तहत पंजीकृत इकाइयों को बिक्री, खरीद और इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) की पूरी जानकारी देनी होती है। केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा-शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) ने बयान में कहा, सक्षम प्राधिकरण ने जीएसटीआर-9, जीएसटीआर-9ए और जीएसटीआर-9सी फॉर्म दाखिल करने की अंतिम तिथि को बढ़ाकर 31 मार्च 2019 करने का फैसला किया है। इससे संबद्ध जरूरी फॉर्म जल्द ही जीएसटी पोर्टल पर उपलब्ध कराए जाएंगे।
व्यापारी और उद्योगपतियों ने जीएसटी की वार्षिक रिटर्न जमा करने की अंतिम तिथि बढ़ाने की मांग की थी। ईवाई में भागीदार (कर) अभिषेक जैन ने कहा कि उद्योगपतियों को जीएसटीआर-9 और जीएसटीआर- 9सी में भरने वाली जरूरी जानकारियों को एकत्र करने के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

टैक्स चोरी तो नहीं कर रहीं विदेशों में काम करने वाली भारतीय कंपनियां? कसेगा शिकंजा
Posted Date : 09-Dec-2018 9:37:44 am

टैक्स चोरी तो नहीं कर रहीं विदेशों में काम करने वाली भारतीय कंपनियां? कसेगा शिकंजा

मुंबई ,09 दिसंबर । विदेशों में कामकाज करने वाली या इस प्रक्रिया में लगी कोई कंपनी यदि इन्वेस्टमेंट स्ट्रक्चर के जरिए टैक्स देनदारी को कम करने की कोशिश में जुटी है तो उनपर टैक्स डिपार्टमेंट का शिकंजा कस सकता है।
सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज के सदस्य अखिलेश रंजन ने कहा, अब हमें टैक्स बेस के संरक्षण और संवर्धन के बारे में सोचना है। हमें वैश्विक रूप से काम कर रही इंडियन इंडस्ट्री को देखना है। हमने अभी तक इस ओर अधिक ध्यान नहीं दिया है। हम अभी तक अंदरुनी निवेश पर ही फोकस करते रहे हैं।
रंजन नए डायरेक्ट टैक्स कोड को ड्राफ्ट करने वाले टास्क फोर्स के कन्वीनर भी हैं। उन्होंने कहा, अब यह देखने का समय है कि इंडियन इंडस्ट्री टैक्स देनदारी को कम करने के लिए क्या तरीका अपना रही है। यदि कानून में खामियां हैं तो हमें उन्हें दूर करनी हैं। 
फाउंडेशन फॉर इंटरनैशनल टैक्सेशन और इंटरनैशनल ब्यूरो ऑफ फिस्कल डॉक्युमेंटेशन की ओर से आयोजित कॉन्फ्रेंस में रंजन ने भविष्य में टैक्स क्षेत्र में होने वाले बदलावों, खासतौर पर इंटरनैशनल टैक्स, की रूपरेखा पेश की। 
आरबीआई डेटा के मुताबिक, भारत से विदेशों में इस साल अक्टूबर में 1757 मिलियन डॉलर का निवेश हुआ, जो अक्टूबर 2017 में 1962 मिलियन डॉलर था।

सोने-चांदी के दामों में हुई बढ़ोतरी
Posted Date : 09-Dec-2018 9:36:56 am

सोने-चांदी के दामों में हुई बढ़ोतरी

नई दिल्ली ,09 दिसंबर । अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दोनों कीमती धातुओं में रही तेजी के बीच घरेलू बाजार में वैवाहिक मौसम के मद्देनजर बढ़ी जेवराती ग्राहकी से बीते सप्ताह दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 890 रुपये चमककर 32,350 रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया। इस दौरान सिक्का निर्माताओं के उठाव में आयी तेजी और औद्योगिक मांग निकलने से चाँदी भी 1,940 रुपये की छलांग लगाकर 38,500 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गयी।
लंदन और न्यूयॉर्क से मिली जानकारी के अनुसार, गत सप्ताह लंदन का सोना हाजिर 26.35 डॉलर की साप्ताहिक बढ़त के साथ शुक्रवार को सप्ताहांत पर 1,248.55 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। फरवरी का अमेरिकी सोना वायदा भी 26.20 डॉलर चमककर सप्ताहांत पर 1,254.00 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया।
बाजार विश्लेषकों ने बताया कि दुनिया की अन्य प्रमुख मुद्राओं के बास्केट में डॉलर के टूटने से निवेशकों का रुझान पूरे सप्ताह पीली धातु में बढ़ा रहा। अमेरिका के उम्मीद से कमतर रहे रोजगार आंकड़े भी सोने में निवेश को बढ़ावा देने वाले रहे। इस बीच विदेशों में चाँदी हाजिर भी 0.43 डॉलर चमककर सप्ताहांत पर 14.158 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गयी।

घर खरीदारों को सरकार ने दिया बड़ा तोहफा, अब ऐसे घरों पर नहीं देना होगा जीएसटी
Posted Date : 09-Dec-2018 9:36:27 am

घर खरीदारों को सरकार ने दिया बड़ा तोहफा, अब ऐसे घरों पर नहीं देना होगा जीएसटी

नई दिल्ली ,09 दिसंबर । सरकार ने कहा कि रियल एस्टेट संपत्तियों के उन खरीदारों को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) नहीं चुकाना होगा, जो पूर्णता प्रमाणपत्र जारी किए जाने के बाद पूरी तरह से तैयार संपत्ति खरीदेंगे। वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा, निर्मित परिसरों, भवनों और तैयार फ्लैटों के खरीददारों को यह सूचित किया जाता है कि ऐसी स्थिति में जहां इनकी खरीद सक्षम अधिकारी द्वारा निर्माण पूरा होने का प्रमाण-पत्र जारी करने के बाद की गई हो, वहां ऐसी संपत्तियों पर वस्तु एवं सेवा कर प्रभावी नहीं होगा।
मंत्रालय ने कहा है कि बिक्री के समय कार्य समापन प्रमाण पत्र प्राप्त संपत्तियों पर जीएसटी नहीं लिया जाएगा, लेकिन निर्माणाधीन परिसंपत्तियां अथवा ऐसी तैयार परिसंपत्तियां जिनके लिए कार्यसमापन प्रमाणपत्र प्राप्त नहीं हुआ है, उनकी बिक्री पर जीएसटी देना होगा।
बयान में कहा गया है कि जीएसटी केवल उन निमार्णाधीन संपत्तियों या तैयार फ्लैटों पर लगाया जाएगा, जिनकी बिक्री के समय तक सक्षम अधिकारी द्वारा उनका निर्माण पूरा होने का प्रमाण-पत्र जारी नहीं किया गया है। वित्त मंत्रालय ने कहा कि जवाहर लाल नेहरू राष्ट्रीय शहरी आवास मिशन, राजीव आवास योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना या ऐसी ही अन्य सरकारी रियायती योजनाओं पर आठ फीसदी का जीएसटी लगाए जाने का प्रावधान है। बयान में कहा गया है, हालांकि ऐसी परियोजनाओं के बिल्डरों को ज्यादातर मामलों में जीएसटी का भुगतान नहीं करना होगा, क्योंकि उनके बुक ऑफ अकाउंट में आउटपुट जीएसटी चुकाने के लिए पर्याप्त मात्रा में इनपुट टैक्स क्रेडिट मौजूद रहेगा। रियायती आवासीय योजनाओं के अलावा ऐसी अन्य योजनाओं पर भी कर अदाएगी जीएसटी लागू होने के बाद ज्यादा बढऩे की संभावना नहीं है।

चुनावी नतीजे, आर्थिक आंकड़े तय करेंगे शेयर बाजार की चाल
Posted Date : 09-Dec-2018 9:35:58 am

चुनावी नतीजे, आर्थिक आंकड़े तय करेंगे शेयर बाजार की चाल

मुंबई ,09 दिसंबर । अगले सप्ताह शेयर बाजार की चाल राज्यों के चुनावी नतीजे, घरेलू और विदेशी आर्थिक आंकड़े, वैश्विक बाजारों के रुख, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) और घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) द्वारा किए गए निवेश, डॉलर के प्रति रुपये की चाल और कच्चे तेल की कीमतें मिलकर तय करेंगे। पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे अगले हफ्ते जारी किए जाएंगे, जिस पर निवेशकों की नजर बनी हुई है। ये नतीजे अगले साल होने वाले आम चुनावों का भी मूड तय करेंगे। राजस्थान और तेलंगाना में सात दिसंबर को मतदान हुए। मध्य प्रदेश और मिजोरम में 28 नवंबर को मतदान हुए थे, जबकि छत्तीसगढ़ में दो चरणों में 12 ओर 20 नवंबर को मतदान हुए थे। सभी पांचों राज्यों के वोटों की गिनती मंगलवार (11 दिसंबर) को होगी। 
आर्थिक मोर्चे पर, देश के औद्योगिकी उत्पादन का अक्टूबर का आंकड़ा बुधवार (12 दिसंबर) को जारी किया जाएगा। देश का औद्योगिक उत्पादन सितंबर में साल-दर-साल आधार 4.5 फीसदी की वृद्धि हुई थी। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति के नवंबर के आंकड़े भी बुधवार (12 दिसंबर) को ही जारी किए जाएंगे। 
थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति के नवंबर के आंकड़ों की घोषणा शुक्रवार (14 दिसंबर) को की जाएगी। अक्टूबर में साल-दर-साल आधार पर थोक मूल्य सूचकांक में 5.3 फीसदी की वृद्धि हुई थी, और उससे एक महीने पहले यह 5.13 फीसदी के उच्च स्तर तक पहुंच गई थी।
वैश्विक मोर्चे पर, अमेरिका के कोर मुद्रास्फीति के नवंबर के आंकड़े बुधवार (12 दिसंबर) को जारी किए जाएंगे। कोर उपभोक्ता वस्तुओं में खाद्य पदार्थो और ऊर्जा जैसी अस्थिर वस्तुओं को छोडक़र अन्य मुख्य वस्तुओं को शामिल किया जाता है। इस में अक्टूबर में साल-दर-साल आधार 2.1 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी, जबकि इसके पिछले महीने इसमें 2.2 फीसदी की वृद्धि हुई थी।