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संयुक्त राष्ट्र ने भारत की विकास दर बढ़ाकर 6.9 प्रतिशत की, दुनिया की सबसे तेज गति से बढ़ती अर्थव्यवस्था
Posted Date : 17-May-2024 11:52:55 am

संयुक्त राष्ट्र ने भारत की विकास दर बढ़ाकर 6.9 प्रतिशत की, दुनिया की सबसे तेज गति से बढ़ती अर्थव्यवस्था

संयुक्त राष्ट्र  । संयुक्त राष्ट्र ने भारत की विकास दर का अनुमान इस वर्ष के लिए 0.7 प्रतिशत बढ़ाकर 6.9 प्रतिशत कर दिया है और इस तरह यह दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था बनी हुई है। संयुक्त राष्ट्र की वैश्विक आर्थिक निगरानी शाखा के प्रमुख हामिद रशीद ने गुरुवार को कहा कि कम मुद्रास्फीति, मजबूत निर्यात और विदेशी निवेश में वृद्धि से भारतीय अर्थव्यवस्था तेज गति से बढ़ रही है।
उन्होंने कहा, मुद्रास्फीति में काफी कमी आई है। इसका मतलब है कि राजकोषीय स्थिति अन्य देशों की तरह बाधित नहीं है। रशीद ने कहा कि निर्यात काफी मजबूत रहा है और भारत अन्य पश्चिमी देशों से आने वाले निवेश से भी लाभान्वित हो रहा है, जबकि चीन में प्रवाह कम हो रहा है। उन्होंने कहा, भारत कई पश्चिमी कंपनियों के लिए एक वैकल्पिक निवेश गंतव्य बन गया है। उन्होंने कहा कि भारत को लाभ पहुंचाने वाला एक अन्य कारक रूस के साथ तेल के लिए भारत की विशेष आयात व्यवस्था है, जिससे लागत कम हो रही है।
विश्व आर्थिक स्थिति और संभावनाएं (डब्ल्यूईएसपी) रिपोर्ट में रोजगार पर भी सकारात्मक बात कही गई है। कहा गया है कि भारत में मजबूत विकास और उच्च श्रम भागीदारी के बीच श्रम बाजार संकेतकों में भी सुधार हुआ है। इसमें कहा गया है कि विशेष रूप से दक्षिण एशिया में महिलाओं की श्रम शक्ति में भागीदारी बढ़ी है।
अगले वर्ष के लिए भारत का विकास अनुमान 6.6 प्रतिशत पर बना हुआ है। डब्ल्यूईएसपी की रिपोर्ट में कहा गया कि पिछले साल भारत की अर्थव्यवस्था 7.5 प्रतिशत और 2022 में 7.7 प्रतिशत बढ़ी। रिपोर्ट में इस साल विश्व अर्थव्यवस्था के अनुमान को भी संशोधित कर 2.7 प्रतिशत कर दिया गया है, जो जनवरी से 0.3 प्रतिशत अधिक है।
रिपोर्ट में चेतावनी देते हुए कहा गया है, ज्यादातर प्रमुख अर्थव्यवस्थाएं बेरोजगारी को कम कर मंदी को बढ़ावा दिए बिना मुद्रास्फीति को कम करने में कामयाब रही हैं। भू-राजनीतिक जोखिम आर्थिक विकास को चुनौती देते रहेंगे। कुल मिलाकर विकासशील अर्थव्यवस्थाएं विकसित अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में ज्यादा तेजी से बढ़ रही हैं – 4.1 प्रतिशत की दर से।
हालांकि , डब्ल्यूईएसपी रिपोर्ट में कहा गया है कि विकासशील देशों में विकास एक जैसा नहीं है। इसमें कहा गया है कि भारत, इंडोनेशिया और मैक्सिको जैसी बड़ी विकासशील अर्थव्यवस्थाएं मजबूत घरेलू और बाहरी मांग से लाभान्वित हो रही हैं, जबकि कई अफ्रीकी, लैटिन अमेरिकी और कैरेबियाई अर्थव्यवस्थाएं लंबी राजनीतिक अस्थिरता, उच्च उधार लागत और विनिमय दर के कारण पिछड़ रही हैं।
इस वर्ष चीन की अर्थव्यवस्था में 4.8 प्रतिशत की वृद्धि होने का अनुमान है, जिससे यह दूसरी सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगी। इस वर्ष अमेरिकी अर्थव्यवस्था 2.3 प्रतिशत बढऩे का अनुमान है। रिपोर्ट में कहा गया है, संयुक्त राज्य अमेरिका की अर्थव्यवस्था पहले से बेहतर हुई है।

 

हम फिलहाल सेमीकंडक्टर यूनिट पर कुछ कहने की स्थिति में नहीं हैं : जोहो सीईओ
Posted Date : 17-May-2024 11:52:33 am

हम फिलहाल सेमीकंडक्टर यूनिट पर कुछ कहने की स्थिति में नहीं हैं : जोहो सीईओ

नई दिल्ली  । क्लाउड सॉफ्टवेयर कंपनी जोहो के संस्थापक और सीईओ श्रीधर वेम्बू ने शुक्रवार को बताया कि उनकी कंपनी सेमीकंडक्टर क्षेत्र में निवेश को लेकर फिलहाल किसी प्रकार का कोई ऐलान नहीं करने जा रही है।
बता दें कि हाल ही में कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि दिग्गज सॉफ्टवेयर कंपनी जोहो चिप मैन्युफैक्चरिंग और डिजाइन प्लांट स्थापित करने के लिए बड़ा निवेश करने जा रही है। इन रिपोर्ट्स पर जोहो सीईओ ने कहा, हम फिलहाल किसी प्रकार का कोई ऐलान करने की स्थिति में नहीं हैं।
वेम्बू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि ये टेक्नोलॉजी हमारे देश के लिए काफी बड़ी है। कंपनियों को आगे आना होगा और इसमें निवेश करना होगा।
आगे लिखा, यह सही समय है और सरकार भी काफी सहयोग कर रही है।
गुरुवार को सूत्रों ने बताया था कि क्लाउड सॉफ्टवेयर कंपनी देश में चिप डिजाइन और मैन्युफैक्चरिंग की सुविधा लगाने पर पीएलआई के तहत मिलने वाले प्रोत्साहन की मांग कर रही है।
जोहो के संस्थापक ने इस वर्ष मार्च में ऐलान किया था कि वे तमिलनाडु के तेनकासी जिले में एक आधुनिक चिप डिजाइन सुविधा लगाएंगे।
वहीं, सोशल मीडिया पर पोस्ट में उन्होंने बताया था कि हमारे देश को इंडस्ट्रियल रिसर्च और डेवलपमेंट में निवेश की जरूरत है और हमें शैक्षिक संस्थाओं के साथ मिलकर पेचीदा टेक्नोलॉजी पर काम करना चाहिए।
आगे कहा, मेरा पर्सनल मिशन है कि रिसर्च और डेवलपमेंट के कार्य को ग्रामीण विकास के साथ जोड़ा जाए। लेकिन मैं फिलहाल इससे ज्यादा कुछ नहीं कह सकता।
मौजूदा इंडस्ट्री डेटा के मुताबिक, भारत की मौजूदा इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग करीब 103 अरब डॉलर की है और इसमें करीब 26 से 31 अरब डॉलर के सेमीकंडक्टर चिप की जरूरत होती है।
इस साल मार्च में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1.25 लाख करोड़ रुपये के सेमीकंडक्टर प्लांट की आधारशिला रखी थी।

 

ट्रेडमार्क उल्लंघन विवाद में फोनपे को मिली जीत
Posted Date : 17-May-2024 11:51:59 am

ट्रेडमार्क उल्लंघन विवाद में फोनपे को मिली जीत

नई दिल्ली  । फोनपे ट्रेडमार्क उल्लंघन विवाद में कलकत्ता उच्च न्यायालय ने मेसर्स अनिकेत फूड्स के खिलाफ फोनपे के पक्ष में आदेश दिया है।
उच्च न्यायालय ने 10 अप्रैल, 2024 को फोनपे के पक्ष में आदेश जारी करते हुए मेसर्स अनिकेत फूड्स (इसके एजेंटों, उत्तराधिकारियों, स्टॉकिस्टों, वितरकों, डीलरों या इसके माध्यम से या इसके तहत दावा करने वाले किसी भी व्यक्ति) को माल विनिर्माण और बिक्री के लिए ट्रेडमार्क का उपयोग करने से रोक दिया था। न्यायालय ने अनिकेत फूड्स के परिसर का दौरा करने और ट्रेडमार्क का उल्लंघन कर बनाए गए सामानों व उपलब्ध स्टॉक की जानकारी लेने के लिए एक विशेष अधिकारी को भी नियुक्त किया।
उक्त विशेष अधिकारी ने 19 अप्रैल को परिसर को दौरा किया और बड़ी मात्रा में फोनपे ट्रेडमार्क उल्लंघन वाले उत्पाद/सामग्री पाई।
इसके बाद, मेसर्स अनिकेत फूड्स ने न्यायालय के बाहर समझौते के लिए फोनपे से संपर्क किया और उसके अधिकारों को स्वीकार किया व अपनी अवैध व उल्लंघनकारी गतिविधियों को रोकने की बात कही।
समझौते के तहत मेसर्स अनिकेत फूड्स ने बिना शर्त स्वीकार किया कि, ट्रेडमार्क अधिनियम, 1999, कॉपीराइट अधिनियम, 1957 और सामान्य कानून सहित सभी उचित कानूनों के तहत फोनपे उक्त ट्रेडमार्क फोनपे का सच्चा और वैध मालिक है, और उक्त ट्रेडमार्क विशेष रूप से फोनपे से संबद्ध है।
फोनपे के ट्रेडमार्क फोनपे, ट्रेड मार्क्स अधिनियम, 1999 और नियमों के प्रावधानों के तहत अत्यधिक प्रतिष्ठित, विशिष्ट और प्रसिद्ध ट्रेडमार्क है और यह बिना किसी समय सीमा के पूरी तरह से, बिना शर्त और स्थायी रूप से फोन से संबंधित है।
फोनपे उक्त ट्रेडमार्क का पूर्व उपयोगकर्ता है और फोनपे चिह्न फ़ोन और पी शब्दों का अद्वितीय संयोजन है।
अनिकेत फूड्स कभी भी, किसी भी सामान या सेवाओं के लिए किसी भी कानून के तहत प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से, ट्रेडमार्क फोनपे में किसी भी मालिकाना अधिकार, ट्रेडमार्क अधिकार, सामान्य कानून अधिकार, या कॉपीराइट का उपयोग और दावा नहीं करेगा और/या उक्त ट्रेडमार्क के समान और/या भ्रामक रूप से किसी भी चिह्न/नाम पर दावा नहीं करेगा।
उच्च न्यायालय ने 10 मई, 2024 को समझौते को अपनी मंजूरी दे दी और केस का फैसला फोनपे के पक्ष में दिया।

 

काशी की महिलाओं को स्वावलंबी बना रहा अदाणी फाउंडेशन
Posted Date : 17-May-2024 11:51:43 am

काशी की महिलाओं को स्वावलंबी बना रहा अदाणी फाउंडेशन

वाराणसी  । वाराणसी जिले के सेवापुरी ब्लॉक के पास महिलाएं मुख्य रूप से गृहिणी हैं, जिन्हें स्वावलंबी बनाना अदाणी फाउंडेशन का लक्ष्य है। अदाणी स्किल डेवलपमेंट सेंटर द्वारा कौशल विकास कार्यक्रम शुरू करने के बाद, इन महिलाओं ने पूरे जोश के साथ प्रशिक्षण में प्रवेश लिया और अगरबत्ती, पैकेजिंग, मार्केटिंग और लॉजिस्टिक्स के निर्माण के सभी पहलुओं को सीखा।
वर्तमान में काशी प्रेरणा सक्षम निर्माता कंपनी लिमिटेड विभिन्न मांगों के अनुरूप अगरबत्ती का उत्पादन करती है। यहां लगभग 300 महिलाएं हैं, परियोजना की सफलता प्रत्येक के अथक प्रयासों के कारण है। निवेश, सशक्तिकरण और महिलाओं के जीवन में परिवर्तन अदाणी फाउंडेशन का उद्देश्य है। 2024 में ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को रोजगार योग्य बनाने का लक्ष्य लेकर अदाणी फाउंडेशन इस दिशा में अग्रणी है।
अदाणी कौशल विकास केंद्र ने इस वर्ष महिला दिवस संयुक्त राष्ट्र की 2024 थीम महिलाओं में निवेश: प्रगति में तेजी लाने को ध्यान में रखते हुए और उससे जुड़ते हुए पूरे भारत में महिलाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा किए हैं।
वाराणसी में अदाणी फाउंडेशन ने अपने मिशन के साथ कौशल विकास और उद्यमिता कार्यक्रम को संरेखित किया। समाज के कमजोर वर्गों के बीच, उनकी जाति, पंथ, रंग की परवाह किए बिना उनको सामाजिक और आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के प्रयास के साथ ग्रुप की फिलोसोफी है अच्छाई के साथ विकास, जिससे लोगों के जीवन में एक सकारात्मक परिवर्तन आए।
वंचित वर्ग के लोगों के लिए फाउंडेशन ने अथक प्रयास किए हैं। चार विशेष व्यापारों में हर तीन महीने पर महिलाओं का कौशल विकास अर्थात्, सिलाई, जूते बनाना, स्वेटर बनाना, धूप और धूपबत्ती बनाने के अदाणी स्किल की विशेष टीम द्वारा 3 महीने के लिए संबंधित व्यापार मे महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा जो महिलाओं को स्वावलंबी तो बना ही रहा, नारी सशक्तीकरण को भी बढ़ावा दे रहा है।
ट्रेनिंग हब में कई प्रक्रियाएं अपनाई जा रही हैं जिनमें संवेदीकरण सहित, लामबंदी, और नामांकन प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल महिलाओं का उनकी क्षमता और डोमेन व्यापार में उनके कौशल का विकास किया जा रहा है।
अदाणी कौशल विकास केंद्र (सक्षम) अदाणी फाउंडेशन की एक महत्वपूर्ण पहल है, जो सतत आजीविका के घटक सहयोग के तहत चलता हैं। अदाणी फाउंडेशन और राष्ट्रीय कौशल विकास निगम विशेषाधिकार प्राप्त, हाशिए पर, कमजोर सदस्य समाज को पुनर्जीवित करने और उनकी आजीविका को बदलने के लिए एक मंच प्रदान करता है। यह 19 शहरों के 30 केंद्रों में काम कर रहा है जिसने देश में 55 से अधिक व्यावसायिक पाठ्यक्रम शुरू किए हैं जिसने सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों मे 90,000 से अधिक लोगों को लाभान्वित किया है।

 

एसबीआई ने ग्राहकों को दिया तोहफा: 0.75 फीसदी तक बढ़ाया एफडी पर ब्याज
Posted Date : 16-May-2024 9:45:09 pm

एसबीआई ने ग्राहकों को दिया तोहफा: 0.75 फीसदी तक बढ़ाया एफडी पर ब्याज


नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई ने अपने करोड़ों ग्राहकों को तोहफा दिया है। एसबीआई ने करीब 5 महीने बाद एफडी पर इंटरेस्ट बढ़ा दिया है। पिछली बार बैंक ने दिसंबर 2023 को एफडी पर ब्याज दरों को रिवाइज किया था।
एसबीआई ने एफडी पर ब्याज 0.75 फीसदी तक बढ़ा दिया है। एसबीआई की वेबसाइट के मुताबिक, एफडी ब्याज दरों में बढ़ोतरी आज 15 मई 2024 से लागू हो गया है। बैंक ने 2 करोड़ रुपये से अधिक की एफडी पर ब्याज दरें बढ़ा दी हैं।
एसबीआई अपने ग्राहकों को सबसे कम 7 दिन की एफडी ऑफर करता है। अलग-अलग अवधि की एफडी के लिए वह अलग-अलग ब्याज दर ऑफर करता है। जबकि वरिष्ठ नागरिकों को सामान्य लोगों की तुलना में 0.50 प्रतिशत तक एक्स्ट्रा ब्याज भी देता है। एसबीआई की अलग-अलग अवधि की अलग-अलग ब्याज दरें इस प्रकार हैंज्
* 7 दिन से 45 दिन तक की अवधि के लिए एफडी पर सामान्य लोगों को 3.5 प्रतिशत और वरिष्ठ नागरिकों को अब 4 प्रतिशत ब्याज मिलेगा।
* 46 दिन से 179 दिन तक की एफडी पर सामान्य लोगों को अब 4.75 प्रतिशत की जगह 5.5 प्रतिशत ब्याज मिलेगा। सीनियर सिटीजंस के लिए ब्याज दर 6 प्रतिशत होगी।
* 180 दिन से 210 दिन की अवधि के लिए अब ब्याज दर 5.75 प्रतिशत नहीं बल्कि 6 प्रतिशत होगी. वरिष्ठ नागरिकों के लिए ये 6.5 प्रतिशत होगी।
* 211 दिन से लेकर एक साल से कम की अवधि तक की एफडी पर लोगों को पहले 6 प्रतिशत ब्याज मिलता था। अब ये 6.25 प्रतिशत होगा. सीनियर सिटीजंस के लिए ये 6.75 प्रतिशत होगा।
* 1 साल से लेकर 2 साल से कम की अवधि के लिए अब ब्याज दर 6.8 प्रतिशत होगी। सीनियर सिटीजंस के लिए ये 7.3 प्रतिशत होगी।
इसके अलावा 2 साल से अधिक लेकिन 3 साल से कम की अवधि के लिए नई ब्याज दर 7 प्रतिशत, 3 साल से अधिक लेकिन 5 साल से कम की अवधि के लिए 6.75 प्रतिशत और 5 साल से लेकर 10 साल तक की एफडी के लिए ब्याज दर 6.5 प्रतिशत होगी।

 

ब्राइटकॉम समूह के शेयरों में नहीं होगा कारोबार, एनएसई ने लिया बड़ा फैसला
Posted Date : 16-May-2024 9:44:22 pm

ब्राइटकॉम समूह के शेयरों में नहीं होगा कारोबार, एनएसई ने लिया बड़ा फैसला

मुंबई  । ब्राइटकॉम समूह के शेयरों की ट्रेडिंग पर 14 जून के बाद रोक लग जाएगी। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) ने नियमों का पालन न करने के चलते कंपनी के शेयरों में कारोबार को रोकने का फैसला किया है। साथ ही कंपनी को जेड कैटेगरी में डाल दिया गया है।
एनएसई की ओर से जारी किए गए सर्कुलर में कहा गया, 15 दिनों तक निरस्त रहने के बाद अगले 6 महीनों तक हर हफ्ते के पहले दिन ट्रेड फॉर ट्रेड आधार पर कंपनी के शेयर कारोबार करेंगे। ब्राइटकॉम समूह का शेयर दोपहर 1 बजे तक लोअर सर्किट के साथ 12.25 रुपये पर था।
एनएसई ने अपने सर्कुलर में आगे कहा कि ब्राइटकॉम समूह की ओर से सेबी के रेगुलेशन 33 (वित्तीय नतीजे घोषित करना) का पालन नहीं किया गया। कंपनी ने लगातार दो तिमाही (जुलाई-सितंबर और अक्टूबर- दिसंबर) नतीजे घोषित नहीं किए हैं। इसके कारण एनएसई ने 14 जून, 2024 से ब्राइटकॉम समूह के शेयरों में ट्रेडिंग रोकने का फैसला किया है।
कंपनी की ओर से अब तक वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही के नतीजे भी जारी नहीं किए गए हैं। शेयर बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) की ओर से फरवरी में कंपनी के प्रवर्तक सुरेश कुमार रेड्डी पर रोक हटाने को लेकर इनकार कर दिया गया था। सेबी द्वारा रेड्डी पर रोक कंपनी द्वारा उन्हें गलत तरीके से जारी किए गए प्रेफरेंशियल शेयरों को लेकर थी।