व्यापार

वित्त वर्ष 2023-24 में ईंधनों की मांग रिकॉर्ड स्तर पर
Posted Date : 10-Apr-2024 4:26:17 am

वित्त वर्ष 2023-24 में ईंधनों की मांग रिकॉर्ड स्तर पर

नई दिल्ली  । देश में पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस, बिटुमिन जैसे पेट्रोलियम उत्पादों की खपत वित्त वर्ष 2023-24 में पांच प्रतिशत बढक़र 23 करोड़ 32 लाख 76 हजार टन पर पहुंच गई। आधिकारिक आंकड़ों में यह तथ्य सामने आया है।
वित्त वर्ष 2022-23 में देश में पेट्रोलियम पदार्थों की खपत 22 करोड़ 30 लाख 21 हजार टन रही थी।
मुख्य रूप से ट्रकों, बसों और कृषि क्षेत्र द्वारा उपयोग किए जाने वाले डीजल की बिक्री में एक साल पहले की तुलना में 2023-24 में 4.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो देश में आर्थिक गतिविधि के उच्च स्तर को दर्शाता है।
वर्ष के दौरान कारों और दोपहिया वाहनों की बिक्री बढऩे से पेट्रोल की मांग 6.4 प्रतिशत बढ़ी।
सडक़ बनाने के लिए उपयोग किए जाने वाले कोलतार की बिक्री 9.9 प्रतिशत बढ़ी। सरकार ने अर्थव्यवस्था में विकास को बढ़ावा देने के लिए बड़ी बुनियादी ढांचा परियोजनाएं शुरू कीं। उर्वरक बनाने में इस्तेमाल होने वाले नेफ्था की बिक्री में भी वर्ष के दौरान ऊंची वृद्धि दर्ज की गई।
हालांकि, मार्च के महीने के लिए पेट्रोलियम उत्पादों की कुल खपत दो करोड़ 10 लाख 91 हजार टन रही जो पिछले पिछले साल मार्च के दो करोड़ 12 लाख 20 हजार टन से कम है।

 

श्रीनगर की डल झील पर हाउसबोट्स तक खाना डिलीवर करेगा स्विगी
Posted Date : 10-Apr-2024 4:26:00 am

श्रीनगर की डल झील पर हाउसबोट्स तक खाना डिलीवर करेगा स्विगी

नई दिल्ली  । ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म स्विगी ने कहा कि अब उसने श्रीनगर में डल झील पर हाउसबोट्स पर रहने वाले पर्यटकों की सुविधाओं के लिए फूड डिलीवरी शुरू कर दी है। कंपनी ने अपनी इस पहल को लेकर शिकारा ऑपरेटरों के साथ पार्टनरशिप की है, जो हाउसबोट के दरवाजे तक डिलीवरी करने में स्थानीय डिलीवरी भागीदारों की मदद करेंगे।
स्विगी फूड के राष्ट्रीय व्यापार प्रमुख सिद्धार्थ भाकू ने एक बयान में कहा, स्विगी हाउसबोट डिलीवरी लोकेशन की परवाह किए बिना सर्विसेज देने के कंपनी के मिशन का एक प्रमाण है। उन्होंने आगे कहा, शिकारा पहल द्वारा हमारी फूड डिलीवरी हमारे ग्राहकों की विविध आवश्यकताओं को पूरा करने की हमारी प्रतिबद्धता का उदाहरण है, चाहे वे शहर की सडक़ों पर घूम रहे हों या हाउसबोट पर आराम कर रहे हों।
इसके अलावा कंपनी ने उल्लेख किया कि स्थानीय डिलीवरी भागीदारों को उनके समय के लिए उचित पैसा दिया जाएगा, क्योंकि इसमें ऑन-रोड डिलीवरी से अधिक समय लग सकता है। स्विगी ने कहा, इससे रेस्तरां के लिए ग्राहकों तक पहुंचने और उनके स्वादिष्ट व्यंजनों को सीधे उनके दरवाजे पर पेश करने के नए अवसर खुलते हैं।
2022 में श्रीनगर में परिचालन शुरू करने वाले स्विगी के प्लेटफॉर्म पर 300 से अधिक रेस्तरां हैं, जो स्थानीय लोगों और पर्यटकों को समान रूप से विभिन्न प्रकार के व्यंजन पेश करते हैं। स्विगी फूड ने 600 से अधिक शहरों में लगभग दो लाख रेस्तरां के साथ सहयोग किया है।

 

आरईसी ने हरित बिजली परियोजनाओं के लिए 2023-24 में मंजूर किये छह गुना ऋण
Posted Date : 10-Apr-2024 4:25:43 am

आरईसी ने हरित बिजली परियोजनाओं के लिए 2023-24 में मंजूर किये छह गुना ऋण

नई दिल्ली  । बिजली क्षेत्र के लिए वित्त उपलब्ध कराने वाली सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी आरईसी का नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के लिए स्वीकृत ऋण 2023-24 के दौरान छह गुना से अधिक होकर 1,36,516 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इससे पहले 2022-23 में स्वीकृत ऋण 21,371 करोड़ रुपये था।
नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के लिए ऋण में तेज वृद्धि जलवायु परिवर्तन से लडऩे के लिए कार्बन उत्सर्जन कम करने की सरकार की रणनीति का हिस्सा है।
जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष के लिए आरईसी द्वारा स्वीकृत ऋणों का कुल मूल्य 3.59 लाख करोड़ रुपये है, जो पिछले वर्ष की इसी राशि की तुलना में 33.66 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि दर्शाता है।
आरईसी लिमिटेड ने इस साल जनवरी में नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के लिए धन जुटाने के लिए 10 अरब डॉलर के अपने ग्लोबल मीडियम टर्म नोट्स प्रोग्राम के तहत 61.1 अरब जापानी येन के 5-वर्षीय और 5.25-वर्षीय ग्रीन बॉन्ड जारी किए।
यह अंतर्राष्ट्रीय बॉन्ड बाजार में आरईसी का 11वां और येन में किसी भी भारतीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम द्वारा पहला बॉन्ड था।

 

बायबाय ई-रिक्शा ने उपभोक्ताओं को आसान फाइनेंसिंग सुविधा देने के लिए रेवफिन से मिलाया हाथ
Posted Date : 09-Apr-2024 4:15:17 am

बायबाय ई-रिक्शा ने उपभोक्ताओं को आसान फाइनेंसिंग सुविधा देने के लिए रेवफिन से मिलाया हाथ

नई दिल्ली  । इलेक्ट्रिक ट्रांसपोर्ट कंपनी बायबाय ई-रिक्शा ने कहा कि उसने ई-रिक्शा के आसान फाइनेंसिग के लिए डिजिटल ऋणदाता कंपनी रेवफिन के साथ साझेदारी की है।
बायबाय ई-रिक्शा निर्माण के क्षेत्र में अग्रणी घरेलू कंपनियों में से एक है और पिछले 10 साल से वाहनों के साथ-साथ ई-लोडर भी बना रही है।
बायबाय के सह-संस्थापक राजीव तुली ने कहा कि एमओयू समाज की अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति को आत्मनिर्भर बनाएगा।
तुली ने कहा, हमने देखा है कि एक ई-रिक्शा चालक अपने परिवार का भरण-पोषण ठीक से कर पाता है और अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिला पाता है।
रेवफिन के संस्थापक समीर अग्रवाल और तुली के बीच हुए इस करार से ई-रिक्शा की उपलब्धता आसान होगी और जरूरतमंद लोगों तक अच्छी गुणवत्ता वाला ई-रिक्शा पहुंचाया जा सकेगा। बायबाय द्वारा बनाए गए ई-रिक्शा और ई-लोडर असम सहित विभिन्न राज्यों में उपलब्ध हैं।
रेवफिन 2017 से इलेक्ट्रिक वाहनों का वित्तपोषण कर रहा है।
कंपनी के ज्यादातर ग्राहक कस्बों, तहसीलों और छोटे शहरों से हैं, जिन्हें बिना किसी औपचारिकता के आसान किस्तों में ई-रिक्शा और इलेक्ट्रिक वाहन मिल जाते हैं।
कंपनी अपनी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) के तहत ऋण प्रदान करती है।

 

बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव के बीच सोने की कीमत में वृद्धि जारी
Posted Date : 09-Apr-2024 4:15:00 am

बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव के बीच सोने की कीमत में वृद्धि जारी

नई दिल्ली  । मध्य एशिया में बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव के बीच अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई है। सोमवार को मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर सोने में फिर तेजी आई।
5 जून, 2024 को मैच्योर होने वाला सोना वायदा एमसीएक्स पर 70,981 रुपये प्रति 10 ग्राम पर था, जो 70,636 रुपये के पिछले स्तर से 345 रुपये या 0.49 प्रतिशत ज्यादा है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना हाजिर 2,353.79 डॉलर प्रति औंस की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद 2,343.89 डॉलर प्रति औंस पर है।
इस साल अब तक सोने की कीमत में 12 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। केंद्रीय बैंकों ने बड़ी मात्रा में सोना खरीदा है और इजराइल-हमास संघर्ष के कारण बढ़ते तनाव के बीच इसकी मांग बढ़ गई है।
यूएस फेड द्वारा ब्याज दरों में कटौती के संकेत से भी सोने की खरीददारी में वृद्धि हुई है।
सोमवार को दिल्ली में 24 कैरेट सोने की कीमत 71,430 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास है, जबकि मुंबई में यह 71,280 रुपये प्रति 10 ग्राम, चेन्नई में 72,150 रुपये प्रति 10 ग्राम है।

 

विस्तारा ने उड़ानों में कटौती की घोषणा की
Posted Date : 09-Apr-2024 4:14:35 am

विस्तारा ने उड़ानों में कटौती की घोषणा की

नई दिल्ली  । परिचालन की चुनौतियों के बीच विस्तारा एयरलाइंस ने अपने उड़ान संचालन में सावधानीपूर्वक योजनाबद्ध कटौती की घोषणा की।
निर्णय लिया गया है कि प्रतिदिन लगभग 25-30 उड़ानें कम करनी हैं, जो पिछले स्तरों की तुलना में एयरलाइन की क्षमता का लगभग 10 फीसदी है। विस्तारा के प्रवक्ता द्वारा घोषित इस कदम का उद्देश्य एयरलाइन के उड़ान संचालन को फरवरी 2024 के अंत के तुलनीय स्तर पर वापस लाना है।
इन कटौतियों के साथ विस्तारा अपने रोस्टर प्रबंधन को मजबूत करना चाहता है और अधिक मजबूत व टिकाऊ परिचालन ढांचा सुनिश्चित करना चाहता है।
हाल ही में एयर इंडिया के साथ विलय के एयरलाइन के फैसले के बाद नए अनुबंध की शर्तों के विरोध में पायलटों द्वारा सामूहिक छुट्टी लिए जाने के बाद कई उड़ानें रद्द कर दी गईं।
अप्रैल में लागू होने वाले नए अनुबंध की शर्तों के तहत विस्तारा के पायलटों को अब पिछले 70 घंटों के बजाय 40 घंटों के लिए एक निश्चित वेतन दिया जाएगा।
यह बदलाव टाटा समूह की एयरलाइनों में अपनाई गई मानकीकृत वेतन संरचना के अनुरूप है।