विज्ञान

19-May-2019 1:33:36 pm
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अधिक उम्र में पिता बनने वालों के पार्टनर और बच्चे की सेहत को खतरा : स्टडी

इन दिनों करियर ओरिएंटेड होने की वजह से बहुत से लोग 30 की उम्र के बाद शादी करते हैं और फिर बच्चे पैदा करने में भी देर लगाते हैं जिसका उनकी फर्टिलिटी के साथ-साथ अजन्मे बच्चे पर भी असर पड़ता है और ऐसा सिर्फ महिलाओं के साथ नहीं है। जी हां, वैज्ञानिकों की मानें तो महिलाओं की तरह पुरुषों के शरीर में भी एक बायोलॉजिकल घड़ी होती है और वैसे पुरुष जो अधिक उम्र में पिता बनते हैं वे अपनी पार्टनर के साथ-साथ होने वाले बच्चे की सेहत को भी खतरे में डाल देते हैं। 
पुरुषों की बढ़ती उम्र का भी बच्चे की सेहत पर बुरा असर 
मैटूरिटस नाम के जर्नल में प्रकाशित इस स्टडी में 40 साल तक किए गए रिसर्च की समीक्षा की गई जिसमें माता-पिता की उम्र का उनकी फर्टिलिटी, प्रेग्नेंसी और होने वाले बच्चे की सेहत पर क्या असर पड़ता है, इस बारे में जानकारी हासिल की गई। अमेरिका के रटगर्स यूनिवर्सिटी की ग्लोरिया बैचमैन ने बताया, च्यह बात तो दुनियाभर में ज्यादतर लोग मानते हैं कि 35 साल की उम्र के बाद महिलाओं के अंदर जो शारीरिक बदलाव होते हैं उसका गर्भधारण करने में, प्रेग्नेंसी के दौरान और होने वाले बच्चे की सेहत पर बुरा असर पड़ता है। लेकिन पुरुष इस बात को समझ ही नहीं पाते कि उनकी बढ़ती उम्र भी इन बातों पर असर डालती है।
35 से 45 साल के बीच की उम्र- अडवांस्ड पैटरनल एज 
हालांकि मेडिकल प्रफेशन में अब तक पिताओं की किस उम्र को अडवांस्ड माना जाए इस बारे में साफतौर पर कोई परिभाषा नहीं दी गई है लेकिन 35 साल से 45 साल के बीच की उम्र के पिताओं को अडवांस्ड पैटरनल एज में माना जा सकता है। स्टडी में यह बात भी सामने आयी कि 45 साल से अधिक उम्र के पुरुषों की फर्टिलिटी कम होने लगती है और पुरुषों की अधिक उम्र की वजह से उनकी पार्टनर को प्रेग्नेंसी के दौरान कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। जैसे- गर्भावस्था के दौरान होने वाली डायबीटीज, प्री-क्लाम्पसिया और समय से पहले जन्म लेने वाले बच्चे आदि। 
नवजात शिशु में कई तरह की बीमारियों का खतरा 
अधिक उम्र के पिताओं से जन्म लेने वाले नवजात शिशु में समय से पहले जन्म लेने का खतरा, जन्म के दौरान मृत पाए जाने का खतरा, जन्म के वक्त वजन बेहद कम और जन्मजात शारीरिक दिक्कतें जैसे- पैदाइशी हृदय रोग, कटा हुआ तालू जैसे खतरे हो सकते हैं। जैसे-जैसे ये बच्चे बड़े होने लगते हैं उनमें बचपन में होने वाला कैंसर, ऑटिज्म और संज्ञानात्मक बीमारी होने का खतरा भी रहता है। इस तरह की समस्याओं की वजह यह होती है कि अधिक उम्र के पुरुष जब पिता बनते हैं तो उनमें उम्र बढऩे के साथ टेस्टोस्टेरॉन में कमी आने लगती है, सीमन की क्वॉलिटी खराब होने लगती है और स्पर्म भी तेजी से घटने लगता है। 

 

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