छत्तीसगढ़

06-May-2019 1:18:47 pm
Posted Date

बैंकों की सुरक्षा भगवान भरोसे, न अलार्म का पता न ही सीसीटीवी का

० सुरक्षा के लिए दो वर्षों से पुलिस व बैंकर्स की मीटिंग ही नहीं
जगदलपुर, 06 मई । शहर में संचालित हो रहे बैंकों की सुरक्षा के लिए गत दो वर्ष से पुलिस व बैंकर्स की मुलाकात नहीं हुई है और न ही उनमें कोई बैठक हुई है। इससे समूचे शहर में संचालित हो रहे बैंकों की सुरक्षा पर प्रश्र चिन्ह खड़े हो गये हैं। स्थिति ऐसी है कि बैंकों का खतरे का अलार्म बजता है कि नहीं यह न तो बैंक के अधिकारियों को ही मालूम है और न ही पुलिस को। इसके अलावा बैंकों में लगे सीसीटीवी कैमरों का समय पर काम करने के लिए उनकी जांच भी नहीं हुई है। इस स्थिति में बैंकों की सुरक्षा गांव पर बनी हुई है। बैंक आने वाले उपभोक्ताओं को अपनी सतर्कता स्वयं रखनी पड़ रही है।
उल्लेखनीय है कि इस समय विभिन्न उपभोक्तओं ने अपनी आपबिती सुनाते हुए कहा कि बैंकों में आने के बाद उन्हें रकम निकालने और ले जाते समय असुरक्षा की भावना बनी रहती है, कभी भी कुछ हो सकता है। प्राय: सभी बैंकों में सुरक्षा की कमी है। सुरक्षा व्यवस्था को समयानुसार जागृत करने व उसके काम करने के लिए किसी के पास कोई समय नहीं है। जबकि आज बैंकों के माध्यम से ही कारोबार अधिक होता है। वर्ष 2014 में बैंकों के अधिकारियों व पुलिस अधिकारियों के मध्य हुये बैठक में ही सुरक्षा की समीक्षा की गई थी, लेकिन उसके बाद इस दिशा में क्या कार्य हुआ इसके संबंध में बैंक अधिकारियों ने रूचि नहीं ली। सुरक्षा व्यवस्था के अभाव में कभी भी कुछ भी हो सकता है। 
इस संबंध में सीएसपी हिमसागर सिदार ने बताया कि पुलिस के दल पेट्रोलिंग के समय प्रत्येक बैंकों की समय-समय पर चेकिंग करती हैं और सीसीटीवी कैमरों को भी ठीक करवाया गया है। इस संबंध में समीक्षा बैठक भी शीघ्र ही होगी।

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