छत्तीसगढ़

04-May-2019 1:38:04 pm
Posted Date

कमरे में सोए ग्रामीण को सूड़ से खींचकर हाथी ने पटक कर मार डाला

0 दूसरे कमरे में सो रहे अन्य लोगों ने छिपकर बचाई जान
कोरबा, 04 मई । गोल्हर क्षेत्र में हुई घटना की याद पिछली रात ताजा हो गई। यहां हाथी ने एक घर के कमरें में सो रहे ग्रामीण को सूड़ से खींचकर बाहर निकाला और फिर पटक दिया। ग्रामीण की तुरंत मौत हो गई। इस वाक्ये से दूसरे कमरें में सोए लोग भयभीत हो गए। उन्होंने किसी तरह छिपकर अपनी जान बचाई। घटनाक्रम से कुदमुरा व छाल रेंज के अनेक ग्रामों में डर का वातावरण बना हुआ है। इधर वन विभाग ने ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी है। कोरबा जिला मुख्यालय से 70 किमी दूर पिथरा गांव में यह घटना आज सुबह 04 बजे के लगभग हुई। 
वन मण्डल कोरबा के कुदमुरा रेंज के सीमांत क्षेत्र में हुई घटना ने लोगों को बालकोनगर रेंज के गोल्हर फूटहामुड़ा में तीन महीने पहले हाथी द्वारा एक महिला और बच्चे को पटककर मार डालने की याद ताजा कर दी। यह घटना गांव के आंगनबाड़ी भवन में हुई थी, जहां हाथियों के हमले से बचाने वन विभाग ने लोगों को यहां ठहराया था। 04 मई को हुई घटना के बारे में विभागीय सूत्रों ने बताया कि छाल परिक्षेत्र में पिथरा गांव आता है, जहां के ग्रामीण इसदु लकड़ा 68 वर्ष की मौत हो गई। पिथरा में अनुसूचित जनजाति वर्ग की आबादी अधिक संख्या में है। मुख्य गांव से हटकर बाहरी क्षेत्र में एक्का-दुक्का मकान लोगों ने बना रखे हैं। जिन पर अक्सर जंगली जानवरों के हमले का डर बना रहता है। इसदु का मकान भी इसी क्षेत्र में स्थित है। नजदीक से ही घना जंगल लगा हुआ है। लकड़ा यहां पर पत्नी, बहू और बच्चों के साथ निवासरत था। बीती रात्रि सदस्यों ने भोजन किया और सो गए। सामने के कमरें में इसदु लकड़ा सोया हुआ था। आज तडक़े जंगल की तरफ से हाथी यहां पहुंचे। जिस तरह की जानकारी मिली, उसमें कहा गया कि हाथी ने कमरें के दरवाजे को तोडऩे के साथ ग्रामीण को सूड़ से बाहर खींच लिया और पटकने के साथ कुचल दिया। ग्रामीण की इस घटना में मौके पर ही मृत्यु हो गई। हाथी की आहट और इंसान की चीख सूनने के साथ परिवार के लोग अनहोनी से कांप उठे। उन्होंने अपनी जान बचाने के लिए दूसरे कमरें में खुद को छिपाया। घटना की जानकारी आम होने पर कुछ घंटे बाद वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी यहां पहुंचे। पुलिस की मौजूदगी में शव का पंचनामा किया गया। उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। धरमजयगढ़ डीएफओ ने बताया कि मृतक के परिजनों को प्रारंभिक राहत राशि दी गई है। ऐसे प्रकरणों में 04 लाख रूपए की क्षतिपूर्ति दी जानी है। शेष राशि का भुगतान कागजी कार्रवाई के पश्चात किया जायेगा।

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