छत्तीसगढ़

03-May-2019 12:43:48 pm
Posted Date

वज्रपात व आकाशीय बिजली व आंधी तूफान से बचाव व राहत व्यवस्था के संबंध में दिशा-निर्देश जारी

न्याय साक्षी/रायगढ़।   छत्तीसगढ़ में आगामी जून माह से सितम्बर माह के बीच मानसून के दौरान वज्रपात एवं आकाशीय बिजली तथा आंधी-तूफान से जन-धन हानि होने की संभावना बनी रहती है। छत्तीसगढ़ राज्य आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जनसामान्य को वज्रपात एवं आकाशीय बिजली से बचने के संबंध में सावधानियां बरतने हेतु कहा है।
वज्रपात एवं आकाशीय बिजली के दौरान यदि घर में हो तो पानी का नल, फ्रिज, टेलीफोन आदि को न छुएं और उससे दूर रहे तथा बिजली से चलने वाली यंत्रों/ उपकरणों को बंद कर दें। यदि दो पहिया वाहन, साईकिल, ट्रक, खुले वाहन नौका आदि पर सवार हो तो तुरंत उतरकर सुरक्षित स्थानों पर चले जाए। वज्रपात एवं आकाशीय बिजली के दौरान वाहनों पर सवारी न करें। धातु की डंडी वाले छाते का उपयोग न करें। टेलीफोन व बिजली के पोल, खंभे तथा टेलीफोन टावर से दूर रहे। कपड़े सुखाने के लिए तार का प्रयोग न कर, जूट या सूत की रस्सी का उपयोग करें। बिजली की चमक देख तथा गडगड़़ाहट की आवाज सुनकर ऊंचे एवं एकल पेड़ां पर नहीं जाएं। यदि कोई व्यक्ति जंगल में हो तो वे छोटे एवं घने पेड़ों की शरण में चले जाए। वृक्षों दलदल वाले स्थलों तथा जल स्त्रोतों से यथा संभव दूर रहे परंतु खुले आकाश में रहने से अच्छा है कि, छोटे पेड़ों के नीचे रहे। खुले आकाश में रहने को बाध्य हो तो नीचे के स्थलों को चुने, एक साथ कई आदमी इक_े न हो, दो आदमी की दूरी कम से कम 15 फीट हो, तैराकी कर रहे लोग मछुवारे आदि अविलंब पानी से बाहर निकल जाए। गीले खेतों में हल चलाते, रोपनी या अन्य कार्य कर रहे किसानों तथा मजदूरों या तालाब में कार्य कर रहे व्यक्ति तुरंत सूखे एवं सुरक्षित स्थान पर जाए। धातु से बने कृषि यंत्र, डंडा आदि से अपने को दूर कर लें। यदि खेत-खलिहान में काम कर रहे हो तो तथा किसी सुरक्षित स्थान की शरण न ले पाए तो जहां है वहीं रहे, हो सके तो पैरों के नीचे सूखी चीजें जैसे लकड़ी, प्लास्टिक, बोरा या सूखे पत्ते रख ले। दोनों पैरों को आपस में सटा ले एवं दोनों हाथों को घुटनों पर रखकर अपने सिर को जमीन की तरफ यथा संभव झुका लें तथा सिर को जमीन से न छुआएं, जमीन पर कदापि न लेटे। अपने घरों तथा खेत-खलिहानों के आसपास कम ऊंचाई वाले उन्नत किस्म के फलदार वृक्ष समूह लाए। ऊंचे पेड़ के तनों व टहनियों में तांबे का एक तार स्थापित कर जमीन में काफी गहराई तक दबा दें ताकि पेड़ सुरक्षित हो जाए। मजबूत छत वाला पक्का मकान सबसे सुरक्षित स्थल है। यदि संभव हो तो अपने घरों में तडि़त चालक लगवा लें, यथासंभव खुले क्षेत्र में स्वयं को धात्विक संपर्क से बचाए रखे।       

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