छत्तीसगढ़

29-Apr-2019 1:15:29 pm
Posted Date

टीआरएन के खिलाफ ग्रामीण ठेकेदार व सप्लायर हुए लामबंद

निराकरण जल्द न हुआ तो फूट सकता है आक्रोश 
रायगढ़। जिले के घरघोड़ा ब्लाक के ग्राम भेंगारी में संचालित टीआरएन कंपनी के खिलाफ स्थानीय ग्रामीण ठेकेदार व सप्लायर एकजुट होने लगे हैं और अपनी समस्याओं को लेकर कंपनी प्रबंधन से जवाब तलब करने लगे हैं। कंपनी प्रबंधन के द्वारा यदि जल्द ही उनकी समस्याओं का निराकरण नही किया गया तो यह आक्रोश विकराल रूप भी ले सकता है।
2006 में निर्माण कार्य प्रारंभ होकर 2017 में पूर्णता प्राप्त कर हाल ही में कंपनी 600 मेगावाट विद्युत उत्पादन कर रही है, और वहीं चारमार भेनगारी,टेंडा, नवापारा आदि क्षेत्रीय ग्रामीणों को अभी तक अधिग्रहित जमीन का मुआवजा राशि प्रदान नहीं किए जाने व 2 वर्ष से अधिक तक क्षेत्रीय ठेकेदार व माल सप्लायरों का बकाया राशि भुगतान टी आर एन कंपनी द्वारा नहीं किए जाने के एवज में ग्रामीण ठेकेदार व सप्लायर ने पूर्ण रूप टीआरएन एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड के महाप्रबंधक को अनुविभागीय अधिकारी राजस्व घरघोड़ा, थाना प्रभारी घरघोड़ा को 6 फरवरी  को पैसा भुगतान राशि नहीं किए जाने के संबंध में हड़ताल व चक्का जाम बलात पूर्वक कर टीआरएन एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की कार्यों को प्रभावित करने को लेकर धरना पर बैठने से पहले ही इन्हें कोरी व झूठी आश्वासन देकर टालमटोल कंपनी प्रबंधन द्वारा किया गया और आज 2 माह बीत जाने के बावजूद प्रबंधन इस ओर कोई सुध लेता नजर नहीं आ रहा है।  और आज यही ग्रामीण जन, सप्लायर व ठेकेदार पुन: अनुविभागीय अधिकारी राजस्व घरघोड़ा को ज्ञापन सौंपने अपनी मांगों को लेकर टीआर एनर्जी लिमिटेड कंपनी भेंगारी में अपने अधिग्रहण भूमि का मुआवजा व ठेकेदार माल सप्लायर अपनी 6 बिंदुओं की मांगों को लेकर लामबंद होने को है मजबूर हैं। 
कंपनी प्रबंधन का तर्क 
वहीं इस संबंध में कंपनी के जीएम प्रहलाद प्रसाद का कहना है कि यह सही है कि कुछ कांटेक्टरो का पैसा बाकी है। यह हम लोगों के साथ ही नहीं सारे कंपनियों के साथ है जितने भी थर्मल पावर प्लांट है। जरूरत के समय हमें कोयला की पूर्ति नहीं हो पाती है। कोयले के अभाव में बिजली सही सप्लाई नहीं हो पा रही है और बिजली सप्लाई नहीं होने से पेमेंट सही नहीं मिल पा रही है इस वजह से उनकी राशि रुकी हुई है जिसे कंपनी जल्द ही भुगतान कर देगी।  
क्या कहते हैं सप्लायर
इस संबंध में श्याम इंडस कंपनी के नरेश अग्रवाल का कहना है कि मेरे द्वारा टी.आर.एन. कंपनी के लिए हॉस्टल का निर्माण कराया गया जिसमें मेरा 45 लाख रुपया टीआर एन कंपनी नेअभी तक भुगतान नहीं किया है। बोध राम गुप्ता पिता गौरी शंकर गुप्ता टीआर एन कंपनी में मेरा 27 एकड़ जमीन गया है और इसका मैं मुआवजा राशि अभी तक प्राप्त नहीं कर पाया हूं वही कंपनी से राशि मांगे जाने पर झूठी आश्वासन दिया जा रहा है। जबकि जमीन लेने से पहले यह कही गई थी कि परिवार से नौकरी दी जाएगी व मुआवजा राशि किंतु आज तक कुछ नहीं मिला।

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