छत्तीसगढ़

25-Apr-2019 1:37:26 pm
Posted Date

पुलिस का ऑपरेशन विराट : पांच आइपीएस की जांच फि र भी नतीजा शून्य

बिलासपुर, लोकसभा चुनाव के बाद अब प्रदेश में ऑपरेशन विराट की चर्चा है। घटना को पांच दिन हो गए हैं। आइजी प्रदीप गुप्ता समेत पांच आइपीएस के साथ ही दर्जनों पुलिस अफसर अपहरण के इस वारदात की तहकीकात कर रहे हैं। लेकिन अब तक नतीजा शून्य है। पुलिस अभी तक इस मामले में कोई भी जवाब देने की स्थिति में नहीं आई है। सभी सवालों का उनके पास एक ही जवाब है...हम कोशिश कर रहे हैं।

अपहरण की वारदात के बाद से आइजी प्रदीप गुप्ता के निर्देशन में एसपी अभिषेक मीणा, एडिशनल एसपी सिटी ओपी शर्मा, कोतवाली सीएसपी विश्वदीपक त्रिपाठी के साथ ही उनकी टीम लगातार मासूम बच्चे की तलाश कर रही है। इस बीच लोकसभा चुनाव का काम प्रभावित न हो। इसलिए डीजीपी डीएम अवस्थी ने एसपी अभिषेक मीणा के सहयोग के लिए बालोद एसपी एमएल कोटवानी व उनके अधीनस्थ पुलिस अफसरों के साथ ही धमतरी के पुलिस अफसरों को जांच के लिए बिलासपुर भेजा था। मंगलवार को चुनाव निपटने के साथ ही डीजीपी ने फिर से पुलिस की जांच को लेकर पूछताछ की। लेकिन कोई खास सफलता नहीं मिलने पर दुर्ग एसपी प्रखर पांडेय के साथ ही पीएचक्यू के एक आइपीएस व रायगढ़, कोरबा, जांजगीर से टीआइ व एसआइ को जांच में सहयोग के लिए भेजा है। लेकिन अब तक की जांच के बाद भी पुलिस को कोई अहम सुराग नहीं मिल सका है। पुलिस यह भी पता नहीं लगा पाई है कि विराट का अपहरण क्यों और किसलिए किया गया है। पुलिस इस अपहरण की इस गुत्थी को सुलझाने की कोशिश में लगातार उलझती जा रही है। यही वजह है कि पुलिस अफसर अभी तक इस मामले में जवाब देने की स्थिति में नहीं है। सभी सवालों का उनके पास एक ही जवाब है, हम हरसंभव विराट को सुरक्षित वापस लाने के लिए प्रयास कर रहे हैं।

लेनदेन को लेकर विवाद, पुलिस हिरासत में संदेही

करबला निवासी बर्तन व्यवसायी के अपहृत बेटे का अब तक कोई सुराग नहीं मिल सका है। इधर डीजीपी ने बच्चे की तलाश के लिए प्रदेश स्तरीय टीम बनाई है। फिर भी सफलता नहीं मिली है। शहर की विभिन्न जगहों पर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज निकाले, जिसमें सफेद रंग की वेगनआर कार की जानकारी जुटाई गई। जांच के आधार पर व्यावसायिक प्रतिस्पर्धा व आपसी लेनदेन को लेकर हुए विवाद के चलते विराट का अपहरण होने की बात कही जा रही है। पुलिस इस मामले में संदेही युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

 

हवा में हाथ-पांव चला रही पुलिस, सिरगिट्टी इलाके में हो रही तलाश

मासूम बच्चे के अपहरण के इस मामले में पुलिस सिर्फ हवा में हाथ-पांव चला रही है। अब तक न तो विराट का पता चला है और न ही अपहरणकर्ताओं का। अलग-अलग संदेहियों से लगातार पूछताछ के बाद भी पुलिस कोई नतीजे पर नहीं पहुंची है। ऐसे में पुलिस को उम्मीद है कि विराट को आसपास ही छिपाकर रखा गया होगा।

शहर में हर माताएं अपने लाडले को लेकर है चिंतित

जिस दिन से विराट का अपहरण हुआ है अमूमन हर घर में इस घटना को लेकर चर्चा हो रही है। सबकी निगाहें टीवी चैनल व अखबारों पर है। रोज सुबह होते ही उनके मन में यही सवाल होता है कि बच्चा मिला या नहीं। जाने वह किस हाल में होगा। शहर के गली-मोहल्लों में विराट के अपहरण को लेकर चर्चा चल रही है। अब यह भी सवाल उठने लगा है कि पुलिस इतने दिन तक मासूम बच्चे को ढूंढ कैसे नहीं रही है। इतनी तगड़ी सुरक्षा होने के बाद भी बच्चे को लेकर कार सवार कैसे फरार हो गए। विराट के साथ हुई इस घटना को सोच कर शहर की माताओं को अपने लाडले की चिंता सताने लगी है। हर घर में अपने-अपने बच्चों को सलाह दी जा रही है कि कोई भी कुछ खाने को दें न उसे न खाएं। अनजान लोगों से बातचीत भी न करें। इस घटना के बाद दहशत में घर के बाहर खेल रहे बच्चों का पल-पल ख्याल रख रहे हैं। वहीं कुछ लोग अपने बच्चों को घर से निकलने से ही मना करने लगे हैं।

माता-पिता के साथ ही शहरवासियों को है उम्मीद है सुरक्षित लौट आएगा विराट

विराट अपहरणकांड पूरे प्रदेश में पुलिस के लिए चुनौती बन गया है। यही वजह है कि डीजीपी लगातार इस मामले की जानकारी ले रहे हैं। विराट के पिता विवेक सराफ व मां विभा के साथ ही शहरवासी यही उम्मीद में है कि एक-दो दिन में विराट सुरक्षित घर लौट आएगा। इसके लिए दुआएं भी की जा रही है। ज्योतिष व तांत्रिकों ने उन्हें भरोसा दिलाया है कि उनका बेटा सुरक्षित है और शीघ्र ही घर आ जाएगा।

Share On WhatsApp