छत्तीसगढ़

04-Apr-2019 12:16:28 pm
Posted Date

कैलाशपति धाम में नवरात्रि की तैयारियां शुरू

चैत्र नवरात्रि का शुभारंभ 6 को देवी दुर्गा के नौ रूपों की होगी आराधना 
रायगढ़। देवी आराधना का पर्व चैत्र नवरात्र इस वर्ष 6 अप्रैल से प्रारंभ होकर 14 अप्रैल तक चलेगा 9 दिनों तक अखंड ज्योति के आलोक में देवी मंदिर जगमगाएंगे शहर के देवी मंदिरों सहित हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी  चैत्र नवरात्र के लिए पंडरीपानी स्थित कैलाश पति धाम में विशेष हवन पूजन तथा भंडारे का आयोजन किया जा रहा है। नवरात्रि के पर्व को देवी दुर्गा के नौ रूपों की विशेष आराधना का उत्सव माना जाता है। मां भगवती के नौ रूपों के विषय में देवी भागवत और देवी महात्म्य में विस्तार से वर्णन किया है। यह रूप कौन-कौन से हैं इनमें से प्रत्येक रूप की आराधना का क्या विधान है देवी के नौ रूपों के संबंध में एक श्लोक के रूप में इसका वर्णन है। जिसके तहत शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी, सिद्धिदात्री, मां के 9  रूपों  का 9 दिनों तक  विधि-विधान पूर्वक पूजन और अंतिम  दिन हवन करने से मां दुर्गा अपने भक्तों को हर मनोकामना पूरी होने का आशीर्वाद देती हैं।हवन के बाद माता  स्वरूपा कुंवारी कन्याओं का पूजन तथा उन्हें भोग  ग्रहण कराने के बाद ही साधक  को प्रसाद ग्रहण करना चाहिए। परंपरा के अनुसार शहर के सभी देवी मंदिरों में नवरात्रि के अंतिम दिन भंडारे का आयोजन किया जाता है।  कैलाशपति धाम में भी इस वर्ष 9 दिनों तक निरंतर जप  एवं पूजा विधि-विधान पूर्वक होगी तदोपरांत हवन कराया जाएगा तत्पश्चात सैकड़ों कुंवारी कन्याओं को देवी रूप में सजा कर पूजा की जाएगी। यह ऐसा अवसर होता है जब सोलह श्रृंगार कर कन्याऐं  मंदिर में भोग लगाने पहुंचती हैं तो भक्तों को ऐसा लगता है मानो माता साक्षात रूप में उन्हें आशीर्वाद देने पंहुची हैं।  मंदिर के संस्थापक बाबा राम सिंह नौ  दिनों तक मौन व्रत रखकर देवी की आराधना में लीन रहते हैं। बाबा राम सिंह ने बताया कि जिन  कन्याओं के  विवाह  में विलम्ब हो रहा है उनके द्वारा नवरात्रि का उपवास करने से उस कन्या को निश्चित ही इच्छित फल की प्राप्ति होती है। यहां कई कन्याएं  मंदिर में रहकर ही संस्कार ग्रहण करती हैं। उल्लेखनीय है कि कैलाशपति धाम में जब से नवरात्रि की पूजा हो रही है तब से क्षेत्र के सैकड़ों भक्त जनों की भीड़ यहां नवरात्रि पर लगने लगी है भगवान शंकर के इस धाम में नवरात्रि के दौरान होने वाली पूजा का प्रतिफल उन्हें  तत्काल प्राप्त होता है इसलिए पुराणों में अर्धनारीश्वर का उल्लेख किया गया है। बाबा राम सिंह ने शहर तथा आसपास के भक्त गणों  धर्म परायण सज्जनों तथा कैलाशपति धाम से जुड़े हुए भक्तों से नवरात्रि पर्व पर मंदिर आकर दर्शन लाभ करने तथा  14 अप्रैल को भंडारे में  प्रसाद ग्रहण करने का आव्हान किया है।

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