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04-Apr-2019 12:12:39 pm
Posted Date

आरबीआई ने रीपो रेट 0.25 फीसदी घटाया, होम लोन सस्ता

नई दिल्ली, 04 अपै्रल । भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने चालू वित्त वर्ष 2019-20 की अपनी पहली द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा में रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती की है। रेपो रेट अब घटकर 6.00 फीसदी हो गया है। इस साल रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में लगातार दूसरी बार कटौती की है।
रेपो रेट में कटौती के बाद नया कर्ज लेना जहां सस्ता होने की उम्मीद है। वहीं, आपके होम लोन, आटो लोन और पर्सनल लोन की ईएमआई भी घट जाएगी। बता दें रेपो रेट वह दर है, जिस पर आरबीआई बैंकों को कर्ज देता है। इसके साथ ही आरबीआई ने रिवर्स रेपो रेट 6 फीसदी से घटाकर 5.75 फीसदी कर दिया है। आरबीआई ने जनवरी-मार्च 2019 के लिए खुदरा महंगाई अनुमान 2.4 फीसदी का रखा है। वहीं आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष के लिए विकास दर का अनुमान 7.4 प्रतिशत से घटाकर 7.2 प्रतिशत कर दिया है।
मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) के 6 में से 4 सदस्यों ने दरों में कटौती का पक्ष लिया। इसके अलावा आरबीआई ने ब्याज दरों पर न्यूट्रल रुख कायम रखा है। एमपीसी की अगली बैठक अब 3,4 और 6 जून को होगी। 
केंद्रीय बैंक ने कहा है कि उसने घरेलू निवेश कमजोर रहने के संकेत और वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुस्ती के मद्देनजर अपने दो माह पुराने अनुमान में कटौती की है। बयान में कहा गया है उत्पादन और पूँजीगत वस्तुओं के आयात में सुस्ती से घरेलू निवेश गतिविधियों में कमजोरी के संकेत मिले हैं। वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुस्ती से भारत का निर्यात प्रभावित हो सकता है। 
वहीं, वाणिज्यिक क्षेत्र में वित्तीय प्रवाह बढऩे से आर्थिक गतिविधियों पर सकारात्मक असर पडऩे की बात कही गई है। बयान में निजी उपभोग के भी गति पकडऩे की उम्मीद जताई गयी है ग्रामीण क्षेत्रों में व्यय बढ़ेगा। इसमें कहा गया है कि पाँच लाख तक की आय को पूरी तरह करमुक्त बनाने से लोगों के पास व्यय योग्य आमदनी बढ़ेगी।

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