छत्तीसगढ़

03-Apr-2019 12:48:30 pm
Posted Date

सरपंच व उसके साथियों द्वारा युवक को जान से मारकर फांसी पर लटकाने का आरोप

०खाप पंचायत की तरह चला रहा है पंचायत को सरपंच
० पीडि़त परिवार की शिकायत पर पुलिस विभाग मौन, पुलिस पर सरपंच के अनुसार कार्य करने का आरोप
० ग्राम पंचायत ने युवक को लिंग पर तीन ईंट बांध, युवती को गोद में उठाकर गांव धुमने की दी थी सजा
० साथ में ६५००० का भी किया था जुर्माना

न्यायसाक्षी/लैलूंगा। रायगढ़ जिले के लैलूंगा थाना क्षेत्रांतर्गत ग्राम किलकिला का एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसमें प्रेमी-प्रेमिका को एक साथ रहने पर घर वालों को कोई आपत्ति नहीं थी और ग्राम पंचायत सरपंच व उसके साथियों ने सुना डाली थी विचित्र सजा। सजा यह थी कि- 65000/- रूपये जुर्माना स्वरूप १० दिनों के अंदर जमा करना व युवक के लिंग में तीन ईटा बांधकर पे्रमिका युवति को गोद में उठाकर बैंड बाजे के साथ गॉंव में घुमाया जावेगा, यदि वह थक जाता है, तो एक ईटा और बांध दिया जायेगा। जिस पर युवक के परिवार वालों ने मना कर दिया था। तब, सरपंच ने उसके साथियों के साथ मिलकर युवक को फांसी लगाकर लटका दिया और हत्या करने का आरोप लगाया है।

मिली जानकारी के अनुसार लैलूंगा थाना क्षेत्राांतर्गत ग्राम किलकिला निवासी राजकुमार पिता बिकेश्वर पैंकरा ने बताया है कि उसके पुत्र प्रकाश पैंकरा के  साथ रहने के लिए उसी की गांव की एक युवती मायावती परिवर्तित नाम घर में घुस गई और प्रकाश के साथ पत्नी के रूप में रहने की जिद करने लगी। प्रकाश के परिवार व युवती के परिवार के बहुत समझाने के बाद भी युवती को प्रकाश से अलग होना मंजूर नहीं था, जिस पर युवती के परिवार वालों ने युवती को वहीं प्रकाश के पास रहने को बोलकर चले गये। प्रकाश के माता-पिता व परिवार वालों को भी कोई आपत्ति नही ंथी। प्रकाश व युवती दोनो एक साथ पति-पत्नी की तरह रहने लगे थे। पर यह रजामंदी संरपंच व गांव वालों के दबंगो को रास नही आई और उन्होने प्रकाश व परिवार वालों को प्रताडि़त कर गाली गलौज करने लगे। 
भूपदेव सरपंच की अध्यक्षता में गंाव में उक्त संबंध में मीटिंग बुलाई गई, जिसमें युवक प्रकाश सहित उसके पिता को बंधक बनाकर उपस्थित किया गया। युवक की दोनों हाथों को पीछे से बंाध दिया गया था और मार-पीट करने हुए प्रताडि़त किया गया। मीटिंग में मुख्य रूप से भूपदेव संरपंच, सुरेश यादव, सजन पैंकरा, हलधर, कोलाराम, करमानंद, यदुमणी, पहलवान, धनीराम पैंकरा, उसत पैंकरा, जगदीश पैकरा एवं गांव के अन्य व्यक्ति थें। सभी उक्त ग्रामवासी सरपंच की हां में हां मिला रहे थे। 
मीटिंग में उपस्थित लोगों द्वारा प्रकाश के परिवार को ६५ हजार रूपये जुर्माना १० दिन के भीतर जमा करने की सजा दिया गया। इतना ही नहीं युवक के लिंग में तीन तीन ईंट बांधकर, प्रेमिका युवती को गोद में उठाकर बैंड वाले के साथ गॉव में घुमाना होगा, यदि वह थक जाता है, तो एक ईटा और बांध दिया जायेगा ऐसे विचित्र आदेश शायद ही किसी का आपने कभी सुना होगा। उसके बाद प्रकाश को ( जिसका हाथ पीछे रस्सी से बंधा हुआ था) को कोलाराम के द्वारा स्वेटर पहनाने के बहाने मिटिंग से उठाकर उसके घर लेकर जाया गया, उसके ईशारे पर भूपदेव सरपंच, करमानंद, पहलवान, यदुमणि, धनीराम पैंकरा, चमरा, भी एक-एक कर के मीटिंग से उठे और उसके पीछे गए। 
बस इसके कुछ देर बाद भगवती, जो कि राजकुमार की बहु है के घर से चिल्लाने की जोर-जोर से आवाज आई, युवक के माता पिता जो मीटिंग स्थान पर बंधे बैठे थे, किसी तरह हाथ छुड़ाकर घर की ओर भागे और घर के अंदर पहुंचने के बाद कमरे में जाकर देखे तो पुत्र प्रकाश फांसी में लटका हुआ था। 
उक्त घटना पर पुलिस का कहना था कि प्रकाश ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर लिया। पर सोचने वाली बात यह है कि जिसके हाथ पीछे बंधे हो, वो फांसी कैसे लगा सकता है। और जिस रस्सी से फांसी लगाई गई थी  उस प्रकार की रस्सी युवक के घर में थी ही नहीं। जिस पर पिता द्वारा  प्रकाश की हत्या की सूचना थाना लैलूंगा में दिनांक 12/3/2019 को दी गई। लेकिन पुलिस द्वारा अब तक कोई कार्यवाही या जांच नही की गई है। जिससे मामले में सॉंठ-गॉंठ होने से इंकार नहीं किया जा सकता। 
इधर आरोपियों द्वारा पीडि़त परिवार को आगे कार्यवाही न करने की धमकी दी जा रही है और जान समेत मारने की धमकी दी जा रही है, और यह दबाव बनाया जा रहा है कि राजी-नामा कर लो, नहीं तो जो हाल तुम्हारे पुत्र के साथ हुआ है, वही हाल तुम्हारे परिवार के साथ भी करेंगे। इस प्रकार डरा धमका कर पीडि़त परिवार को परेशान किया जा रहा है।
जिस पर पीडि़त परिवार दहशत और डर के कारण गॉंव छोडक़र कहीं और रहने को विवश हो गया है। ऐसी स्थिति में पीडि़त परिवार ने उक्त सम्बंध में आवेदन मय शपथ-पत्र राज्यपाल महोदय, मुख्यमंत्री महोदय के साथ पुलिस के उच्चाधिकारियों को भेजा है, साथ ही उसकी कॉपी रायगढ एस०पी० व लैलूॅंगा थाना प्रभारी को भी भेजी है, साथ ही कार्यवाही नहीं होने पर अदालत का दरवाजा खटखटाने सम्बंधी बात भी कही है। इस प्रकार की घटना समाज के लिए बेहद खतरनाक है, और इस सम्बंध में पुलिस की कार्यवाही अपने-आप में बेहद लचर प्रतीत होती है। 

 

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