छत्तीसगढ़

03-Apr-2019 12:16:51 pm
Posted Date

बस्तर में ऑटिज्म नामक बीमारी ने दी दस्तक

० अपने आप में खोया है बच्चा तो पालक हो जायें सावधान 
जगदलपुर, 03 अप्रैल । आपका बच्चा यदि अपने आप में खोया हुआ रहता है और किसी से संपर्क नहीं करता तो उसे ऑटिज्म नामक बच्चों की एक गंभीर बीमारी हो सकती है। इस बीमारी मेें बच्चों का मानसिक विकास प्रभावित होने सहित उसके शरीर की वृद्धि पर भी सबसे ज्यादा खतरा होता है। बस्तर में यह रोग फिलहाल अभी-अभी ही शुरू हुआ है। इस ऑटिज्म रोग से अभी भी बस्तर के लोग परिचित नहीं हुये हैं। अब बस्तर में भी इसके मामले सामने आ रहे हैं, विडंबना यह है कि ऑटिज्म से पीडि़त बच्चों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। 
उल्लेखनीय है कि यह ऑटिज्म रोग के लक्षण है कि ऑटिज्म से पीडि़त बच्चा अपने काम में ही लीन रहता है और अपने आप में गुमशुम बच्चा न तो किसी की बात सही तरीके से सुन पाता है और न ही उसका उत्तर ही दे पाता है। अपने आपको सामाजिक रूप से अलग रखते हुए ये बच्चे किसी से घुलते-मिलते नहीं हैं और दूसरों से बात करने में भी हिचकिचाते हैं। यह बीमारी बच्चे के मानसिक विकास को रोक देती है। ये बीमारी बच्चे के सेंट्रल नर्वस सिस्टम को नुकसान पहुंचाती है, जिससे बच्चे में ये दिक्कत होती है। कई बार गर्भावस्था के दौरान खानपान सहीं न होने से भी बच्चे को ऑटिज्म का खतरा हो सकता है। स्थानीय महारानी अस्पताल स्थित स्पर्श क्लीनिक में रोजाना 1 दर्जन से ज्यादा लोग पहुंच रहे हैं, जिसमें से 3 से 4 बच्चे शामिल हैं। 
इस संबंध में राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. ऋ षभ साव ने जानकारी दी कि पालक ऐसे लक्षणों की पहचान कर अपने बच्चों को अवश्य ही उपचार के लिए स्पर्श क्लीनिक में लेकर आयें। 

Share On WhatsApp