छत्तीसगढ़

28-Mar-2019 12:47:52 pm
Posted Date

पुलवामा हमले में फिसली जुबान, गोमती को आयोग का नोटिस

रायगढ़। जम्मू काश्मीर के पुलवामा हमले का जिक्र करते हुए भाजपा प्रत्याशी की जुबान फिसल गई। रायगढ़ लोकसभा से प्रत्याशी गोमती साय ने पाकिस्तान पर हमले एवं सेना की एयर स्ट्राइक की तारीफ करने वाला सार्वजनिक बयान दिया था। जिसके बाद आचार संहिता एवं निर्वाचन आयोग के आदेशों का उल्लंघन बताकर प्रशासन ने नोटिस थमा दिया है।
रायगढ़ लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी गोमती साय को पुलवामा हमले में बयान देना भारी पड़ गया है। टिकट मिलने के बाद गोमती का रायगढ़ में पहला आगमन हुआ तो उन्होंने जम्मू काश्मीर के पुलवामा में हुए हमले का जिक्र किया था। प्रत्याशी ने सार्वजनिक रूप से बयान दिया था कि पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान पर हमला और सेना की कार्रवाई हमारे देश का सबसे बड़ा कदम है। अब उनके इस बयान पर निर्वाचन आयोग के आदेश का हवाला देकर अफसरों ने गलती पकड़ ली है। दरअसल निर्वाचन आयोग ने पुलवामा अटैक के बाद सेना एवं सैनिकों के फोटो, वीडियो एवं अन्य समाचार राजनैतिक पार्टियों को साझा नहीं करने कहा था और अपने सोशल मीडिया एवं चुनाव प्रचार प्रसार में भी इसका जिक्र नहीं करने कहा था। इस संबंध में कलेक्टर ने जिले में राजनैतिक पार्टियों की बैठक लेकर भी आयोग के इस फैसले से अवगत कराया था और प्रिंटींग प्रेस संचालकों की भी बैठक लेकर उन्हें मिग राफेल एवं कैप्टन अभिनंदन के पोस्टर नहीं छापने का निर्देश दिया था लेकिन इस सबके बाद भी भाजपा प्रत्याशी गोमती साय ने पुलवामा हादसे का जिक्र कर लोगों का ध्यान खींचा है। यही कारण बताकर प्रशासन ने उनको नोटिस थमा दिया है और जवाब मांगा है। हालाकि प्रशासन के इस आदेश के खिलाफ पार्टी ने जवाब तो नहीं दिया है लेकिन पार्टी के जानकारों ने बताया कि आयोग ने शहीदों एवं पुलवामा हादसे के फोटो वीडियो शेयर नहीं करने का एलान किया था और इसमें सार्वजनिक बयान देने के संबंध में रोक का कहीं कोई जिक्र नहीं था। बताया जाता है कि निर्वाचन के इस नोटिस का जवाब देने से पहले पार्टी इसमें कानूनी सलाह भी ले रही है।

 

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