छत्तीसगढ़

28-Mar-2019 12:08:41 pm
Posted Date

14 गांव में सीएससी सेंटर नहीं, जहां है वहां काम नहीं

० सेंटर को ऑपरेट करने के लिए नहीं मिल रहे युवा
० आधार सहित अन्य काम के लिए भटक रहे लोग

महासमुंद, 28 मार्च ।  ग्राम पंचायतों में खुले डिजिटल कॉमन सर्विस सेंटर किसी काम के नहीं हैं। इंटरनेट की सुविधा तक नहीं है, सिर्फ सीएससी सेंटर के बोर्ड भवन के बाहर लटके देखे जा सकते हैं। वहीं १४ ग्राम पंचायतों में सेंटर की शुरुआत भी होनी है, पर इसके संचालन के लिए स्थानीय युवाओं में दिलचस्पी नहीं है।  
हैरानी की बात यह है कि तीन ब्लॉक के ग्राम पंचायतों में खुले सीएससी सेंटर में इंटरनेट की सुविधा नहीं है। डोंगल के जरिए काम-काज हो रहा है। वहीं सिर्फ बागबाहरा और महासमुंद में ही इंटरनेट की सुविधा है। यहां भी युवाओं को इसका लाभ नहीं मिल रहा है। गांव के लोगों को छोटे-मोटे काम के लिए शहर का रूख करना पड़ रहा है। आधार, पेन कार्ड, जाति, श्रम पंजीयन सहित अन्य कार्यों के लिए लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। जब सीएससी सेंटर की पड़ताल की गई, तो यही सच्चाई सामने आई। जानकारी के मुताबिक जिले के ५४५ ग्राम पंचायतों में कॉमन सर्विस सेंटर खोलने के लिए शासन ने मंजूरी थी है, लेकिन १४ ग्राम पंचायतों में अभी तक सीएससी नहीं खुल पाए हंै। इधर, अधिकारी का कहना है कि सीएससी सेंटर खोलने के लिए स्थानीय युवाओं को देने का प्रावधान है। इन ग्राम पंचायतों में सीएचसी खोलने के प्रयास किए गए, लेकिन स्थानीय युवा सीएससी सेंटर में रुचि नहीं ले रहे हैं। इसके कारण सीएससी सेंटर खुल नहीं पा रहे हंै। इधर, जिन गांवों में डिजिटल कॉमन सर्विस सेंटर खुला है, वहां इंटरनेट की लचर व्यवस्था के कारण काम-काज नहीं हो पा रहा है। ग्राम पंचायतों में खुले डिजिटल कॉमन सर्विस सेंटर बंद पड़े हुए है। ग्रामीणों को अपने काम-काज के लिए शहर आने के लिए मजबूर हैं। 
इन गांवों में नहीं है सुविधा
बसना ब्लॉक के बरबसपुर, पटियापाली, बुड़ेकेल व मेदनीपुर, पिथौरा के रंगमटिया, सपोस, लमकेनी, बागबाहरा में कलमीपदर, सोनापुटी, आमकोनी व सरायपाली में तोरेसिंहा व जगलबेड़ा और महासमुंद ब्लॉक में सोरिद ग्राम पंचायत में कॉमन सर्विस सेंटर नहीं है। इन गांवों के ग्रामीण अपने काम-काज के लिए शहर की ओर रूख करते हैं। वर्तमान में जिले में कुल ५३१ ग्राम पंचायतों में ही कॉमन सर्विस सेंटर संचालित है। पिथौरा में ११०, बसना में १०३, बागबाहरा में १०९, सरायपली में १०५ एवं महासमुंद में १०४ सेंटर हंै। 
वर्जन
१४ ग्राम पंचायतों में सीएचसी सेंटर खोलने के लिए के स्थानीय लोग रूचि नहीं दिखा रहे हैं। इसलिए वहां सीएचसी सेंटर नहीं खुल पा रहा है। 
भूपेन्द्र अंबिलकर, स्वाइन प्रभारी महासमुंद

Share On WhatsApp