नईदिल्ली ,26 मार्च । फर्जी खबरों को रोकने के लिए व्हॉट्सएप हर संभव प्रयास कर रहा हैं। इसी तरह व्हॉट्सएप ने इस बार भी एक नए अभियान को शुरू किया है। व्हॉट्सएप खुशी साझा करो, अफवाह नहीं अभियान को लेकर आया है। यह अभियान टीवी, प्रिंट और रेडियो के अलावा सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी चलाया जाएगा। व्हॉट्सएप ने बयान में कहा कि पहले चरण का अभियान ग्रामीण और शहरी इलाकों में लाखों लोगों तक पहुंचा है। व्हॉट्सएप का दूसरे चरण का अभियान एक सुरक्षित चुनाव प्रक्रिया पर केंद्रित है।
व्हॉट्सएप के प्लेटफार्म से फर्जी खबरों के प्रसार के बाद भीड़ की हिंसा की घटनाओं की वजह से वह लगातार आलोचनाओं के घेरे में है। यह अभियान 10 भाषाओं अंग्रेजी, हिंदी, बांग्ला, कन्नड़, तेलुगू, असमिया, गुजराती, मराठी, मलयालम और तमिल में शुरू किया गया है। प्रमुख सोशल मीडिया कंपनियों फेसबुक, ट्विटर और गूगल ने स्वैच्छिक रूप से इस पर हस्ताक्षर किए हैं कि आम चुनाव के दौरान उनके मंच का इस्तेमाल फर्जी खबरों के प्रसार के लिए नहीं होने दिया जाएगा। व्हॉट्सएप के भारत में प्रमुख अभिजीत बोस ने कहा, चुनाव आयोग और स्थानीय भागीदारों के साथ सुरक्षित चुनाव के लिए काम करना हमारी प्राथमिकता है। हम अपने अभियान के जरिये लोगों को इस बात के लिए जागरूक करेंगे कि वे आसानी से दुर्भावना वाले संदेशों को पहचान सकें।