कोरबा 25 मार्च । कुसमुंडा खदान से कोयला उठाने के विवाद को लेकर दो डीओ होल्डर के करीब 300 लोग आमने-सामने हो गए। इस गैंगवार के दौरान कई लोग हथियारबंद भी रहे। दोनों समूह के बीच जमकर तलवार, हॉकी व बेसबॉल चला। इस घटना में दोनों ही पक्ष के करीब आठ लोग घायल हो गए हैं। घटना के बाद एक समूह के लोग रिपोर्ट लिखाने थाने जा पहुंचे, वहीं दूसरे पक्ष के भडक़े करीब 200 लोग थाने में घुसकर उन्हें मारने की कोशिश की, पर किसी तरह पुलिस ने थाने का गेट बंद उन्हें रोका। इस हिंसक घटना की वजह से दो घंटे तक क्षेत्र में तनाव की स्थिति बनी रही। तब गिनती केवल थाने में तैनात पुलिसकर्मी थे। अतिरिक्त पुलिस बल पहुंचने के बाद किसी तरह स्थिति को काबू में किया जा सका।
रविवार को दोपहर में पांडेय रोडलाइन के चालक से गेट पास लेकर फ ाड़ दिया गया। इसके बाद रोडलाइन के संचालक सोनू पांडेय ने कांग्रेस नेता व केटी ट्रांसपोर्ट के अमरजीत सिंह से मोबाइल पर बात की और इस बीच दोनों में तनातनी हो गई व एक-दूसरे को देख लेने की धमकी देने लगे। इसके साथ ही दोनों गुट के लोग अपने समर्थकों को बुलाकर भीड़ जुटाने लगे। इस बीच खदान के गेट नंबर-तीन में सोनू पांडेय करीब डेढ़ सौ समर्थकों के साथ जा धमका और कोयला उठाने से रोकने का विरोध करते हुए जमकर हंगामा किया। एसईसीएल प्रबंधन व वहां तैनात सीआइएसएफ के जवान कोई ठोस कदम उठाते, इससे पहले ही अमरजीत सिंह भी बड़ी संख्या में अपने समर्थकों के साथ वहां जा पहुंचा। देखते ही देखते दोनों गुट के बीच गैंगवार छिड़ गया। पहले से ही ज्यादातर लोग अपने साथ तलवार, फ ावड़ा व डंडा लेकर आए हुए थे। आपस में एक-दूसरे पर टूट पड़े। इस घटना में अमरजीत सिंह और उसके समर्थक मन्नू उर्फ धनंजय सिंह, सूरज सिंह, चंचल ठाकुर, गौरव सिंह के सिर में गंभीर चोटें आई। किसी तरह सीआइएसएफ के जवानों ने हस्तक्षेप कर हिंसक झड़प को शांत किया। उधर सोनू पांडेय, मोहित, रिंकी व मोनू रिपोर्ट लिखाने पहुंच गए। खदान में तो मामला शांत हो गया पर कुसमुंडा थाना के सामने एक बार फिर भारी तनाव निर्मित हो गया। अमरजीत के समर्थकों की भीड़ लग गई। उस वक्त थाने के अंदर सोनू पांडेय समेत अन्य रिपोर्ट लिखाने पहुंचे थे। इसका पता लगते ही बाहर लगी भीड़ ने थाने के अंदर प्रवेश करने का प्रयास किया। पुलिसकर्मियों ने किसी तरह थाना परिसर का गेट बंद कर उन्हें रोका। भडक़े लोग सोनू पांडेय व उसके लोगों को उनके हवाले कर देने की जिद पर अड़े रहे। थाने के सामने काफ ी देर तक तनाव की स्थिति निर्मित रही। बांकीमोंगरा, दीपका, हरदीबाजार के पुलिसकर्मियों के अलावा बांगो बटालियन से भी फ ोर्स लेकर दर्री सीएसपी पुष्पेंद्र बघेल पहुंचे, तब कहीं जाकर थाने के सामने जमे नाराज लोगों की भीड़ को तितर-बितर किया जा सका।
एसईसीएल की ओपन कास्ट खदान कुसमुंडा से अदानी ग्रुप को ई.ऑक्शन का कोयला आवंटित किया गया है। इसका डीओ यानी कोयला ट्रांसपोर्टिंग पांडेय रोडलाइन के संचालक सोनू पांडेय करते हैं। प्रतिदिन खदान से ट्रक में कोयला लोड कर कोथारी रेलवे साइडिंग भेजा जाता है। एक अन्य डीओ होल्डर नीतेश देवांगन की भी गाडिय़ां खदान में कोयला उठाने के काम में लगी हुई हैं। केटी ट्रांसपोर्ट कंपनी के संचालक व कांग्रेस नेता अमरजीत सिंह नीतेश के पार्टनर हैं। ट्रांसपोर्टर पांडेय का आरोप है कि पिछले कुछ दिनों से नीतेश के कर्मचारी दादागिरी करते हुए उनकी गाडिय़ां खदान में लगने नहीं दे रहे थे। केवल अपनी गाडिय़ों को ही निकाल रहे थे। बताया जा रहा है कि इसे लेकर पिछले कई दिन से कुसमुंडा कॉलरी में विवाद की स्थिति बनी हुई थी।