० भंडारखोल के सरपंच-सचिव का कारनामा
कोरबा 20 मार्च । एक पंचायत के सरपंच-सचिव ने मिलकर पूर्व निर्मित पुलिया को नया निर्माण बताकर लाखों रुपए आहरण कर लिया। इसका खुलासा होने पर ग्रामीणों द्वारा सरपंच-सचिव की शिकायत कलेक्टर से की गई है।
बिना कार्य कराए लाखों रुपए आहरण कर लिए जाने का यह मामला पाली जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत भण्डारखोल का है। वर्ष 2017 में इस पंचायत के ग्राम जरमौहा से लाफा मार्ग पर पुलिया निर्माण के लिए खनिज न्यास मद से 12 लाख की स्वीकृति मिली थी। कार्यालय जनपद पंचायत से 10 अगस्त 2017 को कार्य आदेश जारी किया गया लेकिन यहाँ की निर्वाचित सरपंच श्रीमती प्रतिमा पैकरा एवं सचिव मोती लाल जगत ने मिलकर ऐसी तरकीब निकाली कि कार्य भी अधिकारियों के सामने दिखाया जा सके और स्वीकृत राशि भी जेब में आ जाए। उस नायाब तरकीब के तहत ग्राम जरमौहा से खैराबहार मार्ग पर वर्ष 2016-17 में निर्मित पुलिया को नया निर्माण बताकर 9 लाख 60 हजार रूपये आहरण कर लिया गया। सवाल यह है कि कार्य का मूल्यांकन करने वाले उप अभियंता, सीसी जारी करने वाले आरईएस व राशि आहरण की अनुमति प्रदान करने वाले जनपद कार्यालय के अधिकारियों ने क्या कार्य स्थल का मौका-मुआयना किया था या फिर मिलीभगत से इसे अंजाम दिया गया। मामले का खुलासा होने पर निर्माण कार्य से संबंधित दस्तावेज जनपद कार्यालय से हासिल कर फूलसिंह, बुधवार सिंह, सजन सिंह, इन्द्रपाल सिंह, बेद सिंह, रमेश सिंह, महासिंह, रविशंकर, गोपाल सिंह,चमार सिंह,श्रवण कुमार,बहारन सिंह सहित 3 दर्जन ग्रामीणों द्वारा शिकायत पाली जनपद में की गई। कोई कार्यवाही ना होता देख 18 मार्च को शिकायत कलेक्टर के समक्ष की गई है। देखना है कि मामले में जिला प्रशासन क्या कार्यवाही करता है?