वाशिंगटन । अमेरिका में दो पाकिस्तानी नागरिकों को मनी लॉन्ड्रिंग और आव्रजन धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। टेक्सास के रहने वाले इन आरोपियों के बारे में एफबीआई के निदेशक काश पटेल ने जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अब्दुल हादी मुर्शिद और मोहम्मद सलमान नासिर नाम के ये शख्स रिलायबल वेंचर्स नामक कंपनी चलाते थे और वीजा धोखाधड़ी, अवैध आव्रजन तथा मनी लॉन्ड्रिंग में संलिप्त थे।
मुर्शिद पर अवैध रूप से अमेरिकी नागरिकता प्राप्त करने का प्रयास करने का भी आरोप है। काश पटेल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर एफबीआई टीम की सराहना की है। एफबीआई ने बताया है कि यदि ये दोनों दोषी पाए जाते हैं, तो उन्हें 20 साल तक की जेल हो सकती है।
आरोप है कि दोनों ही फर्जी वीजा आवेदनों के माध्यम से विदेशियों को अमेरिका में प्रवेश करवाते थे। ये लोग अवैध रूप से अमेरिका आते थे और यहीं रुक जाते थे। कई बार वे नौकरी के फर्जी दस्तावेज पेश करते थे और फिर ईबी-2, ईबी-3 और एच-1बी वीजा सिस्टम के जरिए जालसाजी करते थे।
दोनों आरोपी अखबारों में फर्जी नौकरी के विज्ञापन देते थे। अमेरिकियों को पहले नौकरी देने के नाम पर जब उन्हें अमेरिकी सरकार से मंजूरी मिल जाती थी, तब वे वीजा आवेदकों के नाम पर ग्रीन कार्ड के लिए आवेदन करते थे। वे वीजा आवेदकों से पैसे लेते थे और इसी का कुछ हिस्सा उन्हें वापस कर देते थे, जिसे वे वेतन बताते थे।
एफबीआई ने बताया कि आरोपी लंबे समय से आव्रजन कानूनों का उल्लंघन कर रहे थे और एक अंतर्राष्ट्रीय गिरोह चला रहे थे। मुर्शिद और नासिर को 23 मई को कोर्ट में पेश किया गया, जहाँ उन्हें अगली सुनवाई तक के लिए हिरासत में रखा गया है। इस मामले की अगली सुनवाई 30 मई को होनी है। मुर्शिद को अमेरिकी नागरिकता मिल चुकी है, लेकिन यदि वह दोषी पाया जाता है, तो उसकी नागरिकता भी रद्द हो जाएगी और उसे 20 साल की जेल भी हो सकती है।
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