अमृतसर । प्रतिबंधित खालिस्तानी आतंकवादी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल के खिलाफ अपनी कार्रवाई को तेज करते हुए राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने शुक्रवार को पंजाब के चार जिलों में स्थित 15 ठिकानों पर व्यापक छापेमारी की। यह कार्रवाई गैंगस्टर हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पैशन और अमेरिका समेत विभिन्न देशों में सक्रिय क्च्यढ्ढ के कार्यकर्ताओं के नेटवर्क के विरुद्ध की गई। ग्रेनेड हमले के तार विदेशों से जुड़े
एनआईए की यह कार्रवाई पंजाब के गुरदासपुर, बटाला, अमृतसर और कपूरथला जिलों में की गई। यह छापेमारी विशेष रूप से गुरदासपुर जिले के एक पुलिस स्टेशन पर दिसंबर 2023 में हुए हैंड ग्रेनेड हमले के सिलसिले में की गई, जिसकी योजना पाकिस्तान स्थित खालिस्तानी आतंकवादी हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा द्वारा रची गई थी। रिंदा का करीबी सहयोगी हैप्पी पैशन, इस हमले का प्रमुख मास्टरमाइंड माना जा रहा है।
एनआईए के अनुसार, इस ग्रेनेड हमले की योजना हैप्पी ने अपने सहयोगी शमशेर सिंह शेरा उर्फ हनी और अन्य साथियों के साथ मिलकर बनाई थी। पहले से गिरफ्तार आरोपी शमशेर की गिरफ्तारी के बाद हुई पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि यह नेटवर्क विदेश से संचालित हो रहा था और भारत में स्थित एजेंटों के माध्यम से आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की योजना बना रहा था।
डिजिटल डिवाइस, दस्तावेज और संदिग्ध सामग्री जब्त
एजेंसी ने छापेमारी के दौरान बड़ी मात्रा में डिजिटल डिवाइस, मोबाइल फोन, संदिग्ध दस्तावेज और अन्य आपत्तिजनक सामग्री जब्त की है। यह सामग्री आतंकी नेटवर्क के वित्त पोषण, प्रशिक्षण और स्थानीय स्तर पर आतंकी वारदातों को अंजाम देने की साजिश से संबंधित हो सकती है।
एनआईए अधिकारियों के अनुसार, इस नेटवर्क का उद्देश्य भारत में आतंकी हमलों को अंजाम देना था। इसमें भारत में मौजूद कार्यकर्ताओं की भर्ती कर उन्हें प्रशिक्षण देना, धन, हथियार और विस्फोटक सामग्री उपलब्ध कराना शामिल था। इन गतिविधियों को पाकिस्तान समेत विभिन्न विदेशी ठिकानों से अंजाम दिया जा रहा था।
अमेरिका और पाकिस्तान से संचालित हो रहा था आतंकी नेटवर्क
एनआईए की जांच में यह बात भी सामने आई है कि इस नेटवर्क का संचालन अमेरिका, पाकिस्तान और अन्य देशों में स्थित क्च्यढ्ढ के सदस्य कर रहे थे। वे भारत में आतंकवादी साजिशों को अंजाम देने के लिए युवाओं की भर्ती और कट्टरपंथीकरण का अभियान चला रहे थे। इसके लिए सोशल मीडिया, एन्क्रिप्टेड ऐप्स और हवाला नेटवर्क का सहारा लिया गया।
विशेष रूप से हैप्पी पैशन और रिंदा, पंजाब और हरियाणा में हाल के वर्षों में पुलिस चौकियों और सुरक्षा प्रतिष्ठानों पर हुए ग्रेनेड हमलों के लिए जिम्मेदार माने जा रहे हैं। इससे पहले भी हृढ्ढ्र ने कई मामलों में इन दोनों के खिलाफ यूएपीए (गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम), 1967 के तहत केस दर्ज किए हैं।
गृह मंत्रालय की निगरानी में जारी है जांच
एनआईए इस मामले की जांच गृह मंत्रालय के निर्देश पर कर रही है और इसे देश की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरे के रूप में देखा जा रहा है। एजेंसी यह पता लगाने में जुटी है कि आतंकवादी गतिविधियों के लिए किस स्तर पर नेटवर्क तैयार किया गया था, किन-किन व्यक्तियों को प्रशिक्षण और हथियार मुहैया कराए जा रहे थे, और कौन-कौन इसमें सक्रिय भूमिका निभा रहा था।
बब्बर खालसा इंटरनेशनल: पुराना लेकिन सक्रिय खालिस्तानी संगठन
बब्बर खालसा इंटरनेशनल (क्च्यढ्ढ) एक प्रतिबंधित खालिस्तानी आतंकवादी संगठन है जो भारत से सिख बहुल क्षेत्र पंजाब को अलग कर एक स्वतंत्र खालिस्तान राष्ट्र की मांग करता रहा है। इस संगठन पर भारत में कई आतंकी घटनाओं में शामिल होने के गंभीर आरोप हैं। हाल के वर्षों में इसकी गतिविधियों में एक बार फिर तेजी देखी गई है, खासकर विदेश में स्थित खालिस्तानी समर्थकों के जरिए।
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