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16-May-2025 8:11:08 pm
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जयपुर में मिला 2,075 किलो विस्फोटक, अत्यंत संवेदनशील श्रेणी का निकला, दो आरोपी गिरफ्तार, पुलिस को अब तक नहीं मिला मकसद

जयपुर ।  राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक बड़े सुरक्षा संकट की आशंका ने जन्म ले लिया है। बीते 10 मई को जयपुर-भरतपुर नेशनल हाईवे (हृ॥-21) पर बस्सी टोल के पास एक पिकअप वाहन से 2,075 किलो विस्फोटक बरामद किया गया। पुलिस जांच में अब तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि इस विस्फोटक का उद्देश्य क्या था, इसे जयपुर में क्यों लाया गया, और इसका कहां उपयोग किया जाना था। अब तक की कार्रवाई : दो गिरफ्तारियां
पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। बस्सी थाना क्षेत्र के एसआई मनोज के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों में रामजीलाल बलाई निवासी हाथीपुरा, तूंगा (जयपुर), कृष्ण कुमार मीणा, निवासी खानवास, दौसा शामिल हैं। रामजीलाल पिकअप वाहन को एस्कॉर्ट कर रहा था, जबकि कृष्ण कुमार उस पिकअप में खलासी के रूप में मौजूद था।
दोनों को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने विस्फोटकों के अवैध परिवहन की बात स्वीकार की है, और खुलासा किया है कि वे पिछले कई वर्षों से इस धंधे में सक्रिय हैं।
विस्फोटक की प्रकृति : अत्यंत संवेदनशील और प्रतिबंधित
इस पूरे मामले की गंभीरता तब और बढ़ गई जब क्कश्वस्ह्र द्वारा जब्त विस्फोटक की जांच में उसे अत्यंत संवेदनशील और प्रतिबंधित श्रेणी का पाया गया। विशेषज्ञों के अनुसार, इस तरह का विस्फोटक किसी भी रूप में उपयोग करना पूर्णत: अवैध है।
पुलिस द्वारा सीज की गई पिकअप में कुल 63 कार्टन और 10 सफेद प्लास्टिक के कट्टे थे। कार्टनों पर OPTISTAR EXPLOSIVE और कट्टों पर Ammonium Nitrate लिखा हुआ था — ये दोनों ही औद्योगिक और आतंकी उपयोग दोनों में इस्तेमाल होने वाले खतरनाक रसायन माने जाते हैं।
वाहन मालिक का अब तक नहीं मिला कोई सुराग
पिकअप वाहन के नंबर के आधार पर उसकी पहचान ईश्वर सिंह पुत्र अर्जुन सिंह रावत, निवासी शिवपुर नरेली मांडल, भीलवाड़ा के रूप में हुई है। लेकिन हैरानी की बात यह है कि वाहन मालिक से अब तक कोई संपर्क नहीं हो पाया है और वह गायब है।
पुलिस के लिए अब तक अनुत्तरित सवाल
मामले की गंभीरता को देखते हुए कई सवाल अभी भी अनुत्तरित हैं:
विस्फोटक जयपुर में क्यों लाया गया था?
कहां से लाया गया और किसे सप्लाई किया जाना था?
क्या इसके पीछे कोई बड़ा आतंकी नेटवर्क है?
क्या यह किसी बड़े आतंकी हमले की तैयारी थी?
क्या इसमें अंतरराष्ट्रीय तत्त्व शामिल हैं?
पुलिस का दावा: बड़े नेटवर्क की कडिय़ां मिलनी शुरू
पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान गिरफ्तार आरोपियों ने ऐसे दर्जनों नामों का खुलासा किया है जो इस अवैध विस्फोटक नेटवर्क से जुड़े हैं। ये लोग नियमित रूप से विस्फोटकों की सप्लाई लेते रहे हैं। इन जानकारियों के आधार पर पुलिस ने इस नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए विशेष टीमें गठित की हैं और राज्य व केंद्र की खुफिया एजेंसियों को भी सतर्क कर दिया गया है।
राष्ट्रीय सुरक्षा पर गंभीर खतरा
2075 किलो विस्फोटक की मात्रा मामूली नहीं है। विशेषज्ञों के अनुसार, इस मात्रा का विस्फोटक किसी औद्योगिक ब्लास्टिंग या खनन कार्य से कई गुना अधिक है। यदि इसका उपयोग आतंकी गतिविधियों में किया जाता, तो यह सैकड़ों जानें ले सकता था और भारी तबाही मचा सकता था।
PESO की रिपोर्ट का इंतजार
PESO की प्रारंभिक जांच के बाद विस्तृत रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। इस रिपोर्ट से यह स्पष्ट हो सकेगा कि बरामद सामग्री की रासायनिक संरचना क्या है और उसका विस्फोटक क्षमता स्तर क्या था। इस आधार पर कानूनी कार्रवाई और साजिश के संभावित स्वरूप की दिशा तय की जाएगी।

 

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