रायगढ़। ट्रेलर चोरी के मामले में फरार चल रहे मुख्य आरोपी को कोतरारोड़ पुलिस ने पतरापाली, गोरखा रोड से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल के निर्देश पर चलाए जा रहे फरार आरोपियों की धरपकड़ अभियान के तहत डीएसपी सुशांतो बनर्जी के मार्गदर्शन में कोतरारोड़ पुलिस टीम ने आरोपी को धर दबोचा। टीआई कोतरारोड त्रिनाथ त्रिपाठी के नेतृत्व पर पुलिस पहले भी कई दफा आरोपी की सूचना पर छापेमारी कर रही थी और जिसमें पुलिस को सफलता मिली। फरार आरोपी की राशिद खान उर्फ बाबू खान (52 वर्ष), निवासी गाजीनगर, बीरगांव, थाना उरला, रायपुर काफी समय से ट्रेलर चोरी मामले में फरार था और गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार स्थान बदल रहा था।
मामला 9 दिसंबर 2024 को उस समय सामने आया था, जब खैरपुर छिंदटिकरा निवासी महबूब खान ने थाना कोतरारोड़ में ट्रेलर क्रमांक CG 11 AB 1587 की चोरी की शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि ट्रेलर सारथी पेट्रोल पंप के पास खड़ा था, जिसे 6 दिसंबर की रात के बाद अगली सुबह चोरी कर लिया गया। पुलिस ने मामले में अपराध क्रमांक 500/24 के तहत धारा 303(2) BNS दर्ज कर जांच शुरू की।
जांच के दौरान पुलिस ने घटनास्थल के पास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले और जीपीएस ट्रैकिंग के साथ मुखबिरों को भी सक्रिय किया। इसी बीच उरला थाना क्षेत्र के मौदहापारा निवासी शेख हमीद के यार्ड में ट्रेलर की अवैध कटिंग की जानकारी मिलने पर कोतरारोड़ पुलिस ग्राहक बनकर शेख हमीद से मिली और सोनडोंगरी स्थित यार्ड पर छापा मारा। वहां से चोरी ट्रेलर से संबंधित उपकरण बरामद किए गए। पूछताछ में शेख हमीद ने खुलासा किया कि ट्रेलर राशिद खान ने चोरी किया था और उसे गाजी खान के माध्यम से यार्ड में लाया गया था। बाद में चोरी ट्रेलर का डाला अब्दुल रफीक उर्फ लाला खान ने फिरोज उर्फ राजा खान के सहयोग से राजा खान के ट्रक में छिपाकर रखा था, जिसकी बरामदगी की गई।
गिरफ्तार आरोपियों में से गाजी खान ने पूछताछ में यार्ड में चोरी का माल ठिकाने लगाने की बात स्वीकार की। उसकी आपराधिक पृष्ठभूमि पहले से रही है। सभी आरोपियों के खिलाफ समूह में संगठित तरीके से अपराध करने के चलते भारतीय न्याय संहिता की धाराएं 238, 317(4), 324(5), 111(5), 3(5) BNS भी जोड़ी गई हैं।
इस पूरे प्रकरण में फरार चल रहा मुख्य आरोपी राशिद खान को कोतरारोड़ पुलिस ने गुरुवार की रात पतरापाली, गोरखा रोड क्षेत्र में संदिग्ध गतिविधि के दौरान गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने अपना नाम, पता बताकर चोरी की वारदात में शामिल होने की बात कबूल की। उसने यह भी बताया कि अन्य साथियों की गिरफ्तारी के बाद वह लगातार छिपता फिर रहा था। उसे विधिवत गिरफ्तार कर शुक्रवार को न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जहां से उसे रिमांड पर भेजा गया।
फरार आरोपी की गिरफ्तारी में थाना कोतरारोड़ के उप निरीक्षक जे. एक्का, सहायक उप निरीक्षक डी.पी. चौहान, प्रधान आरक्षक करूणेश राय और चंद्रेश पाण्डेय की अहम भूमिका रही।
Share On WhatsApp