छत्तीसगढ़

15-May-2025 9:17:52 pm
Posted Date

रायपुर पुलिस ने नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले जीआरपी के प्रधान आरक्षक को किया गिरफ्तार

रायपुर। छत्तीसगढ़ पुलिस विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी करने वाले आरोपी जय कुमार वर्मा को रायपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी वर्तमान में जीआरपी गवर्नमेंट रेलवे पोलिस रायपुर में प्रधान आरक्षक के पद पर पदस्थ है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, जांजगीर-चांपा जिले के ग्राम परसदा निवासी महेन्द्र सिंह मानसर (49 वर्ष) ने थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि वर्ष 2017 में छत्तीसगढ़ पुलिस विभाग द्वारा आरक्षक भर्ती निकाली गई थी, जिसके तहत उन्होंने अपने भाई भूपेन्द्र सिंह मानसर का आवेदन जिला राजनांदगांव के लिए जमा कराया था। इसी दौरान बिलासपुर रेलवे स्टेशन पर महेन्द्र सिंह की मुलाकात आरोपी जय कुमार वर्मा से हुई, जिसने खुद को जीआरपी में पदस्थ बताते हुए राजनांदगांव जिले में आरक्षक पद दिलाने का झांसा दिया। आरोपी ने इसके एवज में 10 लाख रुपये की मांग की। प्रार्थी, जो एक पैर से विकलांग है, अपने भाई की नौकरी के लिए घर की कृषि भूमि गिरवी रखकर रुपये जुटाए। 06 सितंबर 2018 को खमतराई निवासी मनोज मिंज के घर पर, मनोज की मां और अन्य गवाहों की उपस्थिति में महेन्द्र सिंह ने 9 लाख रुपये और मनोज मिंज की ओर से उसकी मां द्वारा 3 लाख रुपये आरोपी को नगद दिए। इसके अतिरिक्त, 1 लाख रुपये एटीएम के माध्यम से आरोपी को दिए गए। बाद में आरोपी ने अन्य लोगों से भी नौकरी दिलाने के नाम पर रकम वसूली। जब भर्ती प्रक्रिया में दोनों उम्मीदवार असफल हो गए, तब प्रार्थी ने आरोपी से रुपये वापस मांगे। आरोपी ने समय देने की बात कहकर रकम लौटाने से इंकार किया। वर्ष 2019 में प्रार्थी के एक पारिवारिक विवाह समारोह के दौरान आरोपी ने मात्र 2 लाख रुपये लौटाए, शेष रकम अब तक नहीं लौटाई गई है। पुलिस ने महेन्द्र सिंह की रिपोर्ट पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज करते हुए अपराध क्रमांक 440/25, धारा 420 भादवि के तहत आरोपी जय कुमार वर्मा को 15 मई 2025 को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है।
गिरफ्तार आरोपी का विवरण:
नाम: जय कुमार वर्मा
पिता का नाम: केजूराम वर्मा, उम्र: 40 वर्ष, स्थायी पता: ग्राम कडार, पोस्ट सेमार, थाना चकरभाठा, जिला बिलासपुर, वर्तमान निवास: शांति नायक का मकान, डब्ल्यूआरएस कॉलोनी, रायपुर।

 

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