नई दिल्ली । पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए पाकिस्तान को उसके नापाक हरकत के लिए सबक सिखाया है। पाकिस्तान के खिलाफ भारत के ऑपरेशन सिंदूर के दो दिन पूरे हो गए हैं। इसपर विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी है। इस प्रेस संबोधन में विंग कमांडर व्योमिका सिंह और कर्नल सोफिया कुरैशी ने ऑपरेशन सिंदूर के दो दिन के अब तक के सारे अपडेट सांझा किए।
आतंकवाद के खिलाफ भारत के ऑपरेशन सिंदूर पर कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि बताया कि हमने ऑपरेशन सिंदूर के बाद की प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया था कि हमने किसी भी सैन्य ठिकाने को ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया था। उन्होंने कहा कि 07-08 मई 2025 की रात को पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइलों का उपयोग करके अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, बठिंडा, चंडीगढ़, नाल, फलोदी, उत्तरलाई और भुज सहित उत्तरी और पश्चिमी भारत में कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने का प्रयास किया। इन्हें इंटीग्रेटेड काउंटर यूएएस ग्रिड और वायुरक्षा प्रणालियों द्वारा निष्प्रभावी कर दिया गया। इन हमलों के मलबे अब कई स्थानों से बरामद किए जा रहे हैं जो पाकिस्तानी हमलों को साबित करते हैं। आज सुबह भारतीय सशक्त बलों ने पाकिस्तान के कई ठिकानों पर एयर सिस्टम को निशाना बनाया। लाहौर में एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह कर दिया गया। विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा, पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामूला, उरी, पुंछ, मेंढर और राजौरी सेक्टरों में मोर्टार और भारी कैलिबर आर्टिलरी से एलओसी पर अकारण गोलीबारी की तीव्रता बढ़ा दी है। पाकिस्तानी गोलीबारी के कारण 16 निर्दोष लोगों की जान चली गई है। इनमें तीन महिलाएं और पांच बच्चे शामिल हैं। भारत को पाकिस्तान की ओर से मोर्टार और आर्टिलरी की गोलीबारी को रोकने के लिए जवाब देने के लिए मजबूर होना पड़ा।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा किपाकिस्तान दुनिया को गुमराह कर रहा है। भारत बस जवाबी कार्रवाई कर रहा है। भारत ने केवल आतंकी ठिकानों को टारगेट किया गया था। पहलगाम में हुए हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े आतंकी संगठन ने ली थी। यूएन की सुरक्षा समिति की प्रेस रिलीज में टीआरएफ का नाम लेने का पाकिस्तान ने विरोध किया था। पहलगाम पर हमला उकसावे का मूल है और भारतीय सेना ने कल उसका जवाब दिया था। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि जब यूएनएससी में पहलगाम के बारे में बातचीत चल रही थी तो पाकिस्तान ने टीआरएफ (द रेजिस्टेंस फ्रंट) की भूमिका का विरोध किया था। पाकिस्तान ने ये तब किया जब टीआरएफ ने एक बार नहीं बल्कि दो बार हमले की जिम्मेदारी ली। कर्नल कुरैशी और विंग कमांडर सिंह ने कल और आज भी साफ तौर पर कहा है कि भारत की प्रतिक्रिया सटीक और नपी-तुली है। हमारा इरादा मामले को बढ़ाने का नहीं है। हम केवल बढ़ते तनाव का जवाब दे रहे हैं। किसी भी सैन्य लक्ष्य को निशाना नहीं बनाया गया है। हमने केवल पाकिस्तान में आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाया है।
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