अमृतसर । पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार द्वारा पाकिस्तानी नागरिकों को तुरंत देश छोडऩे के निर्देश जारी किए जाने के बाद, बड़ी संख्या में पाकिस्तानी नागरिक अटारी-वाघा सीमा के रास्ते अपने वतन वापस लौट गए हैं। पिछले पांच दिनों में कम से कम 627 पाकिस्तानी भारत छोडक़र जा चुके हैं, जिनमें 9 राजनयिक और अधिकारी भी शामिल हैं। भारत सरकार ने शॉर्ट टर्म वीजा की 12 श्रेणियों के धारकों को तत्काल पाकिस्तान लौटने का आदेश दिया था, जिसकी समय सीमा रविवार को समाप्त हो गई।
भारत छोड़ते समय कई पाकिस्तानियों को भावुक होते देखा गया। बालासोर जिले में चार साल की उम्र से रह रही 72 वर्षीय रजिया सुल्ताना ने दर्द भरी गुहार लगाते हुए कहा, अगर हमने कुछ गलत किया है तो गोली मार दो लेकिन देश से निकालकर ना फेंको। किडनी की समस्या से जूझ रहीं रजिया सुल्ताना को भी देश छोडऩे का नोटिस मिला है और 10 मई को भुवनेश्वर में उनका मेडिकल अपॉइंटमेंट है। उनके परिवार ने सरकार से उन्हें राहत देने की अपील की है।
गुजरावालां के सोनी मसीह से शादी करने वाली मारिया को भी भारत छोडऩे का आदेश मिला है। पिछले साल ही उनकी शादी हुई है और मारिया गर्भवती हैं। उन्हें अब तक लॉन्ग टर्म वीजा नहीं मिला था। मारिया ने कहा कि वह किसी भी कीमत पर अपने पति को छोडऩा नहीं चाहतीं।
पाकिस्तान से भी 756 लोग अटारी-वाघा सीमा के रास्ते भारत वापस आए हैं, जिनमें 14 राजनयिक और अधिकारी शामिल हैं। पहलगाम में आतंकी हमले में 26 लोगों के मारे जाने के बाद केंद्र सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों के लिए ‘भारत छोड़ो’ नोटिस जारी किया था, जिसके बाद अटारी-वाघा सीमा से पाकिस्तान लौटने वालों की संख्या काफी बढ़ गई। रविवार को भी कम से कम 237 लोगों ने सीमा पार की, जिनमें 115 पाकिस्तान से भारत वापस आने वाले थे।
गुरुवार को 115 भारतीयों ने पाकिस्तान छोड़ा था, जबकि 28 पाकिस्तानी अपने देश लौटे थे। 25 अप्रैल को 287 पाकिस्तानी और 191 भारतीय अपने घरों को वापस गए। शनिवार को 75 पाकिस्तानियों ने सीमा पार की। सार्क वीजा पर भारत में रह रहे लोगों को वापस जाने के लिए 26 अप्रैल तक का समय दिया गया था, जबकि मेडिकल वीजा धारकों को 29 अप्रैल तक का समय मिला।
रविवार को वीजा ऑन अराइवल, बिजनेस, फिल्म, जर्नलिस्ट, ट्रांजिट, कॉन्फ्रेंस, माउंटेनियरिंग, स्टूडेंट, विजिटर, ग्रुप टूरिस्ट और तीर्थयात्री श्रेणी के वीजा धारकों के लिए भी देश छोडऩे की समय सीमा खत्म हो गई। पाकिस्तानी उच्चायोग में सेना, नौसेना और वायुसेना सलाहकारों को देश छोडऩे के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया है।
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