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28-Apr-2025 8:28:50 pm
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पाकिस्तान की अब खैर नहीं, भारत ने फ्रांस के साथ की 26 राफेल मरीन की डील

इस्लामाबाद ।  हाल ही में कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले और पाकिस्तान के साथ तनाव के बीच, भारत ने अपनी रक्षा क्षमताओं को और मजबूत करते हुए एक बड़ा कदम उठाया है। भारत ने आज फ्रांस के साथ भारतीय नौसेना के लिए 26 राफेल-एम (मरीन) लड़ाकू विमानों की खरीद के लिए लगभग 63,000 करोड़ रुपये के मेगा सौदे पर हस्ताक्षर किए। इस सौदे को पाकिस्तान के लिए एक बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है।
यह डील ऐसे समय में हुई है जब पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी और भारत ने इसके लिए सीधे तौर पर पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया है। भारत सरकार पहले ही पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े कदम उठा चुकी है, जिसमें अटारी सीमा पर व्यापार बंद करना भी शामिल है।
इस सौदे के तहत भारतीय नौसेना को 22 सिंगल-सीटर और 4 ट्विन-सीटर राफेल-एम जेट्स मिलेंगे। ये विमान भारतीय नौसेना के विमानवाहक पोतों, विशेष रूप से आईएनएस विक्रांत और आईएनएस विक्रमादित्य पर तैनात किए जाएंगे। राफेल-एम जेट्स नौसेना के मौजूदा मिग-29के बेड़े का स्थान लेंगे और समुद्र में भारत की मारक क्षमता में वृद्धि करेंगे।
राफेल-एम जेट्स अपनी उन्नत तकनीक, बहुमुखी प्रतिभा और युद्ध क्षमताओं के लिए जाने जाते हैं। ये विमान दुश्मन के ठिकानों को सटीकता से निशाना बनाने, हवाई श्रेष्ठता हासिल करने और समुद्री निगरानी में अत्यंत प्रभावी हैं। इन जेट्स के भारतीय नौसेना में शामिल होने से हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की सामरिक स्थिति और मजबूत होगी।
रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि राफेल-एम डील से पाकिस्तान की चिंताएं बढऩी स्वाभाविक हैं, क्योंकि ये विमान भारतीय नौसेना को पश्चिमी नौसेना कमान के साथ-साथ पूर्वी नौसेना कमान में भी महत्वपूर्ण ताकत प्रदान करेंगे, जिससे पाकिस्तान नौसेना की गतिविधियों पर प्रभावी ढंग से नजऱ रखी जा सकेगी। इस सौदे से क्षेत्र में शक्ति संतुलन भारत के पक्ष में झुकने की उम्मीद है।
इस खरीद में विमानों के साथ-साथ उनके रखरखाव, लॉजिस्टिक सपोर्ट, पायलटों की ट्रेनिंग और कुछ स्वदेशी निर्माण का पैकेज भी शामिल है। यह सौदा भारत और फ्रांस के बीच मजबूत होते रणनीतिक और रक्षा संबंधों को भी दर्शाता है। भारतीय वायुसेना पहले से ही 36 राफेल विमानों का संचालन कर रही है, और इस नई डील के साथ भारत के कुल राफेल बेड़े की संख्या 62 हो जाएगी। इन विमानों की डिलीवरी अगले कुछ वर्षों में शुरू होने और 2031-32 तक पूरी होने की उम्मीद है।

 

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