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22-Apr-2025 10:27:54 pm
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गोल्ड ने बनाया नया रिकॉर्ड, कीमत 1 लाख के करीब पहुंची; जानें आपके शहर में क्या है रेट

नई दिल्ली / सोने की कीमतों ने सोमवार को नया रिकॉर्ड हाई बनाया और 24 कैरेट सोने का भाव पहली बार 97,000 रुपये के करीब पहुंच गया है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर 24 कैरेट के 10 ग्राम सोने का भाव बढक़र 96,805 रुपये हो गया है, जो कि 97,000 रुपये से मामूली रूप से कम है। सोने की कीमतों में तेजी की वजह वैश्विक स्तर पर अस्थिरता और डॉलर की कमजोरी को माना जा रहा है।
हाजिर बाजार में भी सोने की कीमतों में इजाफा देखने को मिल रहा है। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) के मुताबिक, 24 कैरेट के सोने की कीमत बढक़र 96,659 रुपये प्रति ग्राम हो गई है। वहीं, 22 कैरेट के सोने की कीमत बढक़र 9,427 रुपये प्रति ग्राम हो गई है। वहीं, 20 कैरेट और 18 कैरेट की कीमत क्रमश: 8,596 और 7,824 रुपये प्रति ग्राम हो गई है।
घरेलू के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सोने की कीमतों में इजाफा देखा जा रहा है और कॉमैक्स पर सोने की कीमत बढक़र 3,400 डॉलर प्रति औंस हो गई है। अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते तनाव के कारण दुनिया भर के निवेशक सुरक्षित माने जाने वाले सोने में निवेश कर रहे हैं।
देश के अलग-अलग शहरों में आज यानी 21 अप्रैल को 22 और 24 कैरेट सोने के रेट में हल्का फर्क देखा गया। दिल्ली में 22 कैरेट सोना रु. 88,240 और 24 कैरेट रु. 96,260 प्रति 10 ग्राम रहा। वहीं मुंबई में 22 कैरेट सोना रु. 88,390 और 24 कैरेट सोना रु. 96,420 रहा। कोलकाता में 22 कैरेट सोना रु. 88,280 और 24 कैरेट रु. 96,300 पर रहा। चेन्नई में 22 कैरेट का भाव रु. 88,640 और 24 कैरेट रु. 96,700 दर्ज किया गया, जबकि बेंगलुरु में 22 कैरेट सोना रु. 88,460 और 24 कैरेट रु. 96,500 प्रति 10 ग्राम रहा।
जेएम फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के प्रणव मेर ने कहा, सोने की कीमतों में तेजी जारी रही और यह थोड़े समय के लिए 3,400 डॉलर प्रति औंस से ऊपर पहुंच गई थी। टैरिफ को लेकर अनिश्चितता, कमजोर अमेरिकी डॉलर और बढ़ते अमेरिकी बॉन्ड यील्ड के कारण सोने की कीमतों में मजबूती बनी हुई हैं।
उन्होंने आगे कहा कि एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ईटीएफ) की ओर से खरीदारी और भारत में आगामी त्योहारी मांग से भी सोने की कीमतों को समर्थन मिल रहा है। मेर के मुताबिक, व्यापारियों की नजर अमेरिका और उसके प्रमुख साझेदारों जैसे जापान, यूरोप और चीन के बीच चल रही व्यापार वार्ता पर भी रहेगी, जिससे बाजार की दिशा के बारे में अधिक स्पष्टता मिल सकती है।

 

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