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10-Apr-2025 11:21:37 am
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एलए 2028 ओलंपिक में कंपाउंड तीरंदाजी का होगा डेब्यू, भारत की मेडल जीतने की बढ़ीं उम्मीदें

नई दिल्ली। कंपाउंड तीरंदाजी आगामी 2028 लॉस एंजिल्स खेलों में ओलंपिक में पदार्पण करने के लिए पूरी तरह तैयार है, एक ऐसा खेल जिसमें भारत पदक जीतने की अपनी संभावनाओं को तलाशेगा.
भारत ने तीरंदाजी में कभी ओलंपिक पदक नहीं जीता है - एक ऐसा खेल जिसमें उसके कंपाउंड तीरंदाजों ने हाल के वर्षों में अपने रिकर्व साथियों को लगातार पछाड़ दिया है. ओलंपिक खेलों में अब मौजूदा 5 रिकर्व स्पर्धाओं: मेंस सिगल्स, विमेंस सिंगल्स, पुरुष टीम, महिला टीम और मिक्सड टीम के अलावा एक कंपाउंड मिक्सड टीम पदक स्पर्धा भी होगी.
भारत के सबसे सफल कंपाउंड तीरंदाज अभिषेक वर्मा ने विश्व कप स्टेज 1 में टीम कांस्य जीतने के बाद फ्लोरिडा से कहा, हम इस दिन का लंबे समय से इंतजार कर रहे थे. यह निश्चित रूप से हमारी ओलंपिक पदक की उम्मीदों को बहुत बढ़ावा देगा.
वर्मा, जो इस खेल के एक अनुभवी खिलाड़ी हैं और 16 साल पहले विश्व कप में डेब्यू करने के बाद से भारतीय ध्वज को ऊंचा उठा रहे हैं ने कहा, उम्मीद है कि भारत के लिए तीरंदाजी का पहला ओलंपिक पदक कंपाउंड सेक्शन से आएगा. वर्मा ने विश्व कप में मिश्रित टीम स्पर्धा में अकेले 2 स्वर्ण, 2 रजत और 6 कांस्य पदक जीते हैं - वही फॉर्मेट जो अब लॉस एंजिल्स खेलों में शामिल होगा.
वर्मा, जो विश्व तीरंदाजी एथलीट समिति के सदस्य भी हैं ने कहा, यह निराशाजनक था जब कंपाउंड तीरंदाजी ओलंपिक में शामिल होने की अपनी पिछली बोलियों में चूक गई, लेकिन हमने कभी उम्मीद नहीं खोई. उन्हें यह भी उम्मीद है कि 2032 ओलंपिक तक कंपाउंड तीरंदाजी में तीनों स्पर्धाएं शामिल होंगी - व्यक्तिगत, टीम और मिश्रित.
वर्मा ने इस बात पर जोर दिया कि सामूहिक सफलता पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, हम भारत के ओलंपिक मिशन को बढ़ावा देने के लिए अपने रिकर्व तीरंदाजों के साथ मिलकर काम करेंगे. आखिरकार, हम एक ही सपने वाली एक टीम हैं.
बता दें कि, भारत के कंपाउंड तीरंदाज विश्व मंच पर अपनी मजबूत छाप छोड़ रहे हैं. हाल ही में शंघाई विश्व कप में, भारत ने रिकॉर्ड 8 पदक जीते - जो किसी एक विश्व कप में उनका अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. इनमें से 5 पदक, जिनमें 4 स्वर्ण शामिल हैं, कंपाउंड श्रेणी से आए.

 

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