0-यूएन में फैसला आज
नई दिल्ली ,13 मार्च । जैश ए मोहम्मद सरगना मसूद अज़हर को आज अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित किया जा सकता है। आशंका जताई जा रही है कि चीन द्वारा इसमें अड़ंगा डाला जा सकता है। इसके लिए अमेरिका और रूस ने चीन से अपना रुख बदलने का आग्रह किया है। भारत लंबे समय से आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने की मांग कर रहा है। दुनिया के तीन बड़े ताकतवर देशों अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने संयुक्त राष्ट्र में 28 फरवरी को इस बारे में प्रस्ताव पेश किया है। इस प्रस्ताव पर आज संयुक्त राष्ट्र में चर्चा होनी है।
इस मुद्दे पर भारत की अपील और चीन के रूख के बारे में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लु कांग ने मीडिया से कहा, च्पहले तो मैं आपसे यह कहना चाहता हूं कि यूएनएससी यूएन की एक मुख्य संस्था है और इसके पास कड़े मानक और प्रक्रिया के नियम हैं। कुछ रिपोर्टों में यूएनएससी के अंदर की जानकारी दी गई है। मुझे नहीं पता कि क्या इसे एक सबूत के रूप में गिना जा सकता है।ज् उन्होंने कहा, च्1267 प्रतिबंध समिति द्वारा किसी को आतंकवादी घोषित करने के बारे में चीन की स्थिति सुसंगत और स्पष्ट है। चीन ने जिम्मेदार रूख अपनाया है, समिति के नियमों और प्रक्रिया का पालन किया है तथा जिम्मेदार ढ़ंग से चर्चा में भाग लिया था। केवल बातचीत के जरिए ही हम एक जिम्मेदार समाधान तक पहुंच सकते हैं।ज्
जानकारी के लिए बता दें अगर मसूद अजर अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित हो जाता है तो उसकी सारी चल-अचल संपत्ति फ्रीज कर दी जाएगी। संयुक्त राष्ट्र से जुड़े देश के लोग किसी तरह की मदद नहीं दे सकेंगे। कोई भी देश मसूद को हथियार मुहैया नहीं करवा सकेगा।