छत्तीसगढ़

12-Mar-2019 11:37:48 am
Posted Date

जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों के दबाव में नक्सलियों ने छोड़ा अपहृतों को : एसपी

0-पुलिस नियमावली के उल्लंघन के आरोप में रिहा सब इंस्पेक्टर ललित निलंबित 
दंतेवाड़ा, 12 मार्च ।  दंतेवाड़ा जिले के कटेकल्याण क्षेत्र में एसआई समेत शिक्षक का अपहरण और हत्या के मामले का खुलासा करते हुए एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि दोनों ही अपहृत सकुशल लौट आये हैं। दरअसल नक्सलियों ने उनकी हत्या की भ्रामक खबर फैलाकर एम्बुश लगाया हुआ था, ताकि पुलिस बल आनन-फानन में घटना स्थल की ओर कू च करे और उनके चक्रव्यूह में फंस जाये। एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि समेली ग्राम में पोस्टेड शिक्षक जयसिंह कुरेटी के नाम बैंक लोन का नोटिस आया था, चूंकि वे गांव में नहीं थे इसीलिए बैंक वालों ने स्कूल के समीप स्थित सीआरपीएफ कैंप में मौजूद सब इंस्पेक्टर ललित कुमार कश्यप को दे दिया। ललित ने उक्त नोटिस अगले दिन शिक्षक को बुलाकर सौंपा और इसी तरह दोनों में दोस्ताना संबंध हो गये। कल सुबह ही ललित कुमार कश्यप शिक्षक जयसिंह के साथ ग्राम जबेली गया हुआ था। जहां लगभग 100-150 की संख्या में मौजूद जनमिलिशिया सदस्यों और मिलिशिया कमांडर देवा, गुंडाधूर व प्रदीप सहित 10-15 हथियार बंद नक्सली भी मौजूद थे। नक्सलियों ने ललित और जयसिंग को अपने कब्जे में लेकर उन्हें बंधक बनाकर रखे रहे। इस दौरान उन्होंने ललित जोशी से केम्प इत्यादि के बारे में पूछताछ भी की। रात लगभग 7 बजे नक्सलियों ने यह अफवाह फैला दी कि, उन्होंने सब इंस्पेक्टर ललित कश्यप की हत्या कर दी है। दरअसल नक्सली वहां एम्बुश लगाकर बैठे थे, ताकि हड़बड़ाहट में पुलिस बल पहुंचे और उनके एम्बुश में फंस जाये, किंतु हम लोगों ने सूझबूझ से काम लिया और नक्सलियों के चक्रव्यूह में नहीं फंसे। आज सुबह पुलिस, जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों के बढ़ते दबाव के कारण नक्सली कुछ नहीं कर पाये और मजबूरन दोनों अपहृतों को छोडऩा पड़ा। 
श्री पल्लव ने बताया कि सब इंस्पेक्टर ललित ने चूंकि पुलिस नियमावली का उल्लंखन किया है, इसीलिए उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए समूची पुलिस फोर्स को अनुशासन में रहते हुए पुलिस नियमावली का पालन करने के सख्त निर्देश दिए गए हैं। 
उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में नक्सली हत्या के बाद लाशों को एम्बुश के लिए इस्तेमाल करने लगे हैं। पहले हत्या के बाद घटना स्थल पर पर्चे छोडक़र चले जाया करते थे, किंतु अब बदली रणनीति में वे लाश के समीप एम्बुश लगाकर बैठ जाते हैं और पुलिस बल को आमंत्रित करने के लिए तरह-तरह की अफवाहें फैलाते हैं। उन्होंने कहा कि समूचे पुलिस बल को सख्त निर्देश दिये गये हैं कि वे किसी भी वारदात स्थल पर जाने के पूर्व ऊपर से निर्देश लेते हुए पूरी तरह सतर्कता बरतें।

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