छत्तीसगढ़

12-Mar-2019 11:33:24 am
Posted Date

11 महीने में 17 करोड़ रुपए की हुई जमीन खरीदी, लक्ष्य से काफी पीछे विभाग

इस वित्तीय वर्ष में विभाग को मिला ३० करोड़ का लक्ष्य 
महासमुंद, 12 मार्च ।  जिला पंजीयक विभाग ११ महीने में लगभग १७ करोड़ रुपए के जमीन की खरीदी-बिक्री हुई है। विभाग लक्ष्य प्राप्ति से अभी पीछे है। छोटे भूखण्डों की खरीदी-बिक्री पर रोक हटते ही जमीन की रजिस्ट्री बढ़ी है। अब २० दिन शेष बचे है। इसमें विभाग को करीब १४ करोड़ की आय प्राप्त करने की चुनौती है।  
   गौरतलब है कि जिले में प्रतिवर्ष लोग अपनी सुविधाओं के हिसाब से जमीन खरीदी-बिक्री करते हैं। वहीं खरीदी-बिक्री से जो शुल्क जमा होता है, वह शासन के खाते में चली जाती है। जिला रजिस्ट्रार कार्यालय से मिली जानकारी के अुनसार विभाग को ३० करोड़ रुपए राजस्व प्राप्त करने का लक्ष्य रखा गया है। विभाग बीते ११ माह में 6314 दस्तावेजों से विभाग को 16 करोड़ ६0 लाख रुपए की राजस्व प्राप्त कर सका है, जबकि अभी १३ करोड़ ३४ लाख रुपए राजस्व आय प्राप्त बाकी है। वित्तीय वर्ष समाप्त होने में २० दिन शेष बचे है। ज्ञात हो कि समय के साथ नियम में बदलाव किया गया है। अब जमीन की खरीदी बिक्री ऑलाइन के माध्यम से होती है। साथ ही कार्यालयों में जमीन खरीदी-बिक्री की राशि का भुगतान चेक व ऑनलाइन के माध्यम से भी कराया जाता है। जमीन की खरीदी बिक्री प्रक्रिया ऑनलाइन होने की वजह से जो लोग इस व्यवसाय से जुड़े हुए है, उनको भी अब सतर्क होकर काम करना पड़ रहा है। ज्ञात हो कि पिछले वर्ष विभाग द्वारा आय प्राप्त हुई है जो बीते वर्ष की तुलना में 59 लाख कम है। अब विभाग को आगामी 20 दिनों के अंदर निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने की चुनौती है। इधर, मार्च माह शुरू होने के बाद जमीन खरीदी-बिक्री करने वाले लोगों की भीड़ जिला कार्यालय में देखने को मिल रही है। विभाग का मानना है कि लक्ष्य पूरा होना संभव नहीं है लेकिन बीते वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष अधिक आय होने की संभावना है। 
साफ्टेवयर आने से रूकी फर्जी रजिस्ट्री
जिला पंजीयक दीपक मंडावी ने बताया कि जब से ऑनलाइन रजिस्ट्री शुरू हुई है, उसके बाद फर्जी रजिस्ट्री में रोक लग गई है। पंजीयन साफ्टेवयर में एनआरएलएमपी में ऑनलाइन बी-वन, खसरा प्रदर्शित होता है। य साफ्टवेयर भुइया लिंक से जुड़ा हुआ है। प्रदर्शित होने के बाद भी रजिस्ट्री की प्रक्रिया आगे बढ़ती है। साफ्टवेयर से फर्जी रजिस्ट्री पर पूर्णत: रोक लग गई है। वहीं चुनावी वर्ष होने के कारण इस वर्ष रजिस्ट्री में काफी कमी आई है। मार्च महीने में सबसे ज्यादा रजिस्ट्री होती है, लेकिन लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता भी लग गई है।  
जमीन की कीमतों में नहीं हुई वृद्धि 
प्रतिवर्ष जमीन की कीमत में सरकार वृद्धि करती है, लेकिन पिछले दो वर्षों से वृद्धि नहीं हुई है। इस वर्ष जमीन की कीमतों में कोई खास अंतर नहीं है। हर जगह की कीमत रिहायशी इलाका, सडक़, खेत सहित अन्य जगहों की हिसाब से तय होती है। इसके अलावा पहले जहां शासकीय कार्यालयों में नकद राशि के माध्यम से जमीन खरीदी बिक्री की जाती थी। ज्ञात हो कि बीते वर्ष भी विभाग को 30 करोड़ रुपए के आय का लक्ष्य दिया गया था, इसके विरूद्ध वित्तीय वर्ष की समाप्ति तक केवल 21 करोड़ की आय अर्जित कर पाया था। 
रजिस्ट्रार मार्च माह में सबसे अधिक जमीन की खरीदी-बिक्री होती है, इससे लक्ष्य पूरा होने की संभावना है।इस वर्ष ३० करोड़ का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। 
दीपक मंडावी, जिला पंजीयक महासमुंद

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