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11-Mar-2019 10:48:48 am
Posted Date

चार्जशीट में जल्दबाजी क्यों? मागीं घटना की वीडियो

0-जेएनयू देशद्रोह मामले पर कोर्ट ने पूछा
नईदिल्ली ,11 मार्च । जेएनयू देशद्रोह मामले में दिल्ली की पटियाल कोर्ट से एक बार फिर दिल्ली पुलिस को फटकार लगाई गई है. कोर्ट ने पुलिस से सवाल किया है कि अगर चार्जशीट दायर करने के लिए दिल्ली सरकार से इजाज़त ही नहीं ली गई थी तो इसके लिए इतनी जल्दबाजी क्यों दिखाई गई ? उधर दिल्ली सरकार ने कहा है कि चार्जशीट वाली फ़ाइल प्रोसेस में है और अभी इस पर निर्णय लेने में 2 महीने लग जाएंगे. कोर्ट ने ये भी स्पष्ट कर दिया है कि जिस वीडियो के आधार पर दोषी बनाया गया है पहले उसे कोर्ट के सामने पेश किया जाए. इस मामले में अगली सुनवाई 29 मार्च को होगी.
कोर्ट भी देखेगी वीडियो
बता दें कि पिछली सुनवाई में भी कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को केजरीवाल सरकार की अनुमित लिए बिना चार्जशीट पेश करने के लिए फटकार लगाई थी और 6 फरवरी तक सरकार की अनुमति लेकर आने को कहा था. इस बार कोर्ट ने स्पष्ट कहा है कि पहले हम वीडियो देखेंगे उसके बाद फैसला करेंगे. जज ने साफ़ कहा कि पहले वीडियो सबूत मैं देखूंगा फिर कोई फैसला होगा. बता दें कि केस के जांच अधिकारी तबियत खराब होने की वजह से कोर्ट में मौजूद नही थे.
क्या है मामला ?
बता दें कि जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में 9 फरवरी 2016 को भारत विरोधी नारे लगाने के मामले में स्पेशल सेल ने पटियाला हाउस के मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट सुमीत आनंद की कोर्ट में 1200 पन्नों की चार्जशीट दायर की थी. इस चार्जशीट में कन्हैया कुमार, उमर खालिद और अनिर्बान के अलावा सात कश्मीरियों को भी देशद्रोह का आरोपी बनाया गया है.
इन सभी कश्मीरी छात्रों से भी पूछताछ की जा चुकी है, लेकिन इन्हें बिना गिरफ्तारी के चार्जशीट किया गया है. इनके खिलाफ चार्जशीट में 124ए (देशद्रोह), 323, 465, 471, 143, 149, 147, 120क्च जैसी धाराएं लगाई गई हैं. स्पेशल सेल ने इस संबंध में दिल्ली पुलिस कमिश्नर और अभियोजन से भी बातचीत की है. मामले में एबीवीपी के कार्यकर्ताओं और जेएनयू के सुरक्षाकर्मियों को गवाह बनाया गया है.
मिल रही जानकारी के मुताबिक उमर खालिद के खिलाफ धोखाधड़ी का भी मामला दर्ज किया गया है. इनके अलावा 36 लोग ऐसे थे, जिन्हें जांच के दायरे में रखा गया था. इनमें यूनिवर्सिटी के छात्र और सुरक्षाकर्मी शामिल थे, हालांकि उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला. चार्जशीट में कश्मीरी छात्रों को भी आरोपी बनाया गया है जिनके नाम आकिब हुसैन, मुजीब हुसैन, मुनीब हुसैन, उमर गुल, रईस रसूल, बशरत अली, और खलिद बशीर भट हैं.

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