मुख्य कलश उठाएगी कु. भारती
युवा देवांगन समाज का विशेष योगदान
रायगढ़, 10 मार्च। देवांगन समाज की कुलदेवी मां परमेश्वरी उत्सव के अवसर पर देवांगन समाज द्वारा 12 मार्च मंगलवार को शहर में निकाली जा रही बूढ़ी माई कलश यात्रा में संजय नगर रायगढ़ की कु. भारती देवांगन पिता-श्री राधेश्याम देवांगन मुख्य रूप से प्रथम कलश उठाएगी तथा दूसरा संजय नगर की कु. उमा देवांगन एवं तीसरा कोष्टा पारा पैलेस रोड की खुशबू मेहर कलश उठाएगी। इसी तरह मुख्य कलश के पीछे लगभग सैकड़ों की तादाद में समाज की अन्य कुवारी कन्याएं एवं महिलाएं कलश उठाएगी। कलश यात्रा में नन्हीं बच्चियां नौ दुर्गा का रूप धारण करेगी। साथ ही विभिन्न झांकिया कलश यात्रा की रौनक बढ़ाएगी। कलश यात्रा में युवा देवांगन समाज का विशेष योगदान रहेगा।
ज्ञातव्य है कि प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी फाल्गुन माह के तीसरे मंगलवार आगामी 12 मार्च को मां बूढ़ी माई की भव्य कलश यात्रा देवांगन समाज द्वारा शहर में बड़ी धूमधाम से निकाली जाएगी। जिसकी तैयारी को लेकर युवा देवांगन समाज के नवयुवकों में भारी उत्साह नजर आ रहा है। इस कलश यात्रा को सफल बनाने के लिए युवा देवांगन समाज के नवयुवक पूरे ह्दयमन से जुटे हुए है। इसी तारतम्य में आज दोपहर स्थानीय देवांगन धर्मशाला में एक साधारण बैठक बुलाई गई थी। जिसमें उन सभी लड़कियों एवं उनके परिजनों को बुलाया गया था जो मुख्य रूप से कलश उठाने के लिए अपने नाम का प्रस्ताव भेजा था। इस अवसर पर सभी लड़कियों का नाम लिखकर ड्रॉ निकाला गया। जिसमें मुख्य रूप से प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय का नाम अंकित किया गया।
मां बूढ़ी माई की भव्य कलश यात्रा 12 मार्च मंगलवार को प्रात: 7 बजे देवांगन धर्मशाला से निकलेगी, जो कोष्टापारा पैलेस रोड से होते हुए, गद्दी चौक, हण्डी चौक, सत्तीगुड़ी चौक से करबला तालाब स्थित मां बूढ़ी मांई मंदिर पहुंचेगी। जहां मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद कलश यात्रा वापस दरोगापारा, स्टेशन चौक, सुभाष चौक, पैलेस रोड, गुरूनानक स्कूल रोड होते हुए पुन: देवांगन धर्मशाला प्रस्थान करेगी। तत्पश्चात भंडारे का आयोजन होगा। कलश यात्रा में समाज के सेवा पार्टी माता सेवा के गीत गाते एवं मांदर बजाते साथ-साथ चलेंगे। युवा देवांगन समाज के सभी युवाओं ने पूरे रायगढ़ शहर के देवांगन परिवारों के बड़े-बुजुर्गो, महिलाओं एवं बच्चों से अपील करते हुए कहा है कि 12 मार्च दिन मंगलवार को प्रात: 7 बजे देवांगन धर्मशाला पहुंचे एवं कलश यात्रा में शामिल होकर पूण्य के भागी बने तथा समाज में एकजुटता का परिचय दें। युवा देवांगन समाज के नवयुवकों ने महिलाओं को विशेषकर आग्रह किया है कि वे भी आगे आकर देवी मां की कलश उठाएं।