छत्तीसगढ़

10-Mar-2019 9:56:24 am
Posted Date

सुप्रीमकोर्ट के आदेश के खिलाफ सडक़ पर उतरा सर्वआदिवासी समाज

0 रैली निकालकर किया प्रदर्शन
रायपुर, 10 मार्च । छत्तीसगढ़ सर्वआदिवासी समाज एवं छत्तीसगढिय़ा समाज ने संयुक्त रूप से राजधानी में शनिवार को रैली निकालकर कर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के विरोध में प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में प्रदेश भर से आदिवासी समाज के लोग पहुंचे। 
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार शनिवार को राजधानी के गोंडवाना भवन टिकरापारा में एक सभा का आयोजन किया गया था, जिसमें विभिन्न जिलों में आदिवासी समाज के नेता एवं आम नागरिक हजारों की संख्या में पहुंचे। समाज के लोगों ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि जो आदेश सुप्रीम कोर्ट की ओर से दिया गया है, उसमें सर्वआदिवासी समाज के अधिकारों का हनन हो रहा है। अपने जंगल, जल व जमीन से आदिवासी समाज की बेदखल करने की एक रणनीति है जिसका समाज में घोर विरोध हो रहा है। आदिवासी की पहचान जल, जंगल व जमीन से है यदि उन्हें इसी से बहिष्कृत किया गया तो ऐसे में समाज के उपर गहरा संकट छा जाएगा। वहीं रैली टिकरापारा भवन से निकाली जिसमें समाज के हजारों लोग शामिल थे। सिद्धार्थ चौक, कालीबाड़ी, महिला थाना, पुराना फायर ब्रिगेड चौक, बंजारी वाले बाबा चौक से घड़ी चौक होते हुए अम्बेडकर चौक पहुंची जहां आक्रोशित समाज के लोगों ने जमकर नारेबाजी की। इस दौरान पुलिस विभाग के सैकड़ों जवान यातायात व्यवस्था के साथ-साथ बैरिकेट के आसपास नजर आए। वहीं आदिवासी समाज के रैली को देखते हुए उक्त मार्गों से गुजरने वाले छोटे मालवाहक, यात्री बसों का प्रवेश पूर्ण रूप से प्रतिबंधित रखा गया। जगह-जगह शहर के अंदर बैरिकेट लगे नजर आए ताकि किसी भी प्रकार की आबाधाबी न हो सके। साथ ही इस धरना को छत्तीसगढ़ सर्वआदिवासी समाज, छत्तीसगढिय़ा सर्वसमाज महासंघ, छत्तीसगढिय़ा क्रांति सेना बेरीकेटस, जिला किसान महासंघ राजनांदगांव, छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ, छत्तीसगढ़ किसान सभा, हसदो अरण्य बचाव संघर्ष समिति, छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा, जनमुक्ति मोर्चा आदि संगठनों ने समर्थन दिया।

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