छत्तीसगढ़

10-Mar-2019 9:22:26 am
Posted Date

तेज रफ्तार डंफर ग्रामीण के घर में घुसी

अहाता दीवाल, लेट्रिग, बाथरूम एवं मुनगा पेड़ ध्वस्त
मयाराम का परिवार बाल-बाल बचा
रायगढ़/ तमनार अंचल में गाडिय़ों की रफ्तार की कहर बदस्तूर जारी है। विगत दिवस ग्राम-लिबरा के बावाडिपा स्थित मयाराम सेठ के मकान में रात्रि 1 बजे बेलगाम दौड़ती डंफर ने घर की अहाता को तोड़ते हुए जा घुसी और वहां बने लेट्रिंग, बाथरूम व मुनगा पेड़ पूरी तरह से ध्वस्त हो गया। मयाराम का परिवार इस दुर्घटना मेंं बाल-बाल बच गया। पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है और अब तक उनके द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई है। 
    प्राप्त जानकारी के अनुसार तमनार थाना के ग्राम लिबरा के सोहन लाल आ.मयाराम सेठ ने गांववासियों के साथ कल जिला पुलिस अधीक्षक रायगढ़ को अवगत कराते हुए आवेदन दिया है कि ग्राम लिबरा के बावाडिपा मोहल्ले में स्थित घर में परिवार सहित निवास करता है। दिनांक 23 नवम्बर 2018 की रात्रि 1 बजे प्रार्थी अपने परिवार सहित घर में सोया हुआ था कि अचानक दीवाल गिरने की जोर से आवाज आयी और प्रार्थी व उसका परिवार नींद से जाग गए। साथ ही इतनी जबरदस्त आवाज से आसपास के लोग भी जाग गए और वे भी मौके पर एकत्र हो गए। तब देखे की डंफर उनके मकान के बाड़ी में अहाता को तोड़कर घर के आंगन स्थित लेट्रिग, बाथरूम एवं मूनगा पेड़ को तोड़कर पूरा ध्वस्त कर दिया है। इस घटना से परिवार के लोग बाल-बाल बच गए। संबंधित ड्राईव्हर वहां से भाग निकला। गांव के कोटवार द्वारा दूसरे दिन प्रात: तमनार थाने में घटना की रिपोर्ट दर्ज करायी गई। दिनांक 30 नवम्बर 2018 को संध्या 5 बजे थाना प्रभारी पुलिस दल के साथ प्रार्थी के घर पहुंचे व डंफर क्रमांक सीजी 13 डी 7349 को जब्त कर ले गए। प्रार्थी एवं गांववासियों को यह आश्वस्त किया गया कि संबंधित डंफर की जब्ती कर थाने में रखा जाएगा तथा इस संंबंध में एफआईआर दर्ज की जाएगी। लेकिन तीन साढ़े तीन माह बीतने के बाद भी अब तक कोई कार्यवाही पुलिस द्वारा नहीं की गई है। तब इस घटना के संबंध में मयाराम सेठ ने पुलिस अधीक्षक रायगढ़ को विस्तार से जानकारी दी है। पुलिस अधीक्षक ने उक्त घटना के दोषी लोगों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज करने के संंबंध में प्रार्थी को आश्वस्त किया है।

 
 

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