रायगढ़। एक तरफ सरकारी सुविधाओं को तामझाम से शुरुआत की जाती है, परंतु किसी प्रकार की कोई भी मानिटरिंग नही होने से इसका दंश आम जनता को कई तरह से उठाना पड़ता है ऐसा ही वाक्या ग्राम डभरा से आया है जिसमें इलाज के लिए 108 संजीवनी वाहन के नही मिलने से महिला की मौत होने का मामला आया है । बहरहाल अस्पताल प्रबधंन की सूचना पर पुलिस तफ्तीश में जुट गई है।
मिली जानकारी के अनुसार सोनबाई पति गोविंद राम जाटवर 55 बड़े मुड़पार डभरा जांजगीर जिला निवासी है। परिजन के मुताबिक मंगलवार रात को एकाएक महिला का तबियत बिगड़ गई जिसके पश्चात उल्टी होने लगी इस दौरान महिला अचेत हो गई। जिसे आनन फानन में खरसिया सिविल अस्पताल ले जाया गया। जहां आरंभिक उपचार के बाद डाक्टरों ने रिफर कर दिया। वही घन्टो बधर बाद निजी वाहन से महिला को मेकाहारा अस्पताल इलाज के लिए भर्ती किये। इस बीच सुबह पांच बजे महिला ने दम तोड़ दिया। अस्पताल प्रबंधन की सूचना पर पुलिस मर्ग कायम कर पीएम की कार्रवाई के बाद शव को दाह संस्कार के लिए सपुर्द किया गया है।
सुविधा मिलती तो बच जाती जान
पुलिसिया जांच व परिजन के मुताबिक घर मे उल्टी होने के बाद खरसिया लेकर आये लेकिन रात में 108 कई सुविधा नही मिली, जिसके कारण प्राइवेट गाड़ी खोजने में 1 घण्टा लग गया, वही जब रायगढ़ मेडिकल कालेज पहुंचे। इस बीच इलाज के दौरान सुबह 5 बजे मौत हो गई। इस तरह देखा जाए तो सम्भवत: समय पर सरकारी सुविधा मिलती तो शायद महिला की जान बच जाती।