धमतरी, 06 मार्च । पड़ोसी जिलों में स्वाईन फ्लू से मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा अलर्ट जारी करते हुए एच 1 एन 1 ’स्वाईन फ्लू’ से संबंधित बीमारियों की रोकथाम के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.डी.के.तुर्रे ने गंभीरता से लेते हुए अलर्ट जारी किया है। उन्होंने बताया कि स्वाईन फ्लू वायरस ’एच1एन1 इन्फ्लुएंजा ए’ के कारण होता है। यह वायरस वायु कण एवं संक्रमित वस्तुओं को छूने से फैलता है। उन्होंने बताया कि संक्रमण की अवधि सात दिन होती है, इस समय बुजुर्ग, गर्भवती माताओं व बच्चों में संक्रमण का खतरा अधिक होता है। विशेषकर वे जो हृदय रोग, श्वसन संबंधी रोग, लीवर, किडनी, डायबिटीज, एचआईव्ही एवं कैंसर पीडि़त हो अथवा ऐसे मरीज जो स्टेराईड की दवा सेवन लंबे समय से कर रहे हों।
इसके लक्षणों के बारे में बताया गया है कि संक्रमित व्यक्तियों को तेज बुखार के साथ खांसी, नाक का बहना, गले में खरास, सिरदर्द, बदन दर्द, थकावट, दस्त एवं उल्टी, छाती में दर्द, रक्तचाप में गिरावट, खून के साथ बलगम आने व नाखूनों का नीला पडऩे की शिकायत होती है। ऐसी स्थिति में मरीजों को तत्काल अपने निकटतम स्वास्थ्य केन्द्रों में आवश्यक सलाह एवं उपचार के लिए आने के लिए अपील की गई है। इसके बचाव के लिए भीड़-भाड़ वाले स्थानों में जाने से बचें, संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में ना आएं व हाथ ना मिलाएं, हाथों को नियमित रूप से साबून से धोएं। साथ ही स्वाईन फ्लू के मरीजों के उपचार के लिए जिला चिकित्सालय व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में पृथक आईसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं और सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में इसके उपचार के लिए आवश्यक दवाईयों का भण्डारण भी सुनिश्चित् किया गया है। जिले के सभी खण्ड चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश जारी कर रैपिड रिस्पॉंस दलों को सतत् निगरानी करने के लिए कहा गया है और संभावित प्रकरण मिलने पर त्वरित रूप से सम्पर्क सर्वेलेंस कर जिला कार्यालय को सूचित करने कहा गया है।