नईदिल्ली। बिटकॉइन की कीमत इतिहास में पहली बार 1 लाख डॉलर (लगभग 84.70 लाख रुपये) तक पहुंच गई, जो क्रिप्टो बाजार के लिए बड़ी उपलब्धि है। 5 दिसंबर को बिटकॉइन ने यह मील का पत्थर छुआ।इससे पहले 12 नवंबर को यह 90,000 डॉलर (लगभग 76.25 लाख रुपये) तक पहुंचा था। सिर्फ कुछ हफ्तों के भीतर इसने यह नया रिकॉर्ड बनाया है।पिछले एक साल में बिटकॉइन की कीमत में तेज वृद्धि हुई है।
इस साल अमेरिका में स्पॉट बिटकॉइन एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स में 2,600 अरब रुपये से अधिक निवेश हुआ और अप्रैल में बिटकॉइन की चौथी हाफिंग से आपूर्ति घटी।डोनाल्ड ट्रंप की राष्ट्रपति चुनाव जीत, बिटकॉइन राष्ट्रीय रिजर्व की अटकलें और माइकल सैलर के नेतृत्व में कॉर्पोरेट स्तर पर बिटकॉइन को अपनाने से इसकी कीमत बढ़ी।ट्रंप ने क्रिप्टो समर्थक पॉल एटकिंस को एसईसी अध्यक्ष और स्कॉट बेसेंट व हॉवर्ड लुटनिक को उच्च पदों पर नामित कर क्रिप्टो के लिए सकारात्मक माहौल बनाया।
जनवरी से बिटकॉइन की कीमत में 126 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो 44,000 डॉलर (लगभग 37.27 लाख रुपये) से बढक़र 1 लाख डॉलर तक पहुंची। इसके साथ ही बाजार पूंजीकरण पहली बार 2 लाख करोड़ डॉलर पार कर गया।हालांकि, 2017 में यह 1,900 प्रतिशत बढ़ा था, जब कीमत 1,000 डॉलर से 20,000 डॉलर तक पहुंची थी। मार्च 2020 में महामारी के दौरान कीमत 5,100 डॉलर थी, जो नवंबर 2021 में 1,250 प्रतिशत बढक़र 69,000 डॉलर हो गई।
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