नई दिल्ली । शेयर बाजार का रुख अगले हफ्ते होने वाली भारतीय रिजर्व बैंक मौद्रिक नीति कमेटी (आरबीआई-एमपीसी) की बैठक, मैन्युफैक्चरिंग और सर्विसेज पीएमआई का डेटा और कई वैश्विक आर्थिक आंकड़ों पर निर्भर करेगा।
महाराष्ट्र चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन महायुति की जीत से बीता हफ्ता शेयर बाजार के लिए शानदार रहा। इस दौरान निफ्टी 223 अंक या 0.94 प्रतिशत बढक़र 24,131 और सेंसेक्स 685 अंक या 0.87 प्रतिशत बढक़र 79,802 पर बंद हुआ।
हालांकि, वैश्विक अस्थिर के कारण बाजार में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। बैंकिंग शेयरों ने इस रैली में अहम भूमिका निभाई। बैंक निफ्टी 920 अंक या 1.80 प्रतिशत की तेजी के साथ 52,055 पर बंद हुआ। इस दौरान देश के सबसे बड़े निजी बैंक एचडीएफसी बैंक के शेयर ने नया 1,836 रुपये का नया ऑल-टाइम हाई बनाया।
पिछले हफ्ते साप्ताहिक आधार पर विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) द्वारा की जाने वाली बिकवाली में कमी देखने को मिली है। 25 नवंबर से लेकर 29 नवंबर तक एफआईआई द्वारा कैश में 5,026 करोड़ रुपये की बिकवाली की गई। इस दौरान घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) द्वारा 6,924 करोड़ रुपये की खरीदरी की गई।
जियोजित फाइनेंसियल सर्विसेज के रिसर्च प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि बाजार की चाल आने वाले आर्थिक आंकड़ों पर निर्भर करेगी। वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 5.4 प्रतिशत रही है। इसका बाजार का प्रभाव देखने को मिल सकता है, लेकिन निवेशकों की निगाहें आरबीआई एमपीसी पर होंगी। इस बार रेपो रेट यथावत रहने की संभावना है, लेकिन विकास दर कम रहने के कारण केंद्रीय बैंक फरवरी में ब्याज दरों में कटौती के संकेत दे सकता है।
आगे कहा कि अन्य आर्थिक संकेतक जैसे सर्विसेज और मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई डेटा, ऑटो बिक्री और अमेरिकी नौकरी डेटा से बाजार का रुख तय होगा।
मास्टर कैपिटल सर्विसेज के डायरेक्टर, पल्का अरोड़ा चोपड़ा का कहना है कि निफ्टी 23,800 के सपोर्ट के ऊपर बंद हुआ है। यह लगातार दूसरा हफ्ता था, जब निफ्टी सकारात्मक बंद हुआ है। 23,800 से लेकर 23,850 का जोन एक अहम सपोर्ट जोन है। अगर निफ्टी इसके नीचे फिसलता है, तो 23,400 तक जा सकता है। 24,800 के बाद एक रैली देखने को मिल सकती है।
उन्होंने आगे कहा कि बैंक निफ्टी में बीते हफ्ते मजबूती देखी गई और इसने 51,750 से लेकर 51,850 का अपना सपोर्ट जोन तोड़ा नहीं है। अगर बैंक निफ्टी यहां से फिसलता है तो 51,100 तक जा सकता है और 52,400 एक रुकावट का स्तर है। अगर यह इसे तोड़ता है तो 53,000 तक जा सकता है।
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