छत्तीसगढ़

04-Mar-2019 1:11:25 pm
Posted Date

कम संसाधन में भी माता मावली मड़ई-मेले ने बनाये रखी अपनी गरिमा - विधायक

0-दो महिला किसान समेत 10 किसानों को मिला उन्नत कृषक पुरस्कार
0-ऐसे आयोजनों से युवाओं को अपनी संस्कृति को जानने और उनसे जुडऩे का मिलता है मौका-विधायक  कश्यप

रायपुर, 04 मार्च । लगभग 8 सौ वर्ष पुराने 5 दिवसीय माता मावली मड़ई-मेला का आज शाम नारायणपुर में क्षेत्रीय विधायक  चंदन कश्यप ने समापन किया। इस अवसर पर उन्होंने 10 किसानों को विकासखंड स्तरीय उन्नत कृषक पुरस्कार 2018-19 से सम्मानित किया। विधायक  चंदन कश्यप ने समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कम संसाधन और पर्याप्त राशि मुहैय्या न होने के बावजूद भी यह मड़ई-मेला आधुनिकता के दौर में अपनी प्राचीन संस्कृति और भव्यता को बनाये हुए है। उन्होंने कहा कि ऐसे मेले के आयोजनों से बस्तर और क्षेत्रीय लोककला और संस्कृति जनता को देखने मिलती है और आज के युवाओं को संस्कृति के बारे में जानने और उनसे जुडऩे का अवसर मिलता है। उन्होंने कहा कि मेले आयोजकों ने बच्चों के मनोरंजन का भी ध्यान रखा है। मेले में विभिन्न प्रकार के खेल के अलावा झूले भी लगे हैं, जिसका वे आनंद ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस बार मेले में उनके द्वारा नगर पालिका को निर्देशित किया गया कि किसी भी दुकानदार से कोई शुल्क न लिया जाये। निर्देश मिलने के बाद मेले में आये दुकानदारों से कोई शुल्क नहीं लिया गया है। इस अवसर पर कलेक्टर  पी.एस. एल्मा ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान किया। कार्यक्रम का शुभारंभ उद्योग एवं जिले के प्रभारी मंत्री  कवासी लखमा ने बुधवार 27 फरवरी को किया था। समापन कार्यक्रम में सम्मानित 10 किसानों जिसमें 2 महिला किसान भी शामिल हैं। जिन्होंने धान, दलहन, उद्यानिकी, पशुपालन और मत्स्यपालन में उनके द्वारा परम्परागत तकनीक के साथ आधुनिक तकनीक का इस्तामल कर अपनी पैदावार को बढ़ाया है। इनमें ग्राम बिंजली के  धरमू दुग्गा, कुरूषनार के  लच्छूराम, खरगांव के  रामप्रसाद सलाम, किहकाड़ के  मंगतूराम, कुकड़ाझोर के  गीता बाई, किहकाड़ के  सोमनाथ, कोचवाही के  सोनउराम, कोहकामेटा के  लखमूराम, ब्रेहबेड़ा के  चैनसिंह और कुरूषनार की  इतवारीन बाई शामिल हैं, जिन्हें सम्मानित किया गया है। यह सम्मान सर्पोट टू स्टेट एक्सटेंशन प्रोग्राम फॉर एक्सटेंशन रिफाम्र्स (आत्मा) योजना के अंतर्गत वर्ष 2018-19 विकासखंड उन्नत कृषक पुरस्कार के तहत् दिया जाता है। इसमें कृषि एवं जैव प्रौद्योगिक विभाग द्वारा किसान को 10 हजार रूपये की नकद राशि और प्रमाण पत्र प्रदान किया जाता है। विधायक  कश्यप ने कहा कि अब मड़ई मेलों में धीरे-धीरे नये-नये आधुनिकता की चीजें भी मिलनी शुरू हो गई हैं। जो कभी बड़े शहरों की दुकानों पर ही मिला करती थी। लेकिन आधुनिकता के दौर में अपनी पुरानी संस्कृति को बनाये रखना हम सब की जिम्मेदारी है। कार्यक्रम के बाद विधायक ने मेले का भ्रमण किया और मेले में चल रहे मौत के कुंए और झूलों को आनंद लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर पालिका अध्यक्ष  वेदवती पात्र ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में जनप्रतिनिधी  रजनू नेताम, अधिवक्ता  जीपी देवांगन के अलावा नगर पालिका के उपाध्यक्ष एवं पार्षदगण सहित क्षेत्र जनप्रतिनिधी और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम को नगर पालिका अध्यक्ष और  रजनू नेताम ने भी संबोधित किया। स्वागत भाषण सहायक आयुक्त आदिवासी विकास  के.एस.मसराम ने दिया। उन्होंने मेला आयोजन और चल रहे सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर प्रकाश डाला। अतिथियों का आभार व्यक्त अनुविभागीय दण्डाधिकारी  भूपेन्द्र साहू ने जताया। कार्यक्रम का संचालन  एनपी साहू ने किया।

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