छत्तीसगढ़

04-Mar-2019 1:02:28 pm
Posted Date

शासन द्वारा निर्धारित मजदूरी दिलाये जाने के आश्वासन के बाद रेलवे स्टेशन सफाईकर्मियों ने तोड़ी अपनी हड़ताल

न्याय साक्षी/रायगढ़। रेलवे स्टेशन में सफाईकर्मियों ने अपनी हड़ताल समाप्त कर दी है। रविवार को सफाई ठेकेदार के द्वारा शासन के द्वारा निर्धारित मजदूरी दिए जाने के आश्वासन के बाद सभी कर्मी वापस काम पर लौट गए। पिछले दो दिन से शासन के निर्धारित राशि से कम पैसे दिए जाने को लेकर सफाईक र्मी हड़ताल पर थे, जिससे रेलवे स्टेशन की सफाई का काम प्रभावित होने लगा था। मामले में रेलवे अधिकारियों ने ठेकेदार पर विवाद को खत्म करने के लिए कहा था।
सफाई कर्मचारियों ने बताया कि वर्ष 2017 से उनके वेतन को बढ़ाते हुए 294 रूपए प्रतिदिन के हिसाब से देना है। जबकि वर्तमान में उन्हें करीब 223 से 225 रूपए ही दिए जा रहे हैं। शेष राशि को पीएफ के नाम से जमा होना बताया जा रहा है। सफाई कर्मचारियो के अनुसार वर्ष 2017 से उनका वेतन बढ़ गया है। लेकिन अभी तक उन्हें बढ़ा हुआ वेतन नहीं मिल पा रहा है। सफाई कर्मचारियो ने बताया कि रेलवे स्टेशन में कुल 44 कर्मचारी हैं।  जो दिन में 5 शिफ्ट में काम करते हैं। रेलवे के अधिकारियों के आने के दौरान उनसे निर्धारित समय से अधिक काम लिया जाता है। लेकिन जब बढ़ा हुआ वेतन देने की मांग की जाती है तो उस पर कभी ध्यान नहीं दिया जाता है।
ठेकेदार ने मानी मांग
दो दिन से रेलवे स्टेशन परिसर की सफाई व्यवस्था प्रभावित होने के बाद रविवार को मामले में ठेकेदार द्वारा सभी सफाईकर्मियों को मार्च माह से शासन द्वारा निर्धारित राशि देने का आश्वासन दिया है। हालांकि इसके लिए कोई लिखित रूप से मंजूरी नहीं दी गई है। वहीं 2017 से अब तक कम मजदूरी दिए जाने को लेकर ठेकेदार ने कुछ नहीं कहा। इन दोसालों में मजदूरों के हजारों रूपए ठेकेदार के पास जमा है।
ईपीएफ की राशि निकालने के लिए कहा
बताया गया कि हड़ताल से लौटे सभी सफाईकर्मियों को उनके ईपीएफ में जमा राशि को निकालने के लिए कहा गया है। अब ठेकेदार की तरफ से ऐसा क्यों कहा गया है, यह स्पष्ट नहीं है। माना जा रहा है कि इसकी जगह नई ईपीएफ एकाउंट शुरू किया जा सकता है, ताकि सालों से काम कर रहे सफाईकर्मियों को जूनियर बनाया जा सके।

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