जगदलपुर, 03 मार्च । आगामी लोकसभा चुनाव में ओडि़शा से शराब की अवैध तस्करी रोके जाने दोनों राज्यों की पुलिस एवं आबकारी अमले ने रणनीति बनाई है। इसके तहत सीमाई क्षेत्रों में कड़ी नाकेबंदी समेत इंटेलीजेंस इनपुट पर भी सहमति बनी है। निष्पक्ष चुनाव संपादित करने के लिए ओडिशा राज्य के अधिकारियों ने पूरा सहयोग देने का भरोसा जताया है।
सूत्रों के अनुसार गुरुवार को संबलपुर ओडिशा में दोनों राज्यों के एक्साइज व पुलिस के अधिकारियों के बीच उच्च स्तरीय बैठक हुई। इसमें बस्तर से उपायुक्त आबकारी समेत डीइओ व पुलिस अधिकारी व ओडि़शा के समकक्ष अफसरों ने हिस्सा लिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार लोक सभा चुनाव के दौरान मतदान प्रभावित करने ओडिशा से शराब की तस्करी किए जाने की आशंका के मद्देजनर दोनों राज्यों में कड़ी निगरानी रखी जा रही है। इसी तारतम्य में दोनों राज्यों के पुलिस व आबकारी अमले ने रणनीतिक फैसले लिए हैं। इसके तहत सीमा पर कड़ी नाकेबंदी किए जाने, एक्साइज फ्लाइंग स्क्वॉड द्वारा ज्वाइंट पेट्रोलिंग किए जाने, चेकपोस्ट में वाहनों की सघन जांच किए जाने पर सहमति बनी है।
आबकारी विभाग के द्वारा आगामी आदेश पर्यन्त पूर्व व्यवस्था के तहत शराब दुकानों का संचालन किया जाएगा। विभागीय सूत्रों ने बताया कि पूर्व की तरह ही छत्तीसगढ स्टेट मार्केटिंग कार्पोरेशन लिमिटेड द्वारा जिले की दो देशी एवं तीन विदेशी शराब दुकानों का संचालन किया जाना है। बता दें कि पूर्व में सरकार द्वारा शराब दुकानों का ठेका दिए जाने संबंधी खबरे मिल रही थीं लेकिन विभागीय अफसर इससे इंकार कर रहे हैं। ठेके के बारे में किसी प्रकार का औपचारिक आदेश नहीं आने की बात कही गई है। साथ ही लोकसभा चुनाव पश्चात राज्य सरकार द्वारा गठित अध्ययन समिति के द्वारा केरल, दिल्ली समेत अन्य राज्यों की आबकारी नीति का अध्ययन उपरांत सरकार को रिपोर्ट दी जाएगी। इसके बाद ही नई छत्तीसगढ़ सरकार नई नीति निर्धारित करेगी।
शराब दुकानों के ठेके के बारे में किसी प्रकार का आधिकारिक आदेश प्राप्त नहीं हुआ है। अत: जिले की देशी-विदेशी शराब दुकानों का संचालन पूर्व की तरह ही कार्पोरशन के माध्यम से किया जाएगा।